पटना Live डेस्क। सुशासन के दावे वाले बिहार में कानून-व्यवस्था (Law and Order) की डांवाडोल स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है। पुलिस-प्रशासन की सुस्ती से अपराधियों के मंसूबे बढ़ते ही जा रहे हैं।ताजा मामला मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) के एक जज (Judge) से रंगदारी मांगने और उन्हें जान से मारने की धमकी देने का है।
बिहार की आर्थिक राजधानी के तौर पर चिन्हित मुजफ्फरपुर में अपराधियों ने एक जज को चिट्ठी (threatening letter) लिखकर 10 लाख रुपए की रंगदारी मांगी है। अपराधियों ने चिट्ठी में लिखा है कि अगर पैसे नहीं दिए तो कोर्ट में घुसकर सीने में 7 की 7 गोलिया उतार देंगे। जज से रंगदारी मांगे जाने को लेकर नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
2 हजार के नोट में मांगे पैसे
मुजफ्फरपुर के एडीजे-14 व विशेष न्यायाधीश एक्साइज और निगरानी राकेश मालवीय को बीती 9 जनवरी को यह धमकी भरी चिट्ठी भेजी गई। सिविल कोर्ट के इंचार्ज नाजिर ने पुलिस को बताया कि धमकी भरी चिट्ठी सादपुरा नीम चौक से एके प्रसाद के पते से जज को भेजी गई है। चिट्ठी में अपराधियों ने 2 हजार रुपए के नोट में पूरे पैसे देने की मांग की थी।साथ ही यह भी लिखा गया था कि 14 जनवरी की शाम तक सदर अस्पताल के गेट पर पैसे पहुंचा दिए जाएं, वरना कोर्ट परिसर में घुसकर 7 गोली मार देंगे।इस चिट्ठी के आधार पर नाजिर ने नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
मुजफ्फरपुर के एडीजे-14 व विशेष न्यायाधीश एक्साइज और निगरानी राकेश मालवीय को बीती 9 जनवरी को यह धमकी भरी चिट्ठी भेजी गई। सिविल कोर्ट के इंचार्ज नाजिर ने पुलिस को बताया कि धमकी भरी चिट्ठी सादपुरा नीम चौक से एके प्रसाद के पते से जज को भेजी गई है। चिट्ठी में अपराधियों ने 2 हजार रुपए के नोट में पूरे पैसे देने की मांग की थी। साथ ही यह भी लिखा गया था कि 14 जनवरी की शाम तक सदर अस्पताल के गेट पर पैसे पहुंचा दिए जाएं, वरना कोर्ट परिसर में घुसकर 7 गोली मार देंगे। इस चिट्ठी के आधार पर नाजिर ने नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
मोबाइल नंबर लिखा है धमकी भरे लेटर में
मुजफ्फरपुर पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। पत्र में एक मोबाइल नंबर भी दिया गया था, जिसकी पुलिस ने सर्विलांस से जांच कराई। पुलिस ने कहा कि यह नंबर फर्जी निकला। अपराधियों ने पत्र में लिखा था कि पैसे देने से पहले इस मोबाइल नंबर पर सिर्फ मिस्ड कॉल करना, बात करने की कोशिश की तो अंजाम बुरा होगा। पुलिस के मुताबिक, जज को भेजी गई चिट्ठी में अपराधियों ने यह भी लिखा था कि ‘अनिल भाई और पवन भाई जेल में हैं। तुमसे पहले भी कई जज अनिल भाई को पैसे पहुंचा चुके हैं।’
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