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BiG News-#पुलवामा आतंकी हमले में #बिहार का एक और लाल शहीद,# BSF के #ASI नित्यानंद यादव हमले हुए थे जख्मी,#शनिवार की देर रात #सैनिक अस्पताल ली आखरी सांस

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पटना Live डेस्क। गुरुवार 14 फरवरी को दोपहर 3 बजकर 37 मिनट पर जम्मू-कश्मीर के पुलवामा के अंवतीपुरा में सीआरपीएफ काफिले पर फिदायीन हमला किया गया।इस हमले की आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली। इस आतंकी संगठन का सरगना मौलाना मसूद अजहर पाकिस्तानी नागरिक है ।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है, आम से खास तक हर कोई इससे आहत है।मुल्क की अवाम बेहद आक्रोशित है,जवानों के शवों को देखकर हर हिंदुस्तानी रो रहा है और बस यही कह रहा है कि इस बार कुछ भी हो जाए, आतंकियों को नेस्तनाबूत कर दो। इसी बीच आतंकी हमले में गंभीर रूप से जख़्मी भारत के सपूत बिहार के लाल बीएसफ में सहायक अवर निरीक्षक के पद पर तैनात नित्यानंद यादव भी पुलवामा के आतंकी हमले में शहीद हो गए।                         

शहीद नित्यानंद यादव मूल रूप से बिहार के रोहतास जिला के कोचस थाना क्षेत्र के चितैनी गांव के रहने वाले थे। आतंकी हमले के दौरान वे गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। उनका इलाज कश्मीर के सैनिक अस्पताल में चल रहा था। इलाज के दौरान शनिवार की देर रात उन्होंने अंतिम सांस ली।                   

बकौल परिजनों पुलवामा में गुरुवार को जब आतंकवादी हमला हुआ था, तब उस इलाके की सुरक्षा में नित्यानन्द
तैनात थे। हमले के बाद आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में उनको गोलियां लगने से घायल हो गए थे। लेकिन यादव ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए आतंकवादियों को मुंहतोड़ देते हुए लगातार फायरिंग करते रहे। इस दौरान वे बेहद गभीर रूप से जख्मी हो गए। अत्यधिक गंभीर अवस्था में उन्हें कश्मीर स्थित सैनिक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया।जहाँ डॉक्टरों के अथक प्रयास के बावजूद नित्यानंद को बचाया नही जा सका। शनिवार और रविवार की दरमियानी रात बीएसफ के इस बहादुर एएसआई ने शहादत कुबूल करते हुए अपना नाम वतन के शहीदों में दर्ज करा लिया।                          

तमाम प्रक्रियायों और बीएसएफ द्वारा अपने बहादुर सिपाही को आखरी सलाम पेश करने के बाद उनका पार्थिव शरीर रवीवार की शाम तक पटना एयरपोर्ट पर पहुंचा। जहां से उनके पार्थिव शरीर को ससम्मान रोहतास जिले में स्थित उनके पैतृक गांव चितौनी में अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया।

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