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Fact Finding-Rupesh Murder Mystery-SIT को मिला ठोस सबूत क्या यूपी के शूटरों ने दिया हत्याकांड को अंजाम? गोपलागंज से जुड़े है तार ?

रूपेश सिंह हत्याकांड में टेंडर माफ़िया की सहभागिता की ओर इशारा कर रहे है प्रारम्भिक अनुसंधान के सुबूत,कॉल डाटा डम्प से मिले नंबर ने पुर्वांचल के शूटरों के शामिल होने की ओर किया इशारा, 3 बाइक पर 6 शूटरों के शामिल होने का अंदेशा, CCTv फुटेज के सहारे बढ़ रहा अनुसंधान

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पटना Live डेस्क। राजधानी पटना में मंगलवार की शाम शास्त्री नगर थाने के पुनाईचक के शंकर पथ स्थित कुसुम विला अपार्टमेन्ट के गेट पर कत्ल कर दिए गए इंडिगो एयरलाइन के स्टेशन हेड रूपेश सिंह की हत्या से सियासी जगत से लेकर पुलिस महकमे में कोहराम मच गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए मक़तूल रूपेश के शव का रात में पोस्टमार्टम करवाया गया। तदुपरांत परिजनों रूपेश के शव को लेकर रात में ढाई बजे ही पैतृक गांव छपरा के जलालपुर के सवरी लेकर चले गए। लेकिन पीछे पटना पुलिस ख़ातिर छोड़ गए ढेरो सवाल आखिर क्यों? किसने और किस कारण रूपेश की करवाई हत्या?

7.65 बोर की 10 गोलियों के जख्म

वही, विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पोस्टमार्टम के दौरान मक़तूल के शरीर मे गोलियों के 10 जख्म मिले, शव विच्छेदन के दौराम सभी गोलियां 7.65 बोर की मिली। इस प्रतिबंधित बोर की गोलियां अमूमन मुंगेर निर्मित पिस्टल से फायर की जाती है। अक्सर सुपारी किलर्स इन गोलियों का इस्तेमाल करते है ताकि टारगेट किसी भी हालत में न बच पाए यानी शूट टू कील।

पटना पुलिस को मिला सीसीटीवी फुटेज

पटना पुलिस की SIT ने इलाके मे लगे निजी CCTv खंगाला है।इसी क्रम में पुलिस को मंगलवार की शाम सात बजकर एक मिनट का वीडियो मिला है। उक्त वीडियो रूपेश के घर से चंद दूरी पर का है। सीसीटीवी के वीडियो में रूपेश की गाड़ी घर की तरफ जाती हुई दिख रही है। जाम की वजह से रूपेश की गाड़ी की स्पीड कम होती है तभी अचानक एक काले कलर की बाइक बहुत तेजी से ओवरटेक कर आगे निकलती है। पटना पुलिस अब इस पड़ताल में जुटी है कि कही यही बाइक सवार तो वारदात में लाइनर के तौर पर भूमिका में तो नही था। उक्त बाइक को ट्रैक किया जा रहा है।

पटना से ज्यादा गोपालगंज पर जांच केंद्रित

सीएम नीतीश की सख्ती के कारण पुलिस ने हत्याकांड के उद्भेदन के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। सारण के जलालपुर के सवरी निवासी रुपेश सिंह पटना में रह रहे थे, लेकिन छपरा से किसी तरह का विवाद जांच टीम को हाथ नहीं लगा है। जबकि टीम को गोपालगंज से जुड़े टेंडर के विवाद का सुराग मिला है। टेंडर विवाद से जुड़े सुराग को लेकर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है और जल्द से जल्द सुपारी किलरों तक पहुंचने की कोशिश चल रही है। बुधवार दोपहर पुलिस मुख्यालय ने प्रेस नोट जारी कर एफएसएल की मदद से एसआईटी और एसटीएफ के इस मामले में अनुसंधान की औपचारिक जानकारी भी दी।

ठेकेदारी दिलाने में रुपेश की थी भूमिका 

रुपेश सिंह के भाई पेशे से ठेकेदार है। भाई को ठेकेदारी दिलाने में रुपेश सिंह की महत्वपूर्ण भागीदारी होती थी। रुपेश भले ही इंडिगो के स्टेशन मैनेजर थे, लेकिन उनकी पैठ राजनीतिक गलियारे से लेकर बड़े सरकारी अधिकारियों तक थी। ठेकेदारी के किसी विवाद में फुलप्रूफ प्लान के तहत सुपारी देकर हत्या करवाए जाने के एंगल से पुलिस की विशेष टीम जांच कर रही है।

बड़े भाई जदयू के पूर्व जिला प्रवक्ता 

रुपेश के बड़े भाई नागेश्वर (नंदेश्वर) सिंह जदयू के सारण जिला प्रवक्ता रहे हैं और कुछ वर्षों से टेंडर का काम करते हैं। उनके बाद वाले भाई दिनेश कुमार सिंह सारण के ही जलालपुर में स्किल डेवलपमेंट का ट्रेनिंग सेंटर चलाते हैं। बड़े भाई के टेंडर के काम में रुपेश मदद करते रहे हैं और तफ्तीश में यह सामने आ रहा है कि इन्हीं के किसी टेंडर को लेकर विवाद में किसी दूसरे पक्ष से इस परिवार की अदावत हो गई। रुपेश ही ज्यादातर मैनेजमेंट करते थे, इसलिए उन्हें ही रास्ते से हटा दिया गया।
एयरपोर्ट पर भी  टेंडर विवाद की बात

बुधवार सुबह से शास्त्रीनगर नगर के थानेदार राम शंकर सिंह पुलिस टीम के साथ एयरपोर्ट पहुंचे। पटना एयरपोर्ट पर पुलिस हरेक से पूछताछ कर रुपेश से गहरे जुड़े हर व्यक्ति तक पहुंचने की कोशिश में लगी है। एयरपोर्ट से भी सुराग मिल रहा है कि हत्या का यह पूरा मामला टेंडर से जुड़ा है। इसी प्वाइंट पर पटना पुलिस की जांच चल रही है।

पुर्वांचल कनेक्शन व 3 बाइक 6 शूटर 

वही, इस कांड में सबसे बड़ी लीड एसआईटी को पुनाईचक के शंकर रोड स्थित कुसुम विला अपार्टमेंट क्षेत्र के मोबाइल टावर के कॉल डंप से प्राप्त हुआ है। दरअसल बेहद शातिर शूटरों ने अपने मोबाइल बंद कर रखे थे पर एक नंबर जो ईस्टर्न यूपी  था वो ऑन था, इसी नंबर ने शूटरों के यूूपी से होने के पुख्ता सबूत दिए है क्योंकि कांड के बाद वो मोबाइल लगातार ट्रैवेल करता हुआ पाया गया।

एक लोकल कुख्यात अपराधी के घर दबिश 

रूपेश की निर्दयता से की गई हत्या की गुत्थी सुलझाने की कवायद में पटना पुलिस ने बुधवार को एक कुख्यात अपराधी जिसका लंबा चौड़ा जरायम का इतिहास रहा है के घर पर दबीश दी पर वो फरार मिला। ये वो शख़्स है जो वार्ड पार्षद भी रह चुका है।

 

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