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BPSC Paper Leak-ADG एडीजी नैय्यर हसनैन खान की टीम ने DYSP रंजीत कुमार रजक को किया गिरफ्तार

दस वर्षों से कई सरकारी प्रतियोगिता परीक्षा में सेटिंग करनेवाले डीएसपी को ईओयू ने किया गिरफ्तार, गिरफ्तार केन्द्राधीक्षक शक्ति कुमार से लगातार थे संपर्क में, पूछताछ में हुआ था खुलासा, पूर्व से ही बीएसएससी प्रतियोगिता परीक्षा में आरोपित है डीएसपी रंजीत कुमार रजक, चार्जशीट है दाखिल,BPSC पेपर लीक मामले की जांच कर रही एसआईटी ने एक बड़ा एक्शन लिया है

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पटना Live डेस्क। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा के पेपर लीक मामले में अब एक पुलिस अफसर को गिरफ्तार किया गया है। दरअसल, पेपर लीक की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बल-14 के डीएसपी रंजीत रजक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की थी तदुपरांत उनके के खिलाफ मील सुबूतों और मौजूदा साक्ष्यों के आधार पर उनको गिरफ्तार कर लिया गया है। अबतक पेपर लीक मामले में इससे पहले 16 अभियुक्त जेल जा चुके हैं, जिसमें आधा दर्जन से अधिक सरकारी पदाधिकारी शामिल हैं। उल्लेखनीय है की पटना Live ने पूर्व में ही आपको बताया था कि ADG खान को BPSC पेपर लीक जांच का जिम्मा मिलते ही बिहार के लोगो की उम्मीद बढ़ गई कि अब कोई भी शातिर नही बचेगा और अबतक की जांच में यह साबित भी हुआ है।

मिली जानकारी के अनुसार पटना में तैनात डीएसपी रंजीत रजक बीपीएससी पेपर लीक गिरोह से जुड़े सदस्यों के लगातार संपर्क में थे। पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपितों के साथ फरार आरोपितों से उनकी बातचीत के साक्ष्य ईओयू को मिले हैं। बीपीएससी पेपर लीक होने से पहले और उसके बाद भी लगातार संदिग्धों व आरोपितों से संपर्क में होने की जानकारी जांच टीम को मिली। इसके बाद ईओयू ने उन्हें हिरासत में ले लिया है। इसी साल मई में परीक्षा के दिन ही बीपीएससी की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा पेपर लीक होने के बाद रद कर दी गई थी।

बीपीएससी प्रतियोगिता परीक्षा में प्रश्न -पत्र वायरल होने के मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई ने बिहार सरकार के डीएसपी रंजीत कुमार रजक को गिरफ्तार किया हैं । आरोपी रंजीत कुमार रजक दस वर्ष पूर्व बीएसएससी प्रतियोगिता परीक्षा पत्र में धांधली के आरोपी है और इनके विरूद्ध न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल हैं ।

                 बिहार सरकार के सबसे महत्वपूर्ण परीक्षा बीपीएससी प्रतियोगिता परीक्षा पत्र का वायरल होने की जांच सरकार ने तेज तर्रार और ईमानदार सीनियर आईपीएस नैय्यर हसनैन खां को सौंपा था। एडीजी नैय्यर हसनैन खां द्वारा गठित एसआईटी नित्य नये-नये खुलासा कर रही हैं । गया जिले के केन्द्राधीक्षक शक्ति कुमार के गिरफ्तारी केबाद सबकुछ स्पष्ट हो गया था।

जेल भेजे गये केन्द्राधीक्षक शक्ति कुमार के मोबाइल में अहम सबूत मिले थे। शक्ति ने अपने स्वीकृति बयान में डीएसपी रंजीत कुमार रजक का नाम लिया था । तकनीकी एवं कई सेटिंग सेंटर की जांच हुई तो डीएसपी रंजीत कुमार रजक के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले।

एसआईटी ने बीपीएससी पश्न-पत्र वायरल मामले में आरोपी डीएसपी रंजीत कुमार रजक को गिरफ्तार किया हैं । डीएसपी रंजीत कुमार रजक ने दस वर्ष पूर्व बीएसएसपी प्रतियोगिता परीक्षा में धांधली किया था।इनके विरूद्ध एफआईआर दर्ज किया गया था एवं जांचो उपरांत चार्जशीट भी दाखिल हुआ हैं । सुत्रों की मानें तो ईओयू इस बात की जांच कर रही है की क्या डीएसपी रंजीत कुमार रजक सरकारी प्रतियोगिता परीक्षा के सेटिंग्स में जुटे थे ।

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