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बेतिया: बेटी ने लिखा प्रधानमंत्री को पत्र..अब नरेंद्र मोदी के पहल पर इस घर में दिवाली के पहले ही मन रही है दिवाली..जानिए क्या है मामला..

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पटना Live डेस्क. लालबाबू साह की बेटी चांदनी बेहद खुश है..उसे भरोसा नहीं हो रहा है कि प्रधानमंत्री ने उसके परिवार के जीवन में खुशियां भर दी हैं…मिठाईयां बांटी जा रही हैं..लग रहा है मानो दिवाली पहले ही इस घर में दिवाली आ गई है…बड़े गर्व से चांदनी यह बात सबों को बता रही है कि कैसे उसके एक खत ने उसके परिवार की खुशियों में चार चांद लगा दिया है…उसकी नजर में सचमुच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के प्रधानसेवक हैं..बेतिया शहर के पुरानी गुदरी मोहल्ला निवासी लालबाबू साह को यह भरोसा नहीं हो रहा है कि उनका न केवल आठ लाख रुपए का बैंक का कर्जा माफ हो गया…बल्कि उनका घर नीलाम होने से बच गया…

शहर के कृषि बाजार समिति प्रांगण में एक छोटी सी फल दुकान चलानेवाले लालबाबू पत्नी, तीन बेटियों व दो बेटों के साथ नोनिया टोली के पास छोटे से घर में किसी प्रकार गुजारा करते हैं… एक पुत्री दिव्यांग है.. घर परिवार चलाने में परेशानी थी.. ऊपर से बैंक ऋण ने परिवार का जीना मुहाल कर रखा था…कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था..

इसी बीच चांदनी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर स्थिति बयां की.. बताया कि किस प्रकार उसका घर नीलाम हो रहा है.. परिवार टूट रहा है… पीएम ने पत्र का न सिर्फ संज्ञान लिया, बल्कि जिला प्रशासन से पहल कराकर ऋण माफ कराया..

चांदनी ने अपने पत्र में मोदी को ‘श्रीमान प्रधानमंत्री जी’ सेबोध्ति करते हुए लिखा, ”मैं चांदनी कुमारी, 23 वर्ष की हो चुकी हूं.. मेरे पिता जी शारीरिक  व आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है.. पिताजी फल का व्यवसाय करते थे.. आठ लाख रुपये लोन लेकर कृषि समिति में दुकान भी खोल रखी थी, लेकिन अचानक चुनाव को लेकर फल की दुकान सील कर दी गई.. पिताजी का व्यवसाय छूट गया।”

चांदनी ने आगे लिखा कि पिताजी ने किसी तरह पैसे का इंतजाम कर दो किस्तों में सात लाख 99 हजार रुपये जमा किए.. इसके बाद भी बैंक ब्याज के आठ लाख रुपये बकाये को लेकर हमारा मकान नीलाम हो रहा है.. उसने लिखा, ”हम तीन छोटी बहनें हैं.. एक दिव्यांग हैं.. हम सभी सड़क पर आ जाएंगे।” उसने पत्र में पीएम मोदी को पितातुल्य व भारत शिरोमणि तक कहा..
चांदनी कुमारी ने यह पत्र 2016 में लिखा था.. इसपर प्रधानमंत्री कार्यालय ने डीएम को पत्र लिख पहल करने का निर्देश दिया.. मामला लोक शिकायत में आने के बाद बैंक व परिवादी चादंनी कुमारी को सुनवाई में आने का नोटिस दिया गया.. सुनवाई के दौरान बैंक की ओर से लोन की रकम में ब्याज के 7 लाख 87 हजार 276 रुपये माफ कर खाता बंद करने का आदेश दिया गया…
 

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