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BiG News- पटना पुलिस और ग्रमीणों में खूनी भिड़त 50 राउंड से ज्यादा फायरिंग,गोली लगने से युवक की मौत 3 घायल,दर्ज़नो पुलिसकर्मी घायल

पंचायत चुनाव प्रचार रोकने पहुची पुलिस टीम पर फायरिंग की घटना के बाद पुलिस ने पूरे गांव को चारो ओर से घेरा, पुलिस छावनी में तब्दील, पुलिस के आलाधिकारी भी मौके कर रहे कैम्प,एक ग्रामीण रंजीत कुमार की गोली लगने से मौत 3 अन्य घायल होने की खबर,पुलिस व ग्रामीणों के बीच करीब 50 राउंड से अधिक गोली चलने के दावे

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पटना Live डेस्क। बिहार पंचायत चुनाव में हिंसा को रोकने की बिहार पुलिस की तमाम कोशिशों को राजधानी पटना में ही पलीता लग गया है।राजधानी पटना के मसौढी अनुमंडल के धनरूआ थाना के मोरियामा गांव में पंचायत चुनाव प्रचार को रोकने पहुंची पुलिस टीम और ग्रामीणों में पहले जमकर झड़प हो गई। और फिर देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि पहले तो जमकर पत्थरबाजी शुरू हुई। फिर दोनों तरफ़ से ताबड़तोड़ फायरिंग से इलाका दहला उठा। इसमें सर्किल इंस्पेक्टर राम कुमार प्रसाद सहित लगभग दर्ज़नभर से अधिक पुलिसवालो घायल हो गए। वहीं, इस खूनी भिड़ंत में एक 25 साल के ग्रामीण की मौत हो गई है और 3 ग्रामीणों के घायल होने की खबर है।घटना के बाबत पुलिस के आला अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं।

वही मसौढ़ी के थानेदार रंजीत रजक और सर्किल इंस्पेक्टर के भी गंभीर रूप से जख्मी होने की सूचना है। घटना के बाद से कई थानों की पुलिस फोर्स गांव में कैंप कर रही है। पुलिस व ग्रामीणों के बीच करीब 50 राउंड से अधिक गोली चलने की बात सामने आयी है।वही 25 वर्षीय युवक रंजीत कुमार किसकी गोली लगने से मरा है इसको लेकर संशय बरकार है। हालांकि ग्रामीणों का आरोप है की पुलिस की गोली लगने से ही रंजीत की मौत हुई और अन्य तीन ग्रामीण जख्मी हुए है।घटना के बाद से पूरे गांव में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है।

पुलिस और मुखिया समर्थकों में हुई फायरिंग

बताया जा रहा है कि शुक्रवार को धनरूआ के मोरियामा में पंचायत चुनाव को लेकर अंतिम पहर का प्रचार प्रसार था।विवाद शाम के साढ़े चार बजे से शुरू हुआ। एक दल के लोग अपने समर्थक के साथ घूम रहे थे। इसे दूसरे दलों के लोगों ने रोक दिया। इसी में विवाद हुआ था। इसके बाद पुलिस को सूचना मिली थी। इसी मामले को सुलझाने के लिए पुलिस दल घटना स्थल की ओर जा रही थी। तभी मोरियामा गांव के समीप बीच सड़क पर निवर्तमान मुखिया सह मुखिया प्रत्याशी सुरेंद्र साव के प्रचार वाहन पर लाउडस्पीकर की आवाज सुनकर पुलिस टीम रुक गयी। धनरुआ थानेदार ने वाहन में लगे म्यूजिक सिस्टम से मेमोरी पेन ड्राइव निकाल लिया। यह देख सुरेंद्र का बेटा वहां आ धमका और थानेदार से उलझ गया। हंगामा होने लगा।

पुलिस ने किया लाठी चार्ज बढ़ा बवाल

हंगामा बढ़ने लगा और मुखिया पुत्र व उसके समर्थक उग्र होने लगे तो माहौल बिगड़ता देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। यह देख सुरेंद्र मुखिया के समर्थकों ने पथराव शुरू कर दिया। पत्थरबाजी के बाद पुलिस दल को पीछे हटना पड़ा। हालात की गंभीरता व बढ़ते तनाव को देखकर कई थानों की पुलिस को धनरुआ थाना कि सहायता ख़ातिर बुलाया गया।

और फिर 6 बजकर 20 मिनट पर धाय धाय

दरअसल,धनरुआ पंचायत में 24 अक्टूबर को पंचायत चुनाव ख़ातिर मतदान सुनिश्चित है लेकिन महज दो दिन पहले मोरियामा पंचायत में भारी बवाल और तनाव को देखते हुए शांतिपूर्ण मतदान कराने की बड़ी चुनौती पुलिस और प्रशासन पर आन पड़ी। इसको देखते हुए आधा दर्जन थाना के थानेदार पुलिसबल के साथ पहुंचे और दूसरी बार धनरुआ थाना पुलिस छह बजकर 20 मिनट पर मोरियामा गांव फ्लैग मार्च करने को आगे बढ़ी।

पुलिसबल अभी गाँव मे प्रवेश कर आगे बढ़ा ही था कि आरोप है कि इसी बीच कथित तौर पर निवर्तमान मुखिया सह मुखिया प्रत्याशी सुरेंद्र साव के समर्थकों ने चारों ओर से पुलिसदल पर ईंट पत्थर फेकना शुरू कर दिया। यह भी आरोप है कि पथराव के दौरान कुछ लोग फायरिंग भी करने लगे। यह देख पुलिस ने भी फायर खोल दिया और ताबड़तोड़ फायरिंग से इलाका दहला उठा। दावा किया जा रहा कि पुलिस दल व ग्रामीणों के बीच करीब 50 राउंड से अधिक फायरिंग हुई है। इस दो तरफ खुरजी व गोलीबारी के दौरान चार लोग घायल हो गये। घायलों में रंजीत नामक युवक की गोली लगने से मौत हो गई। मौत की खबर से इलाके में तनाव बढ़ गया।

पुलिस छावनी में तब्दील हुआ मोरियामा गांव

पटना पुलिस व ग्रामीणों के बीच हुई खूनी भिड़ंत के बाद धनरुआ पंचायत के मोरियामा गांव का माहौल पूरी तरह से अशांत हो गया है। घटना की सूचना के बाद एसएसपी समेत पुलिस महकमे के आला अधिकारी व कई थानों की पुलिस फोर्स गांव में पहुंची।आरएएफ के जवानों को भी बुला लिया गया है। मोरियामा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। पुलिस अधिकारी गाँव मे कैंप कर मामले को शांत व तनाव को कम करने ख़ातिर प्रयासरत है।

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