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Bihar Lockdown Update-एहतियातन 15 जून तक बढ़ाया जा सकता है लॉकडाउन! हालांकि मिलेगी कई तरह की छूट

Bihar Lockdown Extension : राज्य में कोरोना वायरस और लॉकडाउन को लेकर सीएम नीतीश कुमार की क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ बैठक है। माना जा रहा है कि इस बैठक में लॉकडाउन को कुछ और छूट के साथ एक हफ्ते के लिए बढ़ाया जा सकता है।

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पटना Live डेस्क। सूबे में कोरोना के संक्रमण चेन को तोड़ने ख़ातिर पहली बार 5 मई को पहला लॉकडाउन लगा जिसके एक महीने से ज्यादा हो चुके हैं। स्थिति में सुधार तो है लेकिन उसे अच्छा नहीं कहा जा सकता। पटना Live को विश्वस्त सूत्रों ने बताया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन तमाम परिस्थितियों को देखते हुए एक हफ्ते के लिए यानि 15 जून लॉकडाउन को जारी रख सकते हैं।

लॉकडाउन पर सीएम नीतीश की बैठक

राज्य में कोरोना की दूसरी लहर और लॉकडाउन को लेकर सीएम नीतीश कुमार की क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ बड़ी बैठक है। इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सभी जिलों के डीएम के फीडबैक के बाद बिहार में लॉकडाउन को जारी रखने पर फैसला लेंगे। हालांकि NBT के सूत्र बता रहे हैं कि सरकार लॉकडाउन को एक बार में पूरी तरह से हटाने के पक्ष में बिल्कुल भी नहीं है। ऐसे में बीच का रास्ता निकाला गया है कि लॉकडाउन रहे जरूर मगर थोड़े-थोड़े अनलॉक जैसे हालात के साथ। फिलहाल एक हफ्ते तक इसे जारी रखने के बारे में करीब-करीब सोच लिया गया है।

स्थिति सुधरी लेकिन बिल्कुल ठीक भी नहीं

दरअसल राज्य में लॉकडाउन के बाद स्थितियां सुधरी जरुर हैं लेकिन बिल्कुल ठीक भी नहीं हुई है। अभी भी रोज एक हजार के करीब नए कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं। सिर्फ पिछले 24 घंटों में (स्वास्थ्य विभाग का आंकड़ा) वायरस ने 41 लोगों की जान ले ली।

कोरोना-ब्लैक फंगस की दोधारी तलवार

वही,राजधानी पटना में ब्लैक फंगस ने पिछले 24 घंटों में 5 लोगों की जान ले ली। इन सभी लोगों की मौत इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) में रविवार को इलाज के दौरान हुई। अकेले IGIMS में ही अब तक फंगस संक्रमण 17 मरीजों की जान ले चुका है।

आईजीआईएमएस के अधीक्षक डॉ मनीष मंडल ने कहा कि दो म्यूकोर्मिकोसिस रोगियों की रविवार को भर्ती होने के कुछ घंटों के भीतर मौत हो गई। मंडल के मुताबिक ‘दोनों बहुत गंभीर स्थिति में आए थे और वेंटिलेटर पर थे। वही अन्य तीन मरीज भी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। म्यूकोर्मिकोसिस यानि ब्लैक फंगस के मामले में दवाएं चार दिनों के बाद अपना प्रभाव दिखाना शुरू करती हैं। लेकिन कई मामलों में मरीज गंभीर हालत में अस्पताल आते हैं, जिससे डॉक्टरों के लिए उनकी जान बचाना मुश्किल हो जाता है।’

एम्स पटना में कोरोना से एक दिन में 4 की मौत

इस बीच रविवार को ही पटना एम्स में कोरोना संक्रमित चार लोगों की मौत हो गई। पीड़ितों में सबसे कम उम्र का संक्रमित फुलवारीशरीफ के मझौली का एक 25 साल का युवक था। अस्पताल में रविवार को 104 कोविड पीड़ित मरीज थे। वहीं नौबतपुर के एक 62 वर्षीय व्यक्ति की रविवार को नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कोविड संक्रमण के इलाज के दौरान मौत हो गई।

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