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BiG Exclusive News(वीडियो) शूटआउट इन हाजीपुर जेल- सोना, साज़िश और सुपारी, कुख्यात मनीष की हत्या की इनसाइड स्टोरी

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  • कैदी की हत्या के बाद जेल में हालात बिगड़े, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
  • जांच के दौरान जेल के अंदर पुलिस ने बरामद किए तीन खोखे
  • कुख्यात लुटेरा सुबोध सिंह का शागिर्द था मनीष 

पटना Live डेस्क। बिहार में सुशासन है ये दावा है नीतीश सरकार का, लेकिन ज़मीनी हक़ीक़त क्या है इससे आम आदमी खौफ़ के साये में जीने को मजबुर है।क्या गांव क्या शहर क्या कोर्ट क्या जेल हर जगह पर अपराधियों की बंदूकें शोले उगल रही है। इसी क्रम सूबे में विधि व्यवस्था और सुरक्षा के तमामदावों की धज्जियां उड़ाते हुए अपराधियों ने हाजीपुर जेल के अंदर ही हत्या के खूनी वारदात को अंजाम दे दिया। जेल के अंदर हुए गैंगवार में सोना लूट गिरोह के सरगना मनीष कुमार को अपराधियों ने गोली मार के ढेर कर दिया।

BiG Exclusive News – हाजीपुर जेल में कुख्यात गोल्ड लुटेरे की ताबड़तोड़ 5 गोलियों मार कर हत्या से सकते में सुशासन

वैशाली जिले में अपराधियों का तांडव चरम पर है हत्याओं के दौर रुकने का नाम नही ले रहा है। इसी बीच हाजीपुर जेल में गोलीबारी की सूचना से जिला प्रशासन के होश उड़ गया।खास बात कि जिस हथियार से मनीष की हत्‍या हुई है, उसे भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। वहीं इस मामले में पुलिस ने दो कैदियों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है।

बेहद सुरक्षित माने जाने वाले वैशाली के हाजीपुर जेल में कैदी मनीष की हत्‍या के बाद से ही वहां अफरातफरी मची हुई है। शुरू में ताे कैदी मनीष सिंह के जख्‍मी हाेने की बात कही गई थी, लेकिन बाद में इसकी पुष्टि हो गई कि मनीष की मौके पर ही मौत हो गई थी।

कारा में शुक्रवार को कुख्यात मनीष की दिनदहाड़े सैकड़ो कैदियों की नज़र के सामने ताबड़तोड कई गोली मारकर मौत की नींद सुला दिया गया। हाजीपुर मंडल कारा हुए इस शूटआउट से जेल परिसर में कोहराम मच गया। भारी संख्या में महिला पुलिस और पुरूष पुलिस को जेल के अंदर बाहर तैनात कर दिया गया है।

कौन है मनीष उर्फ कालिया

मनीष कुमार सिंह वैशाली जिले के राजापाकर थाना के तेलीया गांव का रहने वाला था। इसी वजह से मनीष सिंह उर्फ मनीष तेलिया उर्फ कालिया के नाम से अपराध जगत में जाना जाता था। मनीष तेलिया पर राजापाकर, बिदुपुर थाना समेत राजस्थान, जयपुर, कोलकाता में सोना लूट सहित कई कांड का मामला दर्ज हैं। घटना में इस्तेमाल पिस्टल को पुलिस ने बरामद कर लिया है और आरोपी अन्नू की गिरफ्तारी भी हो गई है। मारा गया कुख्यात गोल्ड लुटेरा था। मनीष कुमार सोना लूट गैंग का सदस्य था।उसके सिर में गोली मारी गई।

मनीष कुमार पर लोकसभा चुनाव की काउंटिंग वाले दिन भी हाजीपुर कोर्ट में फायरिंग हुई थी। मनीष तेलिया पर हाजीपुर कोर्ट में मई 2019 में हमला किया गया था। उस पर हाजत में ही फ़ायरींग कि गई थी। उक्त हमले दो हवलदार को गोली लगी थी और मनीष बाल बाल बच गया था। हालांकि पुलिस अधिकारियों की तरफ से हत्यारे को लेकर कोई विशेष अभियान नही चलाया था। लेकिन वारदात के समय कोर्ट परिसर से एक पिस्टल बरामद किया गया था।

क्या है सोना लूट कांड

दरअसल, हाजीपुर में बीते साल 23 नवंबर को बदमाशों ने मुथुट फाइनेंस के ऑफिस से 55 किलो सोना लूट लिया था। पुलिस के अनुसार, वैशाली जिले के नगर थाना क्षेत्र के हाजीपुर स्थित ‘मुथूट फाइनेंस कंपनी’ की शाखा कार्यालय में धावा बोलकर पहले कर्मचारियों को हथियार के बल पर बंधक बनाया और वहां से करीब 55 किलो ग्राम सोना लूट लिए। लूटे गए सोने की कीमत 20 करोड़ रुपये से ज्यादा की आंकी गई।

जानकारों का मानना है कि पूर्व में भी हुए लूट काण्डों में लूट में बंटवारे को लेकर पूरी वारदात को अंजाम दिया गया है ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं।पुलिस ने उस पिस्टल को बरामद कर लिया है जिससे कुख्यात की हत्या की गई है।

सोना,साज़िश और सुपारी

मनीष की हत्या के बाबत जेल सूत्रों का दावा है कि कुख्यात मनीष को उसके आका ने ही सेट कर दिया था। दरअसल, मनीष कुख्यात सुबोध सिंह का खास गुर्गा था. लेकिन सुबोध सिंह के गिरफ्तार होने के बाद मनीष खुद का गैंग चला रहा था। मनीष और उसके गिरोह देश के विभिन्न शहरों में सोना लूटकांड की घटनाओं को अंजाम देने के बाद दियारा क्षेत्र में आकर छिप जाते थे। देश केे विभिन्न राज्यो में मनीष और उसके गुर्गों ने गोल्ड लूट को अंजाम दिया था। राजस्थान के जयपुर, कोलकाता, मुंबई सहित कई शहरों में सोना लूटकांडों को मनीष सिंह गिरोह ने ही अंजाम दिया था।

ऐसे में जरायम की दुनिया में ये चर्चा है कि सुबोध सिंह ने मनीष तेलिया के बढ़ते कद और लूट में अपना शेयर नहीं मिलने के कारण अपने गुर्गे को कालिया के चेप्टर को क्लोज करने का आदेश दे दिया था।

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