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BiG News -महज 48 घंटे में ही आईजी संजय सिंह ने डॉक्टर हत्याकाण्ड का किया पर्दाफाश,मुख्य आरोपी समेत 4 गिरफ्तार

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  • महज 6 हजार रुपये खर्च कर साथियों  संग  6 गोलिया मारकर डाक्टर को सुला दिया मौत की नींद
  • आईजी के पूछताछ में डाक्टर हत्याकांड का हुआ खुलासा, चलेगा स्पीडी ट्रायल ताकि गुनाहगारों को जल्द मिल सज़ा
  • मकतूल डॉक्टर की छिंटाकशी ने बना दिया था भाई को ही भाई का दुश्मन
  • IMA के आह्वान पर सूबे के डाक्टरों ने कर रखा था हड़ताल

पटना Live डेस्क।बिहार में गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के गृह जिले नालंदा में सरेआम दिनदहाड़े एक सरकारी डॉक्टर की गोली मारकर हत्या (Murder) कर दी गई। मृतक डॉक्टर की पहचान 42 वर्षीय प्रिय रंजन कुमार प्रियदर्शी के रूप में हुई। घटना रहुई थाना इलाके में हुई। दिनदहाडे हुई इस हत्या की गूंज राजधानी पटना तक हुई। पुलिस मुख्यालय ने मामले को गम्भीरता को देखते हुए रेंज आईजी संजय सिंह स्वयं काण्ड के अनुसंधान और हत्यारों की त्वरित गिरफ्तारी ख़ातिर बिहार शरीफ का रुख किया। स्वयं आईजी बिहारशरीफ में कैंप किये रहे और साथ ही नालंदा एसपी निलेश कुमार के नेतृत्व में एसआईटी गठित किया। दिनदहाडे हुई हत्याकाण्ड के उद्भेदन और अपराधियों के गिरफ्तारी ख़ातिर एसआईटी लगातार छापेमारी करने लगी। रेंज आईजी की नेतृत्व नालन्दा पुलिस महज 48 घंटे के अंदर पुलिस को बड़ी कामयाबी जब डॉक्टर हत्या का न केवल राजफाश हुआ बल्कि काण्ड के सूत्रधार समेत 4 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया। नालंदा पुलिस ने डॉक्टर हत्याकांड का खुलासा करने का दावा किया है।पुलिस ने चचेरे भाई समेत 4 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है।

एसपी निलेश कुमार ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि पारिवारिक विवाद के कारण चचेरे भाई करण सक्सेना ने भाड़े के बदमाशों की मदद से डॉक्टर की हत्या की साज़िश रची थी। मिली जानकारी के अनुसार करण की एक बहन नर्स के तौर पर अस्पताल में कार्यरत है। इसको लेकर ही डॉक्टर प्रियदर्शी अक्सर छिंटाकशी किया करते थे। बकौल सूत्रों के डॉक्टर द्वारा अक्सर कहा जाता था कि तुम्हारी बहन जैसी कई नर्स हमारे आगे-पीछे चलती हैं। तुम्हारी बहन क्या उनसे अलग है। वह भी तो कईयो के साथ इधर उधर जाती ही हैं। डॉक्टर द्वारा बार बार यह कहा जाना ही उनकी मौत की वजह बन गया।

दरअसल, बहन के बाबत डॉक्टर की तानेबाजी चचेरे भाई करण को बहुत चुभती थी। मन ही मन वह इसे अपने परिवार की बेइज्जती के तौर पर लेता था। साथ ही इसको लेकर वो लगातार कुढ़ता रहता था। लेकिन मंगलवार को एक बार फिर जब चचेरे भाई के साथ चिकित्सक की अनबन हुई।।जिसको लेकर दोनों के बीच मोबाइल पर जमकर बहसबाजी हुई। साथ ही बात इतनी बढ़ गई कि मामला गालीगलौज से बढ़ते हुए एक दूसरे को देख लेने और औकात बता देने तक जा पहुची। फिर क्या था, डॉक्टर को सबक सिखाने और अपनी बेइज्जती का बदला लेने का फैसला कर लिया। फिर उसने अपने 7 अपराधी दोस्तो के साथ मिलकर चचेरे भाई की हत्या करने की प्लानिंग कर डाली। उसने बदमाशों को हथियार के लिए 6 हजार रुपये दिये थे। हत्या से पहले बदमाशों ने दो दिनों तक डॉक्टर की रेकी भी की थी। फिर गुरुवार को डॉक्टर जब ड्यूटी पर जाने को बाइक से निकले तो उसी दौरान पूर्व से घात लगाए बैठे बदमाशों ने रहुई थाना इलाके के निजाय मोड़ के समीप बीच सड़क पर घेर लिया और एक के बाद एक 6 गोलियां मार दी और फरार हो गया। गोलियां लगने कर बाद डॉक्टर ने सड़क पर लगभग 5 मिनट तक तड़पते रहे और फिर उन्होंनेदम तोड़ दिया।डॉ प्रियरंजन कुमार प्रियदर्शी के तड़पने को कई लोगो ने अपने मोबाइल कैमरे में कैद किया पर किसी ने उनकी मदद नही की थी।

इस हत्या को करण समेत 8 बदमाशो ने अंज़ाम दिया। अबतक पुलिस ने करण समेत कुल 4 गिरफ्तार कर लिया है। चार फरार बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है। गिरफ्तार बदमाशों में रामचंद्रपुर मोहल्ला निवासी आलोक कुमार,दीपनगर थाना क्षेत्र के कोरई गांव निवासी टुनटुन व सौरभ शामिल हैं। हालांकि जांच प्रभावित होने की आशंका से आरोपितों को मीडिया के सामने नहीं लाया गया।

एसपी ने बताया कि यह ब्लाइंड केस था। परिवार के लोग कुछ जानकारी नहीं दे रहे थे। ना ही गांव के लोग इस बारे में कुछ बता नहीं रहे थे। पुलिस टीम ने सभी पहलुओं की छानबीन और पुलिस तकनीक के मदद के जरिए एक अपराधी को दबोच लिया। उसकी निशानदेही पर पूरे मामले का खुलासा कर दिया साथ ही 4 को गिरफ्तार करने में सफलता पाई।

एसपी ने बताया कि इस काम में भाड़े के शूटरों की मदद ली गयी थी। सूत्रधार ने बदमाशों को हथियार के लिए 6 हजार रुपये दिये थे। बदमाशों ने इसी 6 हजार की खातिर चिकित्सक की जान ले ली। साजिशकर्ता ने हत्या के बाद बदमाशों को और रुपये देने का वादा भी किया था। सौदा होने के बाद बदमाशों ने डाक्टर की रेकी की थी। उनके आने-जाने के रास्ते व दैनिक कार्यों की निगहबानी की थी। सूत्रों की माने तो बदमाशों ने एक दिन पहले चिकित्सक की बाइक भी रुकवायी थी। एसपी ने बताया कि हत्या करने से पहले बदमाशों ने शराब का सेवन किया था। कुछ दूरी पर खाली बोतल, गिलास समेत अन्य सामान मिले थे। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त एक बाइक भी बरामद की है।

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