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BiG News (वीडियो) पटना में बेटी-दामाद की साज़िश का शिकार हुआ शख्स, चाकुओं से गोदा फिर गला काट की नृशस हत्या

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पटना Live डेस्क। वर्त्तमान समय मे पैसों ख़ातिर अपने ही अपनो का खून बहा रहे है। यह महज कयास नही वह सच्चाई है जो मनुष्य के चेहरों से दरिन्दगी और स्वार्थ के नकाब को पल पल और हर पल नोच रही है। ऐसा ही एक वाकया पटना के परसा बाजार थाना 1अंतर्गत खैराटाली गांव के जमुना बिहार कॉलोनी में घटित हुई है। जहाँ एक जूता चप्पल कारोबारी उमेश सिंह की नृशस हत्या कर दी गई है। सिंह की हत्या बेहद क्रूरता पूर्वक की गई है। पहले तो उन्हें चाकुओं से गोदा गया है फिर गला काटकर तड़पाते हुए मौत के घाट उतारा गया है। बहरहाल घटना की जानकारी के बाद परसा बाजार थानाध्यक्ष जयप्रकाश अपने दलबल के साथ मौके पर पहुचे और जांच प्रारंभ करते हुए शव को कब्जे में लेकर पंचनामा तैयार कराकर पोस्टमार्टम ख़ातिर रवाना करवा दिया।

बेहद नृशस ढंग से की गई कारोबारी की हत्या की वारदात का पुलिस अभी अनुसंधान आगे बढ़ा ही रही थी कि इस हत्याकाण्ड की गुत्थी मकतूल के साढू के बयान ने सुलझा दिया। दरअसल,यह हत्या अपनो की साज़िश और अत्यधिक लालच का परिणाम है।

बेटी दामाद की साज़िश

मिली जानकारी के अनुसार उमेश सिंह की हत्या के पीछे उनके दामाद और बेटी का हाथ बताया जा रहा है जो कांड के बाद से फरार है। इस बात की तस्दीक करते हुए कत्ल कर दिए गए उमेश के साढू न बताया कि यह हत्याकाण्ड पूरी तरह साजिशन अंजाम दिया गया है। दरअसल, कत्ल कर दिए गए उमेश की बेटी पूजा के बाबत बताया जाता है कि वह अपने प्रेमी देव कुमार सिंह के साथ जबतब घर छोड़ फरार हो जाती थी। अपनी बेटी के चरित्र और लोकलाज के तहत बेटी के प्रेमप्रसंग की वजह  घर से फरार होने से तंग आकर  बेटी पूजा की शादी उसके प्रेमी देव कुमार से एक वर्ष पूर्व क़रा दिया था। लेकिन यह शादी का डिसीजन उमेश की ज़िंदगी की सबसे बड़ी और आखरी गलती साबित हुई। शादी के बाद से ही बेटी और दामाद जमीन और तिलक दहेज के तौर पर तमाम सुख सुविधाओं की डिमांड करने लगे।

लोभी बेटी दामाद और मजबूर बाप

चुकी मांग अपनी बेटी की ओर से भी होता था समय समय पर मजबूर उमेश सिंह यथाशक्ति तमाम मांगे पूरी भी करते रहे। लेकिन मुफ़्खोर और लालची देवकुमार सिंह की चाहत रुकने का नाम नही ले रही थी, वो हर बार पत्नी पूजा के सहारे अपने ससुर पर दबाव बनाया करता था। देव हमेशा रुपये पैसे की मांग करता कभी व्यवसाय की नाम पर तो कभी किसी और बहाने वही पूजा भी हरवक्त अपने पति के पक्ष में अपने पिता से उलझ जाया करती।

यहाँ तक कि उमेश सिंह ने अपना जमा जमाया जूतों की दुकान भी अपने दामाद को विगत महिने सुपुर्द कर दिया था ताकि उसकी घर गृहस्थी सही ढंग से चल सके। लेकिन दामाद ने धंधे को ही जब निगलना शुरू कर दिया तो मजबूरन उमेश ने उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया। फिर क्या था एक बार फिर बेटी पूजा ने कुछ दिन पूर्व घर में रखे माँ के सारे गहने चुरा लिए और फरार हो गई थी।

दरअसल, उमेश का दामाद और बेटी को जब भी पैसे की दरकार होती वो दबाव बनाने लगते और जब पैसे मिल जाते कुछ दिन ऐश मौज में लग जाते है।
लेकिन जब उमेश सिंह ने पैसे देने बंद कर दिए तो बाकायदा पूरी प्लानिंग के तहत कारोबारी के दामाद ने अपने 4-5 साथियों के साथ मिलकर पहले तो अपने ससुर के खैराटाली गांव के जमुना बिहार कॉलोनी स्थित घर जा धमके और घर के जमीन के कागजात अपने नाम करने को कहा पर जब उमेश सिंह किसी दबाव के आगे नही झुके तो अत्यधिक लोभी दामाद ने  ससुर उमेश सिंह का पैर बांधा और फिर पहले पेट मे चाकू मार उसके बाद गला रेत कर हत्या कर दिया ।

                         मृतक के साढू ने बताया कि हत्या दामाद और उसके साथियों ने बेटी के साथ मिलकर किया है सुनिए उनकी जुबानी निर्मम हत्या की कहानी

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