पटना Live डेस्क| बिहार में गंगा नदी का उफान जारी है। बिहार की सीमा में बक्सर से लेकर कहलगांव तक इसके जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। आधा दर्जन से अधिक जिलों में यह खतरे के निशान को पार कर गई है। पटना व भागलपुर के तटीय इलाकों में गंगा में आई बाढ़ से स्थिति भयावह होती जा रही है। कई गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है। लोगों की परेशानी बढ़ गई है। वे घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं।
मिल रही जानकारी के अनुसार, फरक्का बराज के सभी 108 गेट खोलने के बाद भी वहां गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 45 सेंटीमीटर ऊपर है। बिहार में बक्सर से कहलगांव तक गंगा सभी स्थानों पर खतरे के निशान को पार कर गई है। बक्सर में गंगा में 24 घंटे में 1।07 लाख क्यूसेक पानी अधिक आ गया है। इसकी वजह से पटना में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। नए इलाके में पानी घुस गया है। पटना के उस पार वैशाली जिले की भी कमोबेश यही स्थिति है।
पटना में दीघा और गांधी घाट में गंगा का जलस्तर बीते 24 घंटे में क्रमश: 24 व 17 सेमी बढ़ा है। इसमें लगातार बढ़ोतरी ही दर्ज की जा रही है। हालांकि, गंगा का जलस्तर अभी वर्ष 2016 का रिकॉर्ड नहीं तोड़ा है। वहीं, गंगा के जलस्तर बढ़ने के चलते सहायक नदियों का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। गंडक, महानंदा, कोसी, बागमती, अधवारा, बाया, बूढ़ी गंडक, कमला समेत लगभग दर्जन भर नदियां खतरे के निशान को पार कर गई हैं।
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