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BiG News-मोबाइल नही मुस्कुराहटें लौटाकर सुशासन और खाकी से उम्मीदों की जड़े मजबूत करता युवा IPS 

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पटना Live डेस्क।यदि आपका मोबाइल चोरी हो जाए और आप यह अपेक्षा करें कि पुलिस चोरी हुए मोबाइल का पता लगाकर आरोपी को गिरफ्तार करेगी और मोबाइल आपको वापस प्राप्त हो जाएगा तो आप भ्रम पाल रहे हैं ! क्योंकि इसकी गवाही खुद आंकड़े दे रहे हैं। लेकिन जरा ठहरिए ! बिहार की राजधानी पटना के ग्रामीण अंचल में पदास्थित एक युवा आईपीएस खुद के प्रयासों से न केवल आम लोगो के खोए व चोरी गए मोबाइल जिसके मिलने की उम्मीद वो छोड़ चुके होते है को सफलता पूर्वक बरामद कर रहा है बल्कि उनका मोबाइल उनके सुपुर्द कर रहा है। मोबाइल के जरिए वो न केवल उनकी मुस्कुराहटें वापस कर रहा बल्कि खाकी के प्रति उनकी उम्मीदों को न केवल मजबूती प्रदान कर रहा है बल्कि सुशासन के दावो को हकीकत में तब्दील कर कानून के शासन की जड़े मजबूत कर रहा है। सराहनीय प्रयास कर तब्दीली की बयार बहाने वाले शख़्स है भारतीय पुलिस सेवा (आइपीएस) के 2018/2019 बैच के अधिकारी अवधेश दीक्षित जो वर्त्तमान में  बतौर पालीगंज एसडीपीओ(SDPO)के पद पर तैनात है।

कहते है न तब्दीली एकल प्रयासों से भी लाई जा सकती है बशर्ते आप मे जज़्बा और जुनून हो अपने कर्तव्यों के प्रति। इसी जुनून और ज़ज़्बे के तहत युवा IPS अवधेश दीक्षित ने अनुमंडल की कमान संभालते ही अपने अथक और असरकारी प्रयासों के जरिए आम आदमी के बीच अपनी विशिष्ट पहचान कायम कर ली है। पालीगंज अनुमंडल पुलिस के पद पर पदस्थापित एएसपी अवधेश दीक्षित आम आदमी की समस्या को न केवल पूरी तन्मयता से सुनते है बल्कि यथा संभव कानूनी मदद करने की कोशिश के तहत पूरा प्रयास करते है। साथ ही अपने नेतृत्व वाले थानों में आम आदमी की समस्याओं का निवारण हो और उनकी एफआईआर दर्ज हो इसको सुनिश्चित करने को प्रयास करते है। युवा IPS के प्रयासों का नतीजा है कि पालीगंज अनुमंडल के थानों में आम आदमी निर्भीक होकर जाकर अपनी समस्याओं के बबात मुकदमा दर्ज करा रहे है।

एकल प्रयास का जोरदार असर     

सूचना क्रान्ति के इस चरम काल में मोबाइल आज इंसान के लिए रोटी,कपड़ा और मकान के साथ चौथी सबसे अहम वस्तु बन गई है।इसके खोने और चोरी होने पर आम आदमी व्यथित हो जाता है। इस समस्या को बख़ूबी समझते हुए एएसपी अवधेश दीक्षित ने अपने क्षेत्र के आम लोगों से अपील किया है की अगर किसी का मोबाइल गुम हो जाए या चोरी होता है तो थाने में जाकर बेहिचक शिकायत दर्ज कराए। पुलिस आपको आपका मोबाइल ढूंढ कर देंगी। इस सरहनीय प्रयास का फलाफल आमआदमी के लिए बेहद सुखद रहा है।

मुस्कुराहटे खाकी का इक़बाल कर रही बुलंद

                 दरअसल,मोबाइल खोने/चोरी का FIR दर्ज़ होने के बाद युवा अधिकारी स्वयं मामलों से जुड़ी जानकारी विशेषकर IMEI (International Mobile Equipment Identity) जिसे अमूमन हमलोग इंस्ट्रुमेंट आईडी भी कहते है के जरिए अपनी तकनीकी दक्षता के जरिए ट्रैक करवाते है। इस एकल प्रयास का बेहद सकारात्मक असर पड़ा है। अबतक पालीगंज अनुमंडल में तकरीबन आम आदमी के दर्जनभर खोए मोबाइल ढूढ़कर कर एएसपी दीक्षित द्वारा बुझे चेहरे पर मुस्कुराहट के साथ भुक्तभोगियों के सुपुर्द किया गया है।

                     युवा आईपीएस के इस सकारात्मक पहला का फलाफल यह निकला है आम आदमी का खाकी के प्रति अनुमंडल में न केवल नज़रिया बदल रहा है बल्कि आवाम की उम्मीदें भी पटना पुलिस से बढ़ी है। युवा एएसपी के अनुसार पुलिस का कर्तव्य लॉ एंड ऑर्डर और क्राइम कंट्रोल तो है ही साथ ही हमारी कोशिश होनी चाहिए कि सामाजिक तारतम्य सुनिश्चित करते हुए आम आदमी के गम और खुशियों में यथासम्भव शरीक होकर उनको सुरक्षित और शौहर्दपूर्ण वातावरण मयस्सर कराया जा सके। इस प्रयास का दूरगामी असर भी हो रहा है और आमलोगो के बीच कानून के राज की जड़े भी मजबूत हो रही है।

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