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Fact Finding(cctv)ज्वेलर्स से रंगदारी-दुकानदार व रंगदार में है पुरानी यारी फिर क्यो दोस्ती बदल गई दुश्मनी में जानिए?

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पटना Live डेस्क। राजधानी के राजीवनगर थाना क्षेत्र के रोड नंबर 16 में सुहागन ज्वेलर्स के मालिक राजेश कुमार को 2 बाइक पर सवार होकर आए 4 बदमाशो गोली मार दी और फरार हो गए। खूंरेजी की घटना के बाद कोहराम मच गया। जख़्मी दुकानदार अस्पताल में इलाजरत है। वही घटना के बाबत परिजनों का कहना है कि कुछ दिन पहले जेल में बंद कुख्यात अपराधी पंकज शर्मा ने रंगदारी की मांग की थी। ये पहली बार नही जब सुहागन ज्वेलर्स अपराधियों के निशाने पर आया है।वही, दिनदहाड़े हुई ख़रेजी कि घटना की सूचना पाकर पटना पुलिस के वरीय अधिकारियों समेत स्थानिए थाना पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी हैं।

इधर, घायल दुकानदार के परिजन ने बताया की पखवारे पहले जेल में बंद इलाके कुख्यात अपराधी और रंगबाज पंकज शर्मा ने रंगदारी की मांग की थी। एक साल पहले यानी 8 जनवरी 2021 की शाम के समय सर्राफा दुकानदार राकेश कुमार पर बाइक सवार अपराधियों ने फायरिंग की थी पर गोली एक शिक्षक को लग गई थी।

सीसीटीवी में कैद हुए हमलावर

अपराधियों ने राजीव नगर रोड नंबर 16 में सुहागन ज्वेलर्स से कुछ दूर दक्षिण में प्रेमा पब्लिक स्कूल है। एक चश्मदीद लड़के ने बताया, 2 बाइक अपाचे व ग्लैमर पर कुल 4 अपराधी आए थे। हेलमेट पहने 2 अपराधी बाइक लेकर स्कूल के पास खड़े थे। जब दुकान से गोली मारकर अपराधी भागे तो बाइक के पास आए और यहां पर भी एक गोली हवाई फायरिंग की। कुल 3 गोलियों की आवाज सुनी गई है। देखिए

घटना की जानकारी पर जब पटना Live की टीम घटनास्थल पर पहुची तो मामले में परिजनों के बयान व आसपास के लोगो से बातचीत में तमाम इशारे मिले जो घटना के पीछे रंगदारी और कुख्यात पंकज शर्मा के बीच की कड़ी की ओर इशारा कर रहे थे। सच तलाशने की कवायद जब शुरू हुई तो पता चला कि लूट,रंगदारी सहित ढाई दर्जन से अधिक संगीन मामलों में शामिल पटना का टॉप टेन बदमाश पंकज शर्मा शुरुआती दिनों में वर्ष 2003 चेन स्नैचिंग और लूट की वारदातों को अंजाम देता था। लूट व स्नैचिंग में मिले ज्वेलरी को अमूमन राजीव नगर के आभूषण दुकानदारों को वह चोरी का माल बेचता था।कैश लेता और फिर अय्याशी करता। पैसे की जरूरत पकड़ती तो इन्ही से पैसे उधार भी लेता। जेल से बेल पर आने का इंतजाम कराता।

जेल आना जाना बढ़ा तो पंकज के संपर्क बढ़े और धीरे धीरे अब उसके साथ कई अपराधी और जरायम के गुर्गे जुड़ गए। पंकज का एक गिरोह बन गया। फलाफल यह हुआ कि इसने शहर के पत्रकार नगर, कंकड़बाग, राजीव नगर, शास्त्रीनगर में चेन स्नेचिंग और रंगदारी मांगने लगा। कई कारोबारी उसके खौफ से पुलिस थाने में शिकायत नहीं किए। पुलिस की जांच में चेन स्नेचिंग के दौरान भी पंकज को गुर्गों के साथ देखा जाता था। दायरा बढ़ा तो लूट और स्नैचिंग से मिलने वाले आभूषणों को खपाने खातिर राजीव नगर और शास्त्री नगर के 4-5 ज्वेलर्स को सेट कर गिरोह लूट का माल खपाने लगा।बढ़ती वारदातों से आज़िज़ पटना पुलिस ने अब इस शातिर को निशाने पर ले लिया और दबोचने की कवायद में भीड़ गई।

