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BiG News-युवती कर रही थी लंबे समय से नाबालिक लड़के का रेप! POSCO एक्ट में हुई शातिर लड़की गिरफ्तार

उत्तराखंड के देहरादून में लड़की ने किया नाबालिग लड़के का रेप! POCSO एक्ट के तहत लड़की की गिरफ्तारी का पहला मामला

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पटना Live (नेशनल) डेस्क। देश मे पहली बार POCSO एक्ट (The Protection Of Children From Sexual Offences Act” या प्रोटेक्शन आफ चिल्ड्रेन फ्राम सेक्सुअल अफेंसेस एक्ट) 2012 के तहत एक युवती पर मामला दर्ज कर जेल भेजा गया है। देहरादून पुलिस के बेहद प्रोफेशनल तरीक़े से किए गए अनुसंधान से ने न केवल एक नाबालिक पर बलात्कार जैसे जघन्य आरोप चस्पा करने की घिनौनी साज़िश का पर्दाफ़ाश हुआ है बल्कि देश मे पहली बार पोस्को एक्ट के तहत युवती को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। यह बेहद शातिराना और चौकाने वाले मामले का सच जानकर आप भी हैरान रह जायेंगे। साथ ही देहरादून पुलिस की प्रसंशा करने लगेंगे।

जबरिया सेक्स फिर करने लगी ब्लैकमेल

दरअसल,29 दिसम्बर 2020 को राजधानी देहरादून के कोतवाली थाने में एक युवती ने एक युवक पर शादी का झांसा देकर रेप का आरोप करने का बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत दर्ज कराई। युवती ने अपनी लिखित शिकायत में जानकारी साझा की थी कि वो पांच महीने की गर्भवती (Pregnant Women) है। साथ ही युवती ने आरोपी युवक की उम्र 22 साल दर्ज कराई।

लेकिन,कहते है न झूठ के पाव नही होते। ठीक ऐसा ही हुआ उत्तराखंड के देहरादून में नाबालिग पर रेप का झूठा आरोप लगाना युवती को ही भारी पड़ गया।दरअसल,युवती द्वारा दी गई लिखित शिकायत की गम्भीरता को देखते हुए कोतवाली थाना पुलिस ने बेहद प्रोफेशनल ढंग से अपनी जांच में जुट गई।

कानूनी प्रावधानो के तहत युवती का मेडिकल कराया और फिर 164 के तहत बयान दर्ज किए गए। लेकिन मेडिकल जांच रिपोर्ट में युवती के प्रेग्नेंट होने की बात झूठी निकली और उसक़ो सहवास का आदि (habitual intercourse) बताया गया। डॉक्टरी रिपोर्ट से देहरादून पुलिस चकरा गई। लेकिन चुकी आवेदन में लड़की ने काफी लंबे समय से युवक के साथ सेक्शुअल रिलेशन होने की बात लिखी थी। पुलिस ने संदेह के बावजूद जांच आगे बढ़ाई तो पूरा मामला पलट गया।

युवक निकला महाज 15 साल का

युवती के आरोप पर जांच के दौरान जब देहरादून पुलिस को मामले के संदिग्ध होने का पहला इशारा डाक्टरी जांच और लड़की के 164 के तहत दिए बयान की जब जांच की गई तो काफी बाते मनगढ़ंत और फर्जी होने के इशारे मिलने लगे।फिर क्या था पुलिस ने आरोपी लड़के के बाबत जब जानकारी जुटाई तो पता चला कि युवक नाबालिग है।उसकी उम्र महज 15 साल है। साथ ही उसके जन्म प्रमाण पत्र और अन्य सरकारी कागजातों के वेरिफिकेशन से भी स्पष्ट हुआ कि आरोपी युवक नाबालिक (Minor) है। इधर, युवक के परिजनों ने “रेप और अन्य” आरोपों को बिल्कुल झूठा बताया और युवती के खिलाफ अपने नाबालिक बच्चे का शारीरिक शोषण व उत्पीड़न करने और झूठा मामला दर्ज कराने का मुकदमा दर्ज करा दिया।

पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज हुआ मामला

मामले के बाबत देहरादून पुलिस ने बताया कि युवती द्वारा आरोपी बनाए गए युवक पर लगाए गए आरोपों की जांच के दौरान पुष्टि नहीं हुई। इस कारण युवक के परिजनों की शिकायत पर झूठा मुकदमा दर्ज कराने और पॉक्सो एक्ट के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।पुलिस ने युवती को बुधवार यानी 17 मार्च को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया। कोर्ट ने युवती को जेल भेज दिया है।

वहीं पुलिस दावा कर रही है कि ऐसा पहली बार हुआ है। जब पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत किसी युवती को गिरफ्तार किया हो। पुलिस जांच में साफ हो गया है कि युवती ने नाबालिग पर यौन उत्पीड़न का झूठा आरोप लगाया और उसका रेप किया। न केवल रेप किया बल्कि लगातार ब्लैकमेल कर उसका शारीरिक और मानसिक शोषण करती रही।

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