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BiG News-बिहार कैडर के 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी ने सीनियर इंस्पेक्टर से किया गाली गलौज,हुआ खुलासा तो बढ़ा बवाल

बिहार में इंस्पेक्टर ने एसपी पर गाली-गलौज करने का आरोप लगाया है। इस मामले को लेकर मोर्चा खोल दिया है। बिहार पुलिस की विशेष शाखा के वरीय पुलिस इंस्पेक्टर अजय सिंह ने एसपी (स्पेशल ब्रांच) दीपक बर्णवाल पर अपने कार्यालय में कई बार गाली-गलौच करने का आरोप लगाया है।

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पटना Live डेस्क। अफसर बनकर आप सिर्फ “सर” के उच्चारण के हक़दार हो जाते है पर तहज़ीब व तमीज़ के जरिए आप हर दिल अज़ीज़ बनते है यानी दिल से आदर व सम्मान के हक़दार बन जाते है। लेकिन वर्त्तमान दौर में सरकारी इदारों विशेषकर पुलिस महकमे के अफसरों के खराब व्यवहार के कारण ही मातहत बेहद तनावपूर्ण और मानसिक गुलामों का जीवन जीने को मजबूर हैं। वही देश भर में ऐसी तमाम घटनाए हुई है और सुर्खियां भी बनी है जिसमें आईपीएस अधिकारियों की मानसिक प्रताड़ना व दुर्व्यवहार से आज़िज़ आकर ख़ाकीवालो ने खुदकुशी कर ली और फिर परिजनों के अथक लाखो फरियाद के बावजूद मातहतों से बदतमीजी कर घटिया संस्कार का परिचय देने वाले ऐसे आईपीएस के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने से ऐसे मामले देश भर में लगातार बढ़ रहे हैं।

इसी क्रम में बिहार कैडर के 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी के द्वारा अपने मातहत सीनियर इंस्पेक्टर के साथ कई बार गाली गलौज करने के मामले का खुलासा होने से महकमे में हड़कंप मच गया है। एसपी द्वारा गाली का प्रयोग कई बार व बार बार किए जाने से सिर्फ भुक्तभोगी सीनियर इंस्पेक्टर ही आहत नही है बल्कि इस बात की जानकारी मिलने के बाद पुलिस एसोसिएशन भी गुस्से में है।एसोसिएशन ने इस मामले में सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हस्तक्षेप करने की मांग कर दी है। साथ ही गाली देने वाले पुलिस अधीक्षक पर कार्रवाई की मांग कर दी गई है।

कई बार गाली-गलौच करने का आरोप

बिहार पुलिस की विशेष शाखा के वरीय पुलिस इंस्पेक्टर अजय सिंह ने एसपी (स्पेशल ब्रांच) दीपक बर्णवाल पर अपने कार्यालय में कई बार गाली-गलौच करने का आरोप लगाया है।इस बाबत उन्होंने विशेष शाखा के वरीय पुलिस अधिकारियों को पत्र भेजकर इंसाफ की गुहार लगाई है।अपने आवेदन में वरीय पुलिस इंस्पेक्टर अजय सिंह ने लिखा है कि ‘मैं विभाग में स्वीकृत कार्यबल से संबंधित आंकड़ों के साथ आपके कार्यालय में नौ बजे उपस्थित हुआ। आपने देखते ही मुझे गाली दी जो बहुत ही शर्मनाक है,जबकि इसके लिए मैं दोषी नहीं था। मैं 59 वर्षीय इंस्पेक्टर हूँ जिसे गाली देते समय आपको शर्म आनी चाहिए।

इंस्पेक्टर अजय सिंह ने कहा कि आप चिल्लाने लगे लेकिन मैंने प्रतिरोध नहीं किया।आपके द्वारा मुझे गाली देना जीवन मरण की समस्या बन गया है। मैं इसकी सूचना परिवार के सदस्यों को भी दे चुका हूं। मुझे शर्म है आपके व्यवहार पर। आप पूर्व में भी मेरे एवं अन्य के साथ ऐसा कर चुके हैं।

आईपीएस अफसर भूल रहे हैं मातहतों के दम पर ही वह टिके हुए हैं।मातहतों की वजह से वह सफल अफसर कहलाते हैं। ऐसे आईपीएस को याद रखना चाहिए कि अगर अपनी हरकतें बंद नहीं की तो एक दिन ऐसा भी हो सकता है कि परेशान मातहत पलट कर उन पर भी हाथ उठा देगा।

सीएम को भी लिखित आवेदन दिया जाएगा

एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस एक अनुशासित विभाग है। अंग्रेजों के समय भी इस तरह गंदी गाली नहीं दी जाती थी। इस मामले में सोमवार को एक प्रतिनिधिमंडल पुलिस मुख्यालय के वरीय अधिकारियों से मिलेगा और एसपी पर सख्त कार्रवाई की मांग करेगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री को भी लिखित आवेदन देकर उनके संज्ञान में मामला लाया जाएगा।

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