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Super Exclusive (सबसे बड़ा खुलासा) IAS मेंस परीक्षा में चेन्नई में ब्लूटूथ के जरिये चीटिंग करते पकड़े गए IPS शफीर करीम का “बेहद शातिराना” सच जो आपके होश उड़ा देगा

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पटना Live (नेशनल) डेस्क। सोमवार की देर शाम एक ख़बर ने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा क्योकि की ये खबर जुड़ी थी एक IPS अधिकारी से जो IAS मेंस के एग्जामिनेशन में ब्लूटूथ के जरिये चीटिंग करते हुए पकड़े गए। देश मे यूपीएससी की परीक्षा में चीटिंग करते किसी IPS अधिकारी के पकडे जाने की यह संभवतः पहली घटना बताई जा रही  है। 2014 बैच के आईपीएस शफीर करीम का एग्जामिनेशन सेंटर चेन्नई के एगमोर गवर्नमेंट गर्ल्स स्कूल में था। परीक्षा के दरम्यान ही इनविजिलेटर ने पाया कि शफीर करीम ब्लूटूथ के जरिये नक़ल कर रहा है। इनविजिलेटर ने शफीर करीम को परीक्षा में शामिल होने से रोका और पुलिस को बुला लिया।आगे की पड़ताल में पता चला कि शफीर करीम ब्लूटूथ के जरिये अपनी पत्नी “ज्योसी एन ज़िया” से कनेक्टेड थे,जो उन्हें परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों का जवाब बता रही थी।इसके बाद शफीर करीम को हिरासत में लेकर थाना लाया गया। हैदराबाद की पुलिस को शफीर करीम की पत्नी को कस्टडी में ले लिया गया। यह ख़बर आग की तरह वायरल हो गई।

जुड़ने लगी कड़िया खुलने लगा शातिराना खेल

ख़बर बड़ी और सनसनीखेज थी, तो पटना Live ने इस ख़बर के पीछे का सच तलाशने की मुहिम शुरू कर दी। इस ख़बर को पढ़ने के बाद जो पहला सवाल दिमाग मे कौंधा वो ये था कि आखिर आईपीएस अफसर चिटिंग क्यो करेगा?एक छोटीसी गलती उसके वर्त्तमान कैरियर को भी चौपट कर सकती है। फिर खयाल आया शायद आईएएस बनने की ख़्वाहिश रही होगी।बढ़िया रैंक हासिल कर अपने सपने को पूरा करने की कोशिश में पुनः परीक्षा दे रहे होंगे शफीर। ऐसे तमाम सवालों में उलझे हम ने जब आईपीएस शफीर करीम के सच को जानने ख़ातिर वर्ष 2014 के यूपीएससी के उसके रिजल्ट को टटोला तो हम सच जानकर और सामने खुले कम्यूटर स्क्रीन पर उभरे रैंक को देखकर सन्न रह गए।

शफीर करीम ने 112वीं रैंक की थी हासिल

वर्ष 2014 में शफीर ने यूपीएससी की परीक्षा में 112वीं रैंक हासील कर शानदार सफलता पाई थी। इस बेहतरीन रैंक के हिसाब से करीम को आईएएस कैडर मिलता लेकिन बक़ौल शफीर के फ़िल्म “कमिश्नर” देखने के बाद उसका वर्दी के प्रति रुझान बढ़ गया और वो एक आईपीएस अफ़सर ही बनना चाहता था। साथ ही उसके पिता भी उसे एक आईपीएस अफसर ही बनाना चाहते थे। इस लिए शफीर ने आईएएस की जगह आईपीएस कैडर को चुना। इस जानकारी के बाद तो शफीर के पुनः वर्ष 2017 में दुबारा यूपीएससी परीक्षा देने पर ही बेहद गंभीर सवाल उठना लाजिमी है। आखिर क्यों करीम संघ लोक सेेेवा की परीक्षा में शामिल हुआ और फिर सफल होकर मेंस में शामिल होना कई सवाल खड़े करता है। वही दुसरी तरफ इस इंजीनियर का बेहद शातिराना तरीके से तकनीक की मदद से चिटिंग करना भी कई अहम सवाल खड़े करता है। साथ ही इस पूरी कवायद में उसकी पत्नी “जॉयस एन ज़िया” की महती भूमिका और उसके द्वारा यूपीएससी मेंस में पूछे गए सवालों का जवाब लिखवाने में शामिल होना वो भी चेन्नई से तकरीबन 650 किलो मीटर दूर हैदराबाद में मौजूद होने का खुलासा होने के बाद अब यह महज़ एक चिटिंग का मामला नही होकर सटीक रणनीति और बेहद योजनाबद्ध होकर किसी विशेष कारण ख़ातिर किया जा रहा रहस्यमय पर बेहद शातिराना खेल की तरफ इंगित करता है।

