बेधड़क ...बेलाग....बेबाक

तेजप्रताप के खिलाफ जांच का शिकंजा, मॉल की मिट्टी मामले में विजिलेंस ने मंगवायी फाइल

164

पटना Live डेस्क. लालू प्रसाद परिवार की मुश्किलें कम होती दिखाई नहीं दे रही हैं. लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव के खिलाफ सीबीआई के मुकदमे के बाद अब उनके बड़े बेटे तेजप्रताप यादव और महागठबंधन सरकार में पर्यावरण मंत्री के खिलाफ विजिलेंसी की जांच हो सकती है. निगरानी विभाग ने वन एवं पर्यावरण विभाग से उन फाइलों की मांग की है जो पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान के लिए लाखों रुपए की मिट्टी की खरीद से जुड़ी है. दरअसल तेजस्वी यादव की उस कंपनी से जू के लिए मिट्टी की खरीद की गई थी,जहां बिहार के सबसे बड़े मॉल का निर्माण हो रहा था. सीबीआइ ने भी उस जमीन को बेनामी संपत्ति वाले से केस से जोड़ा है. पर्यावरण क्लीयरेंस नहीं होने की वजह से मॉल का निर्माण रोक दिया गया है.

तेजप्रताप यादव पर आरोप है कि पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान के लिए करीब 90 लाख रुपये की मिट्टी खरीद के लिए विभाग से न तो कोई टेंडर निकाला गया था और न ही इस मिट्टी खरीद में सरकारी प्रावधानों का पालन किया गया था।  जू के लिए मिट्टी खरीद मामले को भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने सबसे पहले अप्रैल में उठाया था और लालू परिवार पर आरोप लगाए थे. मोदी ने कहा था कि लाखों रुपये की मिट्टी खरीद मामले में सरकारी प्रावधानों का अनुपालन नहीं किया गया. वन एवं पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप ने अपने परिवार की जमीन से ही अपने विभाग को मिट्टी खरीदने के लिए तैयार किया. यह गैरकानूनी और अनैतिक मामला है.

मॉल की मिट्टी खरीद मामले में मुख्य सचिव स्तर से जांच भी की गई. उस समय मुख्य सचिव ने दावा किया था कि खरीद में नियमों की अनदेखी नहीं हुई है. अब राज्य सरकार अपनी एजेंसी से जांच कराने जा रही. बड़ी राशि से किसी भी सरकारी खरीद के लिए टेंडर निकाला जाना बाध्यकारी है.

 

Comments are closed.