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BiG Breaking-पटना पुलिस की ताबड़तोड कार्रवाई से महज कुछ घण्टों में सही सलामत बरामद हुए दोनों अपहृत

पटना पुलिस ने राजधानी के 2 लोगो के अपहरण और 10 लाख की फिरौती काण्ड को महज कुछ घंटों में किया पर्दाफाश, दोनो अपहृत को किया सही सलामत बरामद, महिला समेत अपराधियों को किया गिरफ्तार

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पटना Live डेस्क। बिहार के बेगुसराय में बाइक सवार अपराधियों द्वारा सड़क पर घूम घूम कर अन्धाधुन्ध फायरिंग कर एक शख्स की हत्या और 11 लोगो को जख्मी करने की खौफ़नाक वारदात से मची अफ़रातफ़री के बीच पटना के एक हॉस्पिटल संचालक का उसके सहयोगी के साथ अपहरण कर लिए जाने की सनसनीखेज वारदात को अपहृत के जानकार लोगो के द्वारा अंजाम दिया गया। दोनो को कब्जे करने के बाद परिजनों से 10 लाख रुपए की फिरौती की डिमांड की गई। अपहरण और फिर फिरौती की डिमांड से परिजनों में कोहराम मच गया। डरे सहमे परिजनों ने फौरन पटना पुलिस से सम्पर्क किया और मदद की गुहार लगाई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पटना पुलिस भी तुरंत एक्शन में आ गई। घटनाक्रम और फिरौती की डिमांड की मांग कड़ी से कड़ियां जोड़ते हुए पटना पुलिस ने सारण पुलिस के सहयोग न केवल अपहृत और उसके सहयोगी को न केवल क गैराज से सकुशल बरामद कर लिया गया बल्कि कांड में शामिल महिला समेत तीन (3) अपहरणकर्ताओं को भी धर दबोचा गया।

अपहरण फिरौती और बरामदगी की कहानी

                  पटना से मंगलवार की दरमियानी रात 90 फ़ीट ईस्ट इंदिरा नगर रोड कंकड़बाग थाना अंतगर्त पड़ने वाले एक निजी हॉस्पिटल के संचालक रविरंजन और सहकर्मी सुभाष को कार सवार कुछ लोगो ने अपहृत कर लिया और अपने साथ लेकर चलते बने। घटना की जानकारी मिलते ही कोहराम मच गया और फौरन इस बात की जानकारी स्थानिए थाना समेत उच्च अधिकारियों को दी गई। मामले की गम्भीरता को देखते हुए फौरन एसएसपी पटना द्वारा पुलिस की कई टीमों को अपहृतों की सुरक्षित बरामदगी ख़ातिर मिले इनपुट्स के आधार पर छापेमारी करने का निर्देश दिया गया।

                        इसी बीच अपहरणकर्ताओं ने 10 लाख की फिरौती ख़ातिर परिजनों को मोबाइल से संपर्क किया फिर क्या था कड़ियां जुड़ने लगी। CCTv फुटेज से कार की पहचान हुई। मोबाईल लोकेशन और कार के जाने वाली दिशा में जब रास्ते मे पड़ने वाले सीसीटीवी चेक किया गया तो कार के शहर से बाहर निकलने और सारण की ओर जाने की जानकारी हुई यानी कड़िया जुड़ रही थी। समय व्यस्त न करते हुए थानेदार व अन्य पुलिसकर्मी अपहृत के परिवार के सदस्य को लेकर छपरा की तरफ निकल पड़े। इधर, टेक्निकल सर्विजलान्स के जरिए लोकेश ट्रैक किया जाने लगा। इसी बीच अपहरण में प्रयोग की गई कार को भी बरामद कर लिया गया।

अपहरण में इस्तेमाल कार बरामदे होते ही कड़िया जुड़ गई और पटना पुलिस ने बुधवार की देर रात सारण जिले के डेरनी थाना क्षेत्र से स्थानिए पुलिस की मदद से एक गैराज से हॉस्पिटल संचालक रविरंजन और सुभाष को बरामद कर लिया। साथ ही रक महिला समेत 3 अपहरणकर्ताओं को धर दबोचा। दोनो के सकुशल बरामदगी के बाद पटना पुलिस काण्ड में शामिल महिला समेत चारो को लेकर देर रात पटना पहुची।

कमीशन बना क्राइम की वजह 

                   वही, इस पूरी वारदात की जड में प्रथम दृष्टया एक एम्बुलेंस संचालक से हॉस्पिटल संचालक के बीच पैसे का विवाद बताया जा रहा है। दरअसल, अन्य शहरों से मरीज़ों को पटना के निजी अस्पतालों में पहुचाने के एवज में निजी अस्पतालों के संचालक कमीशन देते है। उक्त कमीशन को लेकर ही विवाद की वजह से अपहरण की घटना को अंजाम दिया गया है।

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