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BiG News – आतंकवाद निरोधक दस्ते के DIG बनाये गए बिहार कैडर के चर्चित IPS अधिकारी विकास वैभव

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पटना Live डेस्क। वर्त्तमान भागलपुर रेंज में डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG) के रूप में तैनात रहे माटी के लाल बिहार कैडर के सबसे चर्चित IPS अधिकारियों में शुमार विकास वैभव को तमाम इंसानियत ख़ातिर सबसे बड़ी समस्या बनकर उभरे आतंकवाद से दो दो हाथ करने ख़ातिर बिहार सरकार ने बतौर DIG आतंकवाद निरोधक दस्ता यानि ATS की कमान थमाई है।विकास वैभव ATS के DIG बनाए गए हैं।इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) द्वारा इसी वर्ष 2003 बैच के आईपीएस विकास वैभव को सत्येंद्र के दुबे (SKD) मेमोरियल अवार्ड -2019 से सम्मानित किया गया है। विकास वैभव ने मानवीय मूल्यों को कायम रखते बिहार के कई बहुमूल्य कार्य किए हैं।

विकास वैभव कुछ दिनों तक NIA (नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी) के एसएसपी का जिम्मा भी संभाल चुके हैं। वहीं उन्होनें साल 2013 में पटना के गांधी मैदान ब्लास्ट और उसके पहले बोधगया ब्लास्ट की तफ्तीश करने वाली टीम को न केवल लीड किया था बल्कि आतंकी घटनाओं में संलिप्त आतंकियों को कोर्ट से सजा दिलाने में महती भूमिका निभाई। उनके बेहद तकनीकी एक्सपर्टीज और सटीक विश्लेषात्मक अनुसंधान को देखते हुए एक बड़ी जिम्मेदारी से नवाजा है।

उल्लेखनी है कि सूबे के बेहद ख्यातिनाम IPS अफसरों में शामिल विकास वैभव के बातौर IPS अबतक के कैरियर में अद्वितीय और कभी न भूलाये जाने वाले अनेकानेक उपलब्धियों के सितारे टंगे है। नक्सल प्रभावित सासाराम के रोहतास फोर्ट को लाल आतंक के कब्जे से मुक्त कराकर कर श्री वैभव ने पहली बार तिरंगा फहराया तो केंद्रीय प्रतिनियुक्त से लौटने के बाद बातौर एसएसपी पटना नियुक्ति के दूसरे दिन ही उन्होंने जून 2015 में तात्कालिक भष्मासुर के तौर पर ख्यातिनाम छोटे सरकार को न केवल घर मे घुसकर गिरफ़्तार किया बल्कि बिहार सरकार के शासन को सुशासन में तब्दील होने के सफर की एक अहम मोड़ दिया। उल्लेखनीय है कि एनआईए में रहते हुए IPS विकास वैभव कई आतंकी वारदातों की गुत्थियां सुलझा चुके हैं।

बहुमुखी प्रतिभा के धनी विकास वैभव एक बेहद अज़ीम शख़्सियत के मालिक है। बेहद तार्किक कलमकार और कवि हृदय के स्वामी है। माटी के स्वर्णिम इतिहास के पहरुआ श्री वैभव पुरातत्व के क्षेत्र में शोध भी कर रहे हैं। साथ ही पुरातन इतिहास के ज्ञाता है। वर्त्तमान समय इंडस वैली सिविलाइजेशन पर शोध करते हुए नए तथ्यों को उद्घृत करने के उद्देश्य पर काम कर रहे हैं।

आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रैजुएट हैं। विकास वैभव बिहार में ऐसे चुनिंदे पुलिस अफसरों में से हैं, जो एक टीचर की तरह बच्चों को पढ़ाते भी हैं।वे चाणक्या लॉ नेशनल इंस्टीच्यूट में बतौर गेस्ट लेक्चरर और एक्सपर्ट स्टूडेंट्स को आतंकवाद के विषय पढ़ाते हैं।

विकास वैभव साइलेंट पेजेज़ नाम से ब्लॉग लेखन में भी सक्रिय है। यह ब्लॉग ऐतिहासिक स्मारकों और माटी के सापेक्षता स्वर्णीय ऐतिहासिक कालखण्डों को कलमबद्ध करते है। साथ ही पुरात्व महत्व के स्थलों को सचित्र उल्लेखित करने है।साथ ही पर्यावरण और ऐतिहासिक धरोहरों से इनका विशेष प्रेम रहा है। साथ में फोटोग्राफी का भी इन्हें शौक है। वैभव दो लोकप्रिय ब्लॉग चलाते हैं।

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