आख़िर क्यो लिया इतना बड़ा रिस्क

संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित होने वाली देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा में एक आईपीएस द्वारा गड़बड़ झाला किये जाने का खुलासा होने के पीछे गहरी साजिश का अंदेशा पुख्ता होता प्रतीत हुआ। तो फिर एक बार दिमाग की बत्तियां जल उठी और लगातार यह सवाल कौंध ने लगा कि आख़िर आईएएस कैडर मिलने पर अपने ड्रीम को पूरा करने ख़ातिर आईपीएस कैडर चुनने वाले शफीर ने किस मकसद ख़ातिर यूपीएससी की परीक्षा दी और ब्लूटूथ हीयरिंग डिवाइस से चिटिंग की। सवाल के बीच दिमाग मे यह बात भी उमड़ने घुमड़ने लगा कि आखिर एक व्यक्ति जो आईपीएस है आखिर अपनी बेहद प्रतिष्ठित नौकरी को दांव पर लगाकर आख़िर क्या हासिल करेगा? चुकी सवाल बेहद अहम था जवाब भी जरूरी था। शफ़ीर करीम का सच तलाशने की कवायद गूगल के जरिये शुरू की गई।

ओह ,तो ये है पूरा खेल

ज्यो ज्यो हमारे खोजबीन और रिसर्च का दायरा बढ़ा शफ़ीर करीम नामक इस इंजीनियर जो यूपीएससी की परीक्षा में वर्ष 2014 में सफल होता है के बेहद करीने और बारीकी से बुने गए तिलिस्म टूटने लगता है। 2013 में करीम अपने पहले एटेम्पट में फाइनल यानी इंटरव्यू तक पहुुुच कर महज 6 अंकों से असफ़ल होने के बाद दिल्ली से अपने गृह जिले केरल लौट आया और खुद एक अन्य व के साथ कोचिंग इंस्टिट्यूट की शुरुआत करता है।

फिर महज 3 साल में संस्थान से 53 छात्र संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफल हो जाते है। है न कमाल की बात। शफ़ीर करीम को जब चोरी करते पकड़ा गया तो उसके कब्जे से पुलिस को एक मोबाइल फोन,ब्लूटूथ डिवाइस और वायरलेस इयरप्लग स्पीकर्स जब्त किए गए हैं।परीक्षा के दौरान करीम पत्नी को व्हॉटसअप पर सवाल भेज रहे थे और वो उन्हें कॉल के जरिये जवाब बता रहीं थीं।”

पति पत्नी और वो

दोनों के अलावा एक और शख्स को इस पूरी कवायद में शामिल होने के आरोप में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। जिसकी रामबाबू के तौर पर की गई है।रामबाबू करीम की पत्नी जॉयस एन ज़िया के साथ मिलकर उन्हें सवालों के जवाब बता रहा था। यानी पूर्ण योजना के साथ ।इस खेल को अंजाम दिया जा रहा था ? पर सवाल अब भी मौजु था आखिर क्यों ? शोहरत ख़ातिर ? ना बिल्कुल नही ….

खुलासा जारी है …

 

 

 

 

 

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