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BiG News (वीडियो) AMU में भड़काऊ भाषण देने के मामले में डॉ.कफील को UP एसटीएफ ने किया गिरफ्तार

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पटना Live डेस्क। यूपी के गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में अगस्त 2017 में ऑक्सीजन की कमी से 60 बच्चों की मौत की भयावह काण्ड से चर्चा में आए डॉ. कफील खान को एसटीएफ ने बुधवार यानी 29 जनवरी की देर रात को मुंबई से गिरफ्तार कर लिया। डॉ. कफील पर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में 12 दिसंबर 2019 को भड़काऊ भाषण देने के मामले में आरोपी बनाए गए थे।

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में भड़काऊ भाषण देने और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर अभद्र टिप्पणी करने का आरोप है। इस मामले में डॉ. कफील खान के खिलाफ अलीगढ़ में सिविल लाइन्स थाने में आईपीसी की धारा 153-ए के तहत सिविल लाइन्स पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी। उनके खिलाफ दर्ज शिकायत में कहा गया था कि छात्रों को संबोधित करने के दौरान खान ने बिना नाम लिए कहा कि ‘मोटाभाई’ सबको हिंदू या मुस्लिम बनना सिखा रहे हैं लेकिन इंसान बनना नहीं। उन्होंने आगे कहा कि जब से आरएसएस का अस्तित्व हुआ है, उन्हें संविधान में भरोसा नहीं रह गया। खान ने कहा कि CAA मुस्लिमों को सेकंड क्लास सिटिजन बनाता है और एनआरसी लागू होने के साथ ही लोगों को परेशान किया जाएगा।

इसी मामले में एसटीएफ ने उन्हें गिरफ्तार किया है।

डॉक्टर कफील की गिरफ्तारी के बाबत स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के आईजी अमिताभ यश ने बताया कि 12 दिसंबर 2019 की शाम 6.30 बजे डॉ. कफील और स्वराज इंडिया के अध्यक्ष डॉ. योगेंद्र यादव ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के बाब-ए-सैयद गेट पर करीब 600 छात्रों की सभा को सम्बोधित किया था। इस दौरान डॉ. कफील ने नागरिकता संशोधन के संबंध में भ्रामक तथ्य बताते हुए भड़काऊ भाषण दिया था। इस दौरान डॉ. कफील ने अपने भाषण में मुस्लिम छात्रों को उनकी धार्मिक भावना को भड़काने और दूसरे समुदाय के प्रति घृणा, वैमनस्य पैदा करने का प्रयास किया था। उन्होंने अपने भाषण में गृह मंत्री अमित शाह पर भी टिप्पणी की थी। उनके भाषण को स्थानीय पुलिस ने रिकार्ड भी किया था।

अलीगढ़ में क्या बोले थे डॉ. कफील

गोरखपुर के सोशल एक्टिविस्ट डॉ. कफील खान ने कहा कि अलीगढ़ में नागरिकता बिल को लेकर कहा था कि इस बिल से घबराने की जरूरत नहीं है। इस बिल को हमें डराने के लिए मोहरा बनाया जा रहा है। लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं। आप लोग अपने सभी दस्तावेज पूरे रखें। यह देश हमारा है और हमारा रहेगा। जो हम चाहेंगे वही होगा।

अमित शाह जो बिल लाए हैं, वह असंवैधानिक हैं। इन्होंने बाबा साहेब के संविधान को माना ही नहीं। इनका देश को बांटने का इरादा है। आप छात्रों को ही इस जंग की मशाल उठानी होगी। डॉ. कफील ने कहा कि यह नागरिकता बिल इसलिए लाया गया है क्योंकि एनआरसी में 19 लाख लोग छूट गए। उनको अंदर करने के लिए यह लाया गया। उन्होंने कहा कि हमारा सारा विपक्ष साफ्ट हिंदूइज्म में छिप गया है हमें ही पहल करनी होगी। इस अवसर पर सैकड़ों छात्र छात्राएं मौजूद थे।

एएमयू के छात्रों को समर्थन देने पहुंचे डाक्टर कफील ने कहा कि उन्हें यहां नहीं आने के लिए अलीगढ़ के पुलिस प्रशासन और एएमयू प्रशासन ने धमकी भरे अंदाज में चेतावनी दी। लेकिन उन्होंने इसे नकार दिया।

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