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Super Exclusive-हद हो गया रे भाई ! गज़ब है नीतीश के मंत्री शैक्षणिक योग्यता भी लिखते है मनमर्जी,कभी साइंस ग्रेजुएट तो कभी हो जाते है 12वीं पास, पढ़िए खुलासा

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पटना Live डेस्क। बिहार के सुपौल से लगातार 9वीं बार जीत कर विधायक बने बिजेन्द्र प्रसाद यादव जदयू के वरिष्ठ नेता हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। 1990 में पहली बार मंत्री बने और अब तक बिहार सरकार के दर्जन भर विभागों में मंत्री पद का कामकाज देख चुके हैं।16नंवबर को नीतीश कुमार के साथ शपथ लेने वालों में बिजेंद्र प्रसाद यादव भी शामिल रहे और एक बार फिर उन्हें कैबिनेट मिनिस्टर ऊर्जा विभाग बनाया गया है।

 

अबतक का सियासी सफर

कैबिनेट में शामिल सबसे अनुभवी बिजेंद्र प्रसाद यादव ने निर्विवाद रूप से पिछले 30 सालों से सुपौल विधानसभा सीट पर अपनी बादशाहत बरकरार रखी है। पहली बार 1990 में सुपौल से जीते तो इस सीट से उनका ऐसा नाता जुड़ा जो आज तक जारी है। 1995 के अगले विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने जीत दर्ज की। 2000 के चुनाव में भी ये सीट उनके नाम रही। इसके बाद 2005 में फरवरी और अक्टूबर में हुए चुनाव, 2010,2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में भी जीत मिली।

शैक्षणिक योग्यता पर सवाल

लेकिन बिहार सरकार के कैबिनेट मंत्री सह 43 सुपौल विधानसभा क्षेत्र से लगातार 9वीं बार जीते विधायक बिजेन्द्र प्रसाद यादव की शैक्षणिक योग्यता पर उनके ही हलफनामों ने सवाल खड़े कर दिए है।

दरअसल, बिजेन्द्र प्रसाद यादव द्वारा वर्ष 2005 से लेकर 2020 तक के बिहार विधानसभा चुनाव प्रक्रिया के तहत दाखिल नामांकन पत्र में अपनी उच्चतम शैक्षणिक योग्यता के बाबत जो शपथ पत्र में उल्लेखन किया है। उस आधार पर मंत्री जी की शैक्षणिक योग्यता सवालों के घेरे में तो है ही साथ ही फर्जीवाड़े की ओर इशारा करता है।

वर्ष 2005 और 2010 – विज्ञान स्नातक

 

वर्ष 2005 एवं 2010 के विधानसभा चुनाव के दौरान बीरेंद्र प्रसाद यादव द्वारा दायर शपथ पत्र में अपनी उच्चतम योग्यता के कॉलम में स्नातक विज्ञान भागलपुर विश्वविद्यालय वर्ष 1969 अंकित है। देखिए

वर्ष 2015 और 2020 – इंटर पास

अब, जरा मंत्री महोदय का शपथ पत्र वर्ष 2015 एवं 2020 के विधानसभा चुनाव के शपथ पत्र का अवलोकन करिए तो आपको उनकी उच्चतम योग्यता-हायर सेकेण्डरी (इंटर) राजकीय उच्च माघ्यमिक विद्यालय वीरपुर, जिला सुपौल दर्ज मिलेगा। देखिए

 

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