बेधड़क ...बेलाग....बेबाक

प्राथमिक स्कूलों के बच्चों को अबतक नहीं मिली किताब,लेकिन परीक्षा शुरु,कैसे संवरेगा बच्चों का भविष्य?

187

पटना Live डेस्क. राज्य के प्राथमिक स्कूलों के छात्रों को पढ़ने के लिए किताबें मिली नहीं लेकिन उनकी परीक्षा शुरु होने वाली है…यही है सूबे की शिक्षा व्यवस्था..और यही है बच्चों का भविष्य..ऐसे में अगर बच्चों के रिजल्ट खराब हुए तो इसका जिम्मेवार कौन होगा…दरअसल सत्र शुरु होने के आठ महीने बाद भी सरकार ने बच्चों को किताब अभी तक उपलब्ध नहीं कराया है…शिक्षा मंत्री कहते हैं कि जल्दी ही बच्चो को किताबें मुहैया करा दी जाएंगी..अब सवाल यह है कि सत्र के आठ महीने बीत जाने के बाद भी जब विभाग बच्चों को किताबें उपलब्ध नहीं करा पाया..तो ऐसे में आगे क्या होगा…दूसरा सवाल यह भी है कि अगर विभाग ने किताब उपलब्ध करा भी दिए तो बच्चों को उसे पढ़ने के लिए कितना समय मिल सकेगा….राज्य के प्राथमिक स्कूलों में कक्षा एक से लेकर आठ तक के बच्चों की परीक्षा 5 अकटूबर से शुरू होने वाली है…ऐसे में सवाल यह है कि जब बच्चों ने किताबों का मुंह ही नहीं देखा तो वो आखिर परीक्षा में क्या लिखेंगे…ये सवाल पटना उच्च न्यायलय शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों से कई बार कर चुका है… लेकिन जवाब अब भी नदारद है… शिक्षक प्रतिनिधि तो इस व्यवस्था को गरीब बच्चों के साथ मजाक ही मान रहे हैं… लेकिन सवाल ये भी है कि पुस्तकों के वगैर शिक्षकों ने आठ तक के बच्चों को कौन सी शिक्षा दी और इस एवज में किस बात का वेतन उठाया…

 

Comments are closed.