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Exclusive -पटना में करोड़ों की ठगी कर शातिर (पहचानिए शातिर का चेहरा)हुआ फरार,पत्नी दर्ज कराई अपहरण का एफआईआर

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पटना Live डेस्क। राजधानी पटना में जमीन के नाम पर करोड़ों रूपये का ठगी हुआ हैं। मुख्य आरोपी समेत सह आरोपी सबफरार हैं। वही दूसरी तरफ आरोपी की पत्नी ने अपने पति की अपहरण एवं हत्या का आशंका जताकर एफआईआर दर्ज करायी हैं। ठगी के तमाम मामलों को लेकर एफआईआर भी दर्ज है पटना के विभिन्न थानों में दर्ज है। अब इस मामले को लेकर पटना पुलिस पेशोपेश में है कि कौन सही है कौन गलत।

                          एक पुरानी कहावत हैं -चोर के आगे ताला क्या और बईमान के आगे केवाला (जमीन)क्या। कुछ ऐसी ही उलझन में पटना पुलिस जूझ रहीं हैं । पटना जिले के नौबतपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले अरविंद कुमार उर्फ प्रदीप कुमार के खिलाफ लोगों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि जमीन देने के नाम पर करोड़ों रूपये की ठगी कर फरार हो गया है।

                   विगत दिनों जब ज़मीन ख़ातिर पैसे देने वालो को खुद के ठगे जाने का अहसास हुआ तो सभी ने फर्जीवाडे का आरोप लगाते हुए अरविंद से रूपये वापस करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया तब आरोपी अरविंद ने 24 जुलाई को जिनको पैसे चाहिए उनको रूपये वापस करने एवं जिनको ज़मीन चाहिए उनको जमीन रजिस्ट्री करने के लिए तारीख निर्धारित करते हुए सभी को शांत कराया। लेकिन 24 जुलाई को अरविंद कुमार गधे की सींग की तरह गायब हो गया। गायब भी ऐसा की कोई सुराग ही नही मिल रहा है।

                             वही अरविंद के भाई ने 24 जुलाई को राजीवनगर थाना में एक सनहा दर्ज कराया की उसके  भाई फोन कर उसको बताया कि सरिता मेडिकल हाल के पास मेरी गाड़ी लगी हैं जाकर ले लेना।इसके बाद मोबाइल स्वीच ऑफ आ रहा हैं। अभी पुलिस मामले की छानबीन में ही जुटी थी कि दो दिनों बाद अरविंद की पत्नी राजीव नगर थाना पहुंची और एक आवेदन दें आशंका जताई की उसके पति अरविंद का अपहरण कर अज्ञात लोगों द्वारा उसकी हत्या कर दी गई है।पत्नी के आवेदन पर राजीव नगर पुलिस अरविंद के अपहरण का मामला 26 जुलाई को दर्ज कर लेती हैं। साथ ही अपहृत अरविंद की पत्नी पुलिस से खुद की सुरक्षा की मांग करती हैं की कुछ लोग घर पर आकर धमकी दे रहें हैं।

मामले को बारीकी से जांचने पर पुलिस को मामला संदिग्ध और संदेहास्पद प्रतीत होता है। जांच आगे बढ़ी तो यह मामला करोड़ों के ठगी कर हड़पने के उद्देश्य से किया गया मामला साबित होने लगता है।

इसी दौरान अनिल कुमार आलोक एवं दर्जनों लोग राजीव नगर पुलिस के पास पहुंचे और बताया की यह अपहरण का मामला नहीं बल्कि अरविंद उर्फ प्रदीप द्वारा जमीन देने के नाम पर दर्ज़नो लोगो से करोड़ों रूपये का ठगी का है। अरविंद कुमार आलोक ने पुलिस को जो लिखित आवेदन दिया हैं साथ ही बातौर ब्यौरा  पैसों का उल्लेख भी किया है। बक़ौल आवेदन के  मेरा 26 लाख रूपये ,सुनील कुमार सिंह का 21 लाख 78 हजार,मनीष कुमार का 72 लाख 50 हजार ,नीरज कुमार का 15 लाख, शशि रंजन का 17 लाख, प्रेमलता कुमारी 10 लाख 25 हजार ,लेकर जमीन देने का एग्रीमेंट किया हैं। वहीं मनोज कुमार से कुमार 8 लाख 13 हजार रूपये लेकर फर्जी रजिस्ट्री किया है। वही एक राजेश मिश्रा को भी फर्जी जमीन का रजिस्ट्री किया हैं। ठगी के शिकार लोगों ने मुख्य आरोपी अरविंद कुमार उर्फ प्रदीप को बनाया है वही इस मामले में सह भागी के तौर पर उसके दोनों भाई रवि रंजन कुमार ,उर्फ सीमित, अमित कुमार ,संजय कुमार एवं सोनू कुमार को बनाया हैं।

                    मामला दर्ज होने के बाद 10 दिन बीत जानें के बाद भी अबतक अरविंद कुमार का कोई सुराग नहीं मिल सका है। जिसके कारण मामला संदिग्ध बनकर रह गया हैं। वहीं वरीय पुलिस पदाधिकारी भी मामले में मौन हैं। वही दूसरी तरफ अनुसंधानकर्ता को कोई दिशा निर्देश नहीं मिलने से जांच अब भी किसी निर्णायक मोड़ पर नही पहुच पाया है। वही अब  शिकायतकर्ताओं का मानना है कि वक़्त के साथ लगता है जैसे मामले पर पर्दा पड़ जाएगा।

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