2 दिसम्बर 2017 की वो रात

दरअसल, कुख्यात पंकज शर्मा जेल से बाहर आने के बाद वह गुर्गों के साथ लूटपाट और चेन स्नेचिंग करने लगा। वही, अब आभूषण दुकानदारों को वह चोरी का माल बेचता था।बाद में उन्हीं ज्वेलर्स मालिकों से वह रंगदारी वसूलने लगा। इधर, पंकज व उसके गिरोह ने शुरुआती सफलता के बाद तो अब रंगदारी को मुख्य धंधा बना लिया और बेउर जेल को अपना दूसरा घर। इस बीच साल 2017 के नवंबर महीने में पंकज ने राजीव नगर के रोड नंबर 16 में स्थित सुहागन ज्वेलर्स शॉप के मालिक से बतौर रंगदारी उसने कैश और सोने की मोटी चेन की मांगी थी।

राजीव नगर में रंगदारी का केस दर्ज होने के बाद पुलिस उसकी तलाश तेल कर दी थी। तफकालीं एसएसपी मनु महाराज ने एक विशेष टीम तक गठित कर दी। लेकिन, हर बार वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो जा रहा है। शातिर पंकज पुलिस को गुमराह करने के लिए जिस मोबाइल से रंगदारी मांगता था उसे दूसरे जिले में भेज देता था। पुलिस सर्विलांस की मदद से उसी जिले का चक्कर लगाते रह जाती थी। जबकि पंकज ठिकाना बदलते रहता था।

           इसी बीच एसटीएफ को पुख्ता जानकारी मिली कि पंकज अपने गिरोह के साथ अपने वैशाली जिले के बिदुपुर थाना क्षेत्र के अपने पैतृक गाँव श्यामपुर दयाल में अपने घर मे मौजूद है।आनन फानन में एसटीएफ व लोकल पुलिस ने उसका घर घेरने की कवायद शुरू की लेकिन तभी एक बड़ा धमाका हुआ। पुलिस दस्ता बाल बाल बचा और जब घर की तलाशी ली गई तो दीवारों पर खून के धब्बे मिले पर घायल होकर भी पंकज फरार हो गया।

 सुहागन ज्वेलर्स से पंकज का है पुराना रिश्ता

खैर,चोर पुलिस का खेल चलता रहा और आखिरकार पुख़्ता जानकारी पर 7 दिसम्बर 2017 को पटना में राजीव नगर के तत्कालीन थानेदार रोहन कुमार ने उस वक्त धर दबोचा जब वो अपने 3 साथियों संग चरस खरीदने पहुचा था। साथ ही वो अपने गुर्गों से पिछले माह पंकज ने राजीव नगर के रोड नंबर 16 में स्थित ज्वेलर्स शॉप के मालिक राजेश कुमार से बतौर रंगदारी उसने कैश और सोने की चेन की मांगी थी। रंगदारी की रकम और सोने की चेन उसके गुर्गे ले चुके थे। पंकज अपने गुर्गों से वहीं सोने की चेन और चरस लेने राजीव नगर आया था।

फिर,समय बीतता गया और जेल से बेल लेकर बाहर निकला और राजधानी में काण्ड करने लगा। लूट के माल को खपाने खातिर इसने राजीव नगर समेत आस पास के कई ज्वेलर्स शॉप मालिकों से गठजोड़ किया हुआ था। लूट कक माल दे देता और जरूरत पर गुर्गो को भेजकर पैसे मंगवाता।सूत्रों का कहना हैं कि सुहागन जवेर्स से भी पंकज शर्मा और इसके गिरोह का लेंन देंन का रिश्ता 2017 से पहले से हैं।

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