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BiG News-पटना महिला थाना प्रभारी कुमारी अंचला पर कोर्ट की तल्ख टिप्पणी कर्तव्यहीन पर विभागीय कार्रवाई कर सूचित करें

2 जून को ही कोर्ट ने जारी कर दिया था आदेश,आदेश की कॉपी 4 जून को एसएसपी के गोपनीय शाखा को मिल गई। फिर भी कुमारी अंचला के खिलाफ अबतक न कोई एक्शन हुआ न विभागीय कार्रवाई शुरू हुई फलाफल महिला थाना प्रभारी की कुर्सी है बरकरार

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पटना Live डेस्क। राजधानी पटना के एक थाना प्रभारी ने कोर्ट द्वारा कॉल फ़ॉर डायरी के बाबत जवाब में लिखा है कि”प्रासंगिक कांड का मूल कांड दैनिकी अन्य गंभीर कांडों एवं विधि व्यवस्था में व्यस्त रहने के कारण ससमय नहीं भेजा जा सकता है।” इस लिखित जवाब को पढ़कर माननीय जज साहब न केवल आश्चर्यचकित रह गए बल्कि बेहद तल्ख टिप्पणी करते हुए ऐसे कर्तव्यहीन पुलिस अफसर के खिलाफ पटना के एसएसपी को विभागीय कार्रवाई करते हुए न्यायालय को सुचित करने का लिखित आदेश दे दिया है।

दरअसल, यह पूरा मामला पटना के महिला थाना में दर्ज FIR नंबर 34/2021 से जुड़ा है। इस कांड में नामित आरोपी ने एंटीसिपेट्री बेल के लिए कोर्ट में अपील दायर की है। इसकी सुनवाई ADJ-1 सह CBI के स्पेशल जज सत्येंद्र पांडेय के कोर्ट में चल रही है। इस मामले की अनुसंधानकर्ता सब इंस्पेक्टर कुमारी अंचला है जो विगत 3 महिने से महिला थानाप्रभारी की जिम्मेदारी भी संभाल रही है। इस मामले में कुमारी अंचला से कोर्ट ने पहले भी केस डायरी मांगी की थी मगर, उन्होंने ने इसपर लगातार लापरवाही बरती और कोर्ट को डायरी उपलब्ध नही कराई।तदुरान्त कोर्ट ने नोटिस भेजकर केस डायरी मांगी तो फिर महिला थानेदार ने जो अपना लिखित जवाब दिया उसको पढ़कर कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए विभागीय कार्रवाई का आदेश जारी कर दिया है।

महिला थाना प्रभारी कुमारी अंचला

तीन महिने पहले (16 मार्च) इंस्पेक्टर आरती जायसवाल को पटना के महिला थाना की थानेदारी से हटा दिया गया और लाइन क्लोज़ कर दिया गया। तदुपरांत महिला थाना की कमान सब इंस्पेक्टर कुमारी अंचला को सौंपी गई।जबकि कुमारी अंचला पर विभागीय कार्रवाई चल रही है।  दरअसल, राज्य सरकार का स्पष्ट निर्देश है कि शराब मामले में किसी भी दागी पुलिस अफसर को थानेदार नहीं बनाना है। इसपर एसएसपी पटना ने कहा था कि  कुमारी अंचला  फिलहाल प्रभार दिया गया है। कुछ दिनों में वहां महिला थाने में थानेदार की पोस्टिंग कर दी जाएगी। लेकिन 3 महीने बीतने के बाद भी पटना महिला थाना की कमान एसआई  कुमारी अंचला के हाथों में है।

उल्लेखनीय है कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है। वर्ष 2019 में कुमारी अंचला जब पटना के पुनपुन थाने की कमान संभाल रही थी।उस दौरान 4अगस्त 2019 पुनपुन थाना क्षेत्र अंतर्गत 3 थानों की एक पुलिस टीम ने उस वक्त पुनपुन के बाबा रिर्सोट में छापेमारी कर लड़के-लड़कियों को पकड़ा था।वहां से शराब भी बरामद किया था। उक्त रेड मामले में देह व्यापार और मद्य-निषेद्य की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। साथ ही इस बात का खुलासा हुआ था कि लंबे समय से उक्त रिसॉर्ट में गंदा धंधा बेखटक जारी था। साथ ही रिसोर्ट के मैनेजर और मालिक के भतीजा को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।

उक्त कांड में पुनपुन थाने की थानेदारी कर रही कुमारी अंचल को न केवल थानेदारी से हटा दिया गया था। उक्त मामले में अंचला के ऊपर अब भी डिपार्टमेंटल प्रोसिडिंग चल रही है। बावजूद इसके उन्हें पटना के महिला थाना की कमान सौंप दी गई। जबकि,राज्य सरकार का स्पष्ट निर्देश है कि शराब मामले में किसी भी दागी पुलिस अफसर को थानेदार नहीं बनाना है। तब कुमारी अंचला के बाबत बताया गया कि उन्हें फिलहाल प्रभार दिया गया है। कुछ दिनों में वहां नए थानेदार की पोस्टिंग कर दी जाएगी। लेकिन अब भी महिला थाना प्रभारी के हवाले है।

2 जून का आदेश फिर भी हैं कुर्सी बरकरार

दरअसल,महिला थाना प्रभारी के लिखित जवाब पर तल्ख टिप्पणी करते हुए माननीय कोर्ट ने कुमारी अंचला के खिलाफ डिपार्टमेंटल कार्रवाई करने का आदेश 2 जून को ही जारी कर दिया था। उक्त आदेश की कॉपी 4 जून को एसएसपी के गोपनीय शाखा को मिल गई। फिर वो कॉपी अगले रोज़ यानी 5 जून को वरीय पुलिस अधीक्षक पटना के ऑफिस पहुंच गया। लेकिन आदेश की कॉपी प्राप्त होने के 10 दिन बाद भी महिला थानाप्रभारी की न केवल कुर्सी बरकरार है बल्कि कोर्ट के आदेश के अवलोकन में अबतक  कुमारी अंचला के खिलाफ डिपार्टमेंटल कार्रवाई अभी शुरू नहीं हुई है। अब देखना यह होगा कि पटना पुलिस कोर्ट के आदेश पर महिला थानाप्रभारी पर कब विभागीय कार्रवाई शुरू करती है और कब पटना महिला थाना को प्रभारी की जगह पूर्णकालिक थानाध्यक्ष मिलता है।

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