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Fact Finding (वीडियो) रांची और पत्नी का मोबाइल खोलेगा राज़, आखिर क्यो निशान्त ने महज 6 लाइन का सुसाइड नोट छोड़ खत्म कर दी 4 जिंदगियां 

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शशि यादव, ब्यूरो कोर्डिनेटर, पटना

#राँची के एक संस्थान से जुड़ा है राज़

#12 साल के शादीशुदा जिंदगी का दुखद अन्त

#28 जून को था अलका का जन्मदिन

#मोबाइल ने परिवार को धकेला असमय मौत की ओर

पटना Live डेस्क। बिहार की राजधानी पटना में एक पति ने अपनी पत्नी और बच्चे के साथ आत्महत्या कर ली। शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के किदवईपुरी में कपड़ा व्यापारी पति ने पहने अपने पत्नी और बच्चों को गोली मारी, फिर खुद गोली मारकर आत्महत्या कर ली। एक बच्चा गंभीर रूप से घायल बताया जा रहा है।।मौके पर पुलिस पहुंच गई है और मामले की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि मामला पारिवारिक कलह का लगता है। जिस शख्स ने अपनी बेटी और पत्नी को गोली मारी है उसका नाम निशांत सरार्फ है।

निशान्त सर्राफा शहर के नामचीन ढोली सती टेक्टाइल के निदेशक थे। उनके पास लाइसेंसी पिस्टल थी। उसी पिस्टल से निशान्त ने पहले तीनो यानी पत्नी,बेटी और बेटे को गोली मारने के बाद खुद भी उसने खुदकुशी कर ली।

                   घटना किदवईपुरी में मकान संख्या 46 की है। पुलिस इस घटना की जांच पारिवारिक कलह से जोड़ कर आगे बढ़ा रही है। निशांत सर्राफ पटना के बड़े कपड़ा व्यापारी हैं जिनकी दुकान खेतान मार्केट में है। खबरों के मुताबिक निशांत अभी  दिन पहले ही सपरिवारगर्मी की छुट्टी मनाकर घर लौटे थे। बेडरूम में तीनों का शव देख कर पुलिस भी हैरत में पड़ गई।घटनास्थल पर जांच के सिलसिले में आईजी, पटना एसएसपी समेत एसपी भी मौजूद रहे। स्युसाइड नोट भी मिला है।

आखिर क्यों ? 

पटना के कारोबारी निशांत सर्राफ के साथ ऐसा ही हुआ और पुरा बसा-बसाया घर परिवार एक ही झटके में समाप्त हो गया । निशांत सर्राफ अपने जीवन में अपनी पत्नी से ठगा और धोखा खाया पाकर पहले पत्नी ,फिर बेटी और आखिर में स्वंय गोली मारकर खुदकुशी कर लिया । बेटे को भी निशाना बनाया लेकिन वह भगवान के कुदरत से बच गया और जख्मी रूप से अस्पताल में इलाजरत हैं।

दरअसल, इस कांड में पति-पत्नी के बीच तीसरे की आमद ने निशान्त की गृहस्थी को न केवल बर्बाद कर दिया बल्कि मंगलवार की सुबह कयामत ही बरपा कर दिया। दरअसल छोटी सी उमर में बेहद कामयाब धंधा खड़ा करने वाले निशान्त ने कभी सपने में नही सोचा था कि जीवनसंगनी की से ही ठगा जाएगा। अलका और निशान्त की शादी 7 जुलाई 2007 को बेहद धूमधाम से हुई थी।

अलका सरार्फ

मूल रूप से पश्चिम बंगला के बीरभूम जिले के नंदीपुर के सूरी सदर सबडिवीजन के सैंथिया (sainthia) की रहने वाली है। जो कारोबार के लिहाज से बड़ा नाम है। शुरुआती पढ़ाई करने के बाद।अलका ने रांची के बीआईटी मेसरा से BBA की पढ़ाई की थी। पढ़ाई के दौरान अपने फ्रेंड्स के बीच खासी लोकप्रिय रही थी।

