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सात घंटे तक सीबीआई ने लालू से की पूछताछ,पूछे करीब सौ सवाल

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पटना Live डेस्क.  रेल टेंडर घोटाला मामले में सीबीआई ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से करीब सात घंटे तक पूछताछ की…इस दौरान सीबीआई ने लालू प्रसाद से करीब सौ सवाल पूछे..सभी प्रश्नों के जवाब में लालू प्रसाद ने कहा कि उन्हें ठीक से कुछ याद नहीं है..लेकिन उन्होंने इतना जरुर कहा कि रेल मंत्री रहते उन्होंने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया..सीबीआई के कुछ सवालों पर अटके लालू जवाब देने की बजाए यह कहकर टाल गए कि इस तरह के कार्यों का फैसला अफसर लेते हैं..मंत्री नहीं..सीबीआई मुख्यालय पहुंचे लालू के साथ उनकी बेटी मीसा भारती भी थीं..लेकिन पूछताछ अकेले लालू से ही की गई…इस दौरान मीसा अलग बैठी रहीं..इस प्रकरण में लालू के बेटे तेजस्वी यादव से सीबीआई आज पूछताछ करेगी..इस मामले में पहली बार लालू प्रसाद पेश हुए..रेल टेंडर घोटाला मामले में लालू प्रसाद का पूरा परिवार फंसा हुआ है..लालू प्रसाद पर आरोप है उन्होंने रिश्वत में तीन एकड़ जमीन लेकर रेलवे के होटलों का ठेका एक निजी कंपनी को दिया था..

ऐसे हुआ घोटाला

– साल 2006 में रेलवे ने हेरिटेज बीएनआर के दो सरकारी होटलों का टेंडर निकाला था..इन होटलों में एक रांची और दूसरा पुरी में है..

– इनके रख रखाव का काम पटना के चाणक्य होटल की कंपनी सुजाता को सौंपा गया था…इसके मालिक चाणक्य होटल के प्रबंध निदेश विनय कोचर और विमल कोचर हैं..उन्हें भी आरोपी बनाया गया है..

– व्यसायियों ने ठेका के बदले लालू के सहयोगी और पूर्व मंत्री प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता की कंपनी डिलाइट समूह को करोडों की दो एकड़ जमीम महज 65 लाख में दे दी..

– साल 2011 में इस कंपनी के शेयर लालू यादव के परिवार को दिए गए..साल 2014 में लालू परिवार को डिलाइट समूह का मालिकाना हक मिल गया..

– 6 फरवरी 2014 को लालू के पुत्र तेज प्रताप और तेजस्वी यादव इस कंपनी के निदेशक बन गए..जबकि 26 जून 2014 को बेटी चंदा निदेशक बनी थी और 5 अगस्त को बेटी रागिनी..

– 14 फरवरी 2017 को डिलाइट कंपनी का नाम लारा कर दिया गया..जिसमें लालू..राबड़ी और तेजस्वी भी निदेशक थे..लेकिन बाद में लालू ने अपना नाम हटा लिया..इसी जमीन पर मॉल का निर्माण हो रहा है..

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