सेवा भावना से सियासत की खुरदरी ज़मीन तक के सफर में अलका संस्कार और सामाजिक उत्थान की पहरुआ
पटना Live डेस्क। सेवा व सियासत दोनो शब्द भले ही अलग अलग है उच्चारण अलग है पर दोनो का मकसद और उद्देश्य मानव कल्याण ही हैं। तभी तो ये दोनों शब्द एक दूसरे के पूरक समझने वाली अलका ने समाज के आख़री पायदान पर खड़े लोगो व आबादी को अपने सामाजिक…