7 जुलाई 2007 – निशान्त वेड्स अलका

पढ़ाई के बाद पटना निवासी निशान्त से अलका की शादी बड़े धूमधाम से 7 जुलाई 2007 को सम्पन्न हुई। वक्त का पहिया घूमता रहा है। वक्त बीतता रहा है। गृहस्थी जमने लगी।                    निशांत सर्राफ कोतवाली थाने के केदवईपुरी के मकान संख्या 46 में अपने सपरिवार के साथ रहता था। निशांत सर्राफ सीधा साधा बिजनेसमैन था। सुबह उठकर खेतान मार्केट स्थित अपने कपड़े की दुकान पर चला जाता था। पत्नी अकेले घर पर रहती थी। तमाम सुख सुविधाये थी। पर आज़ाद खयाल की अलका का मन चारदीवारी में कैद न हो सका। और फिर मोबाइल से पुराने दोस्तों से बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ तो फिर वो रफ्तार पकड़ता ही चला गया। पुराने साथी  और पुराना समय का वो भी टच में आ गया। फिर बातों का सिलसिला ऐसा चला कि अलका अब लगातार मोबाइल पर लगी रहती थी। इसको लेकर कइ बार पूर्व में में विवाद भी हुआ पर निशान्त ने हर बार नई शुरुआत की और मामला सामान्य हो गया । 

6 जून 2019

वक्त का पहिया घूमता रहा और देखते देखते दोनो ने शादीशुदा जिंदगी के 12 बंसत पार कर लिया। पर कहते है न शक का इलाज हाकिम लुकमान के पास भी नही था। विगत दिनों परिवार के साथ निशान्त गर्मी के छुट्टी में घूमने भी गए। उस दौरान भी लगातार अलका का मोबाइल बजता रहा था। जब भी पत्नी की मोबाइल पर कॉल आता निशांत सर्राफ बेचैन हो जाता था। खैर घूमफिर कर 6 जुन को परिवार वापस पटना पहुचा। 

सबकुछ ठीक लग रहा था। लेकिन  छुट्टी से लौटकर आएं निशांत सर्राफ अब बेहद खामोश रह रहा था। यानी मन से व्यथित निशान्त उधेड़बुन में लगा था। निशान्त की पत्नी से बेरुखी और बात बात पर झल्लाना बातें घर के लोगों के भी महसूस  किया जा रहा था।

 8 बजे सबके साथ में किया नाश्ता

निशांत के घर पर कई वर्षों से दूध पहुचाने वाले राजू राय ने बताया कि जब वो सुबह घर पर दूध देने गया था। तो सबकुछ ठीक दिखाई दिया था। निशांत बाबू उनका मैडम और उनका बच्चा सब खाये वाला टेबल पर खा रहा था। कुछो गड़बड़ नही दिखाई पड़ा था।

गॉर्ड बोला आवाज सुने की सिलिंडर फटा

सर्राफ परिवार के साथ विगत 20 साल से जुड़े गॉर्ड रामेश्वर का कहना है कि 9 बजे के आसपास विक्की भैया की मैडम आवाज लगाकर विक्की भैया को बोला कि जल्दी ऊपर आ जाओ, लगता है गैस सिलेंडर फट गया है। जब विक्की तीसरी मंजिल पर पहुंचा तो माजरा कुछ और था।

निशांत के दिल और दिमाग में इतना खतरनाक प्लान पल रहा था कोई महसूस नही कर पाया था। पर शायद वह अब घुटन से निजात पाने की कवायद में निर्णय लेने की ओर बढ़ रहा था। सोमवार की रात निशांत ने शायद जो निर्णय लिया वह पुरी जिंदगी व परिवार को तबाह करने वाली थी। घटना स्थल और वारदात के नजरिए देखने से साफ स्पष्ट होता हैं की निशांत सर्राफ ने पहले पत्नी ,फिर बेटी और बेटे एवं आखिर में अपने स्वंय गोली मारकर खुदकुशी कर लिया । जहां शक में पुरा परिवार बर्बाद हो गया वहीं निशानी के तौर पर बेटा जख्मी हालत में बच गया हैं । पुलिस ने वह कातिल लाइसेंसी पिस्टल बरामद कर लिया हैं ।

              पुलिस ने कमरे के हर एक सामान को सील कर जांच शुरू कर दिया हैं। फॉरेंसिक टीम ने मौके वारदात पर से तमाम सैंपल इकट्ठा कर लिया है। शवो को पोस्टमार्टम ख़ातिर भिजवा दिया है। हर एक एंगेल से जांच कर रही हैं। लेकिन मिले 6 लाइन के स्युसाइड लेटर ने निशान्त द्वारा आत्महत्या की ओर स्पष्ट इशारा कर दिया है। साथ ही सब को गोली मारने के आरोपी निशान्त को साबित कर दिया है। वही तमाम पूछताछ और गार्ड के बयान पर पुलिस का कहना है कि इससे ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि निशांत की मंशा के बारे में परिजनों को भी पता नहीं था।

पुलिस ने अलका का मोबाइल कब्जे में कर लिया है। मोबाइल का कॉल डिटेल तमाम खुलासे पर मुहर लगा देेेगा। वही अलका के राांची में बिआइटी मेंसरा से बीबीए की पढ़ाई के दिनों से जुड़ा है पूरा मामला।

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