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Fact Finding-महिला सिपाही का 3 साल तक यौनशोषण के दर्ज़ मुकदमे के आरोपी ASI पर साहब मेहरबान मिली तैनाती

◆ 6 अक्टूबर 2021 को महिला सिपाही ने दर्ज़ कराया था मुकदमा,आरोपी तत्कालीन समय मे नगर थाने में था तैनात ◆ SSP जयंतकांत ने किया था लाइन हाजिर,जाँच कर रिपोर्ट देने ख़ातिर डीएसपी टाउन, डीएसपी हेडक्वार्टर और महिला थानाध्यक्ष को शामिल कर बनाई गई टीम ◆ महज़ पांच माह बाद ही एसएसपी मुज़फ्फरपुर ने हथौड़ी थाना में किया आरोपी एएसआई को तैनात ◆ तैंनाती पर उठ रहे सवाल जबकि पीड़िता के आवेदन पर दर्ज़ FIR में एसएसपी के रीडर का बाकायदा नाम के साथ है उल्लेख

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पटना Live डेस्क। बिहार में सुशासन है। यह दावा सूबे की सरकार लगातार व हर मौके पर करती है।वही दूसरी तरफ CM नीतीश कुमार महिला सशक्तिकरण के अभियानों ख़ातिर देश भर विख्यात है। सुशासन की सरकार महिलाओ पर हो रहे अत्याचार और हिंसा को रोकने व इंसाफ दिलाने को लेकर बड़े बड़े दावे करती है। पर बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जो महिलाओ व बेटियां की सुरक्षा के दावों पर न केवल गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। हद तो ये की बिहार पुलिस विभाग को शर्मसार करने वाले काण्ड में भी बड़े साहब ने महज पाँच महीने में ही महिला सिपाही के यौन शोषण के मुकदमे के आरोपी ASI को जिले के हथौड़ी थाना में तैनाती कर दी है।सनद रहे कि पीड़िता के आवेदन में बाकायदा नाम के साथ एसएसपी मुज़फ्फरपुर के रीडर का भी उल्लेख है। अब सवाल उठता है कि क्या इससे सुशासन राज में बड़े साहब की मेहरबानी से महिला उत्पीड़न को बढ़ावा नही मिलेगा?

जानिए क्या है पूरा मामला

                          वर्दी वाले के द्वारा वर्दीवाली का यौन शोषण का यह मामला सूबे के मुजफ्फरपुर जिले का हैं।बीते वर्ष 2021 अक्टूबर महिने में मुज़फ्फरपुर नगर थाने में तैनात एएसआई जितेंद्र पासवान (ASI Jitendra Paswan)  पर एक महिला सिपाही ने 3 साल तक यौन शोषण का आरोप लगाते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग दिल्ली (NCW) और राज्य महिला आयोग पटना (State Women Commission Patna) सहित अपने विभाग के वरीय पुलिस अधिकारियों से मामले में इंसाफ के लिए गुहार लगाई। साथ ही महिला सिपाही ने थाने में और एसएसपी मुज़फ्फरपुर जयंत कांत से इंसाफ के लिए इसकी शिकायत की तो मामले की गंभीरता को देखते हुए महिला थाने में FIR दर्ज़ करने का आदेश दिया गया।6 अक्टूबर 2021 को महिला थाने दर्ज़ हुआ मामला

अपनी लिखित शिकायत में महिला सिपाही ने आरोप लगाया है कि एएसआई ने उसे कुछ नशीला पदार्थ देकर उसे अचेत कर दिया और फिर उसका यौन शोषण किया।इतना ही नहीं उसका अश्लील वीडियो भी बना लिया।मैंने ऐसा करने पर विरोध किया तो उसने मांग भर दिया। शादी करने का वादा कर 3 साल तक यौन शोषण किया। पूर्व से शादीशुदा और अन्य कई लड़कियों के साथ एएसआई के संबंध की बात पता चली तो इस बात का मैंने विरोध करना शुरू कर दिया। वह धमकियां देने लगा कि तुम्हारा फोटो और वीडियो वायरल कर दूंगा। पीड़ित महिला सिपाही ने ये तामम बाते अपने आवेदन में लिखा। एसएसपी के आदेश पर महिला थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

ASI को लाइन हाजिर जाँच ख़ातिर टीम गठित

वही पूरे मामले को लेकर तब एसएसपी जयंत कांत ने बताया था कि आरोपी एएसआई को लाइन हाजिर किया गया है साथ ही महिला थाने को एफआईआर दर्ज करने के लिए कह दिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी टाउन, डीएसपी हेडक्वार्टर और महिला थानाध्यक्ष को शामिल करते हुए एक टीम गठित कर दी गई है। मामले की जांच करने का निर्देश दिया गया है और जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। लेकिन न तो आजतक कोई जाँच रिपोर्ट आई न आरोपी पर कोई कानूनी कार्रवाई हुई। ASI नतीजतन बलात्कार जैसे जघन्य धारा का आरोपी होने के बावजूद पूरी हनक के साथ शहर में विचरता रहा और अब कृपा बरसी तो थाने के अनुसन्धान ईकाई तैनात कर दिया गया।

जाँच जारी है लेकिन मेहरबानी हुई तैनाती मिली

तब से यानी Octuber फर्स्ट वीक 2021 से अबतक जाँच जारी है। मुज़फ्फरपुर महिला थाने में दिनांक 6/10/21 को दर्ज़ हुआ यह बेहद गंभीर मामला महज काण्ड संख्या 76/2021 बनकर थाने की फाइलों के ढेर में कही दबा पड़ा है। सनद रहे कि पीड़िता के आवेदन पर आरोपी पर तमाम आईपीसी धारों समेत 376 और 27 आर्म एक्ट भी चस्पा किया गया है। पर बीतते वक्त के साथ महज 5 महीने बाद ही विभाग से जुड़े मामला होने के बावजूद मुजफ्फरपुर एसएसपी ने उक्त आरोपी एएसआई को जिले के हथौड़ी थाना अनुसंधान ईकाई में तैनाती देते हुए 24 घण्टे में योगदान करने का आदेश जारी कर दिया है।इस तैनाती को लेकर न केवल पुलिस महकमे में बल्कि शहर में भी इसके ख़िलाफ़ सवाल खड़े हो रहे है…

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