बेधड़क ...बेलाग....बेबाक

FACT-FINDING-(Video)मौत को दावत दे रहा 696 करोड़ की लागत से लगभग 20 साल में बना Munger का श्रीकृष्ण सेतु

20 साल का लंबा इंतजार आखिरकार शुक्रवार 11 फरवरी को खत्म हो गया। मुंगेरवासियों को डबल डेकर पुल की सौगात मिल गई। सीएम नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जिले के लाल दरवाजा से मुंगेर खगड़िया रेल-सह-सड़क पुल का लोकार्पण किया। लेकिन अब सुरक्षा को लेकर बड़ी घातक लापरवाही को नज़र अन्दाज किया गया है।

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पटना Live डेस्क।बिहार के मुंगेर जिले में लगभग 20 साल में बनकर (26 नवम्बर 2002 में बनने की शुरुआत) तैयार हुए पुल को विगत 11 फरवरी को पूरे तामझाम के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 696 करोड़ की लागत से बने मुंगेर, खगड़िया और बेगूसराय ज़िले को आपस मे जोड़ने खातिर गंगा नदी पर बने श्रीकृष्ण सेतु का लोकार्पण किया गया। बिहार मुख्यमंत्री के द्वारा उदघाटन के बाद से श्रीकृष्ण सेतु पर वाहनों की आवजाही शुरू हो गयी।

            20 साल का लंबा इंतजार आखिरकार शुक्रवार 11 फरवरी को खत्म हो गया। 20 साल पहले जब श्री कृष्ण सेतु के निर्माण का निर्णय उस समय लिया गया था, जब बिहार के वर्तमान मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार,भारत सरकार में रेल मंत्री थे। खैर मुंगेरवासियों को डबल डेकर पुल की सौगात मिल गई। सीएम नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जिले के लाल दरवाजा से मुंगेर खगड़िया रेल-सह-सड़क पुल का लोकार्पण किया। लेकिन अब सुरक्षा को लेकर बड़ी घातक लापरवाही को नज़र अन्दाज किया गया है। 

            लेकिन लगभग 20 साल में बना सात सौत करोड़ की लागत से बने इस सेतु पर सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया। इससे कभी भी बहुत बड़ा हादसा हो सकता है। इस बेहद अहम त्रुटी से पुल निर्माण कंपनी सहित ज़िला प्रशासन अनजान बना बैठा है। उल्लेखनीय है की पूर्व मे भी सूबे के गोपालगंज जिले में एक पुल निर्माण में सुरक्षा की ऐसी ही त्रुटी ने बड़े हादसे की वजह बना था। तब जाँच की प्रक्रिया अपनाई गई थी।

 

 दरअसल, मुंगेर, खगड़िया और बेगूसराय ज़िले को जोड़ने वाले मुंगेर गंगा नदी पर बने श्रीकृष्ण सेतु पर  मुंगेर के ITC दूध फैक्ट्री के समीप से गुजरने वाले इस सेतु की सड़क के काफी सकरी होने और सड़क के दोनों और गार्डर नहीं लगाने से कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।

                       आपके साथ Patna LivePatna Live वो वीडियों साझा कर रहा है जो साफ साफ इस बात की ओर ईशारा करता है कि कैसे सड़क के दोनों ओर लगभग 50 फिट की गहराई है।इस घातक लापरवाही के बावजूद बिना सड़क के दोनों तरफ सुरक्षा दीवार बनाये वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी गयी है। एक ओर जहां लोग सेल्फी लेने सहित मुंगेर से खगड़िया और बेगूसराय ज़िला घूमने के लिए आना जाना कर रहे हैं। लेकिन सड़क की दोनों तरफ सुरक्षा की कमी होने से बड़ी दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है ।

                      इधर, लोगों ने भी सेतु पर लाइट की उचित व्यवस्था नहीं होने, हाइवे पेट्रोलिंग, सड़क किनारे सुरक्षा दीवार नहीं रहने पर सवाल उठना शुरू कर दिया है।

मुंगेर खगड़िया और बेगूसराय-दूरिया हुई कम

               दरअसल, पहले जहां मुंगेर से खगड़िया एवं खगड़िया से मुंगेर आने में पहले नाव से 1 घंटे का समय लगता था। अब सड़क पुल चालू हो जाने से महज 12 से 15 मिनट में ही लोग दो जिले में अप डाउन कर सकेंगे।

विदित हो कि गंगा पर निर्मित रेल सह सड़क  सेतु की कुल लंबाई 3.75 किलोमीटर है। जबकि इससे जुड़ने वाले एप्रोच पथ अर्थात एनएच 333बी की लंबाई 14.517 किलोमीटर है।मुंगेर की ओर एप्रोच पथ की लंबाई 9.394 किलोमीटर तथा खगड़िया की ओर एप्रोच पथ की लंबाई 5.198 किलोमीटर है।

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