बेधड़क ...बेलाग....बेबाक

BiG News- आरा पटना सेक्स कांड -गिरफ्तारी के डर से अंडरग्राउंड हुए RJD MLA अरुण यादव, पुलिस ने वारंट खातिर कोर्ट में दी अर्जी

600

 

पटना Live डेस्क। बिहार में राजद के एक और विधायक
नाबालिक से दुष्कर्म के मामले में बुरी तरह न केवल फसते नज़र जा रहे है बल्कि अब गिरफ्तारी की तलवार भी लटक गई है। सूबे के बहुचर्चित आरा-पटना सेक्स रैकेट कांड में भोजपुर के संदेश से राजद विधायक अरुण यादव की गिरफ्तारी के वारंट के लिए आरा कोर्ट में अर्जी दी गई है।।अनुसंधानकर्ता चंद्रशेखर गुप्ता ने गिरफ्तारी के वारंट के लिए अर्जी दी है। इस मामले में नाबालिग पीड़ित लड़की ने राजद विधायक अरूण यादव का नाम ले लिया है। इस बीच खबर है कि पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी के डर से राजद विधायक अरुण यादव अंडरग्राउंड हो गए हैं।

नाबालिक का बयान दर्ज, अरुण यादव का नाम

उल्लेखनीय है कि सेक्स स्कैंडल के दलदल में फंसी आरा की रहने वाली पीड़ित नाबालिग लड़की ने आरा कोर्ट में दोबारा 164 के तहत कलमबंद कराये गये बयान में राजद विधायक अरूण यादव का नाम दर्ज करवाया है। वहीं, इस मामले में जांच से जुड़े पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि दो दिनों से राजद विधायक अरूण यादव का कोई सुराग नहीं मिल पा रहा है।

सूत्रों के अनुसार नाबालिक द्वारा कोर्ट में दोबारा दर्ज कराए गए अपने 164 के बयान में विधायक पर बलात्कार करने का आरोप लगाया गया है। पीड़िता नें अपने बयान में कहा है कि रैकेट की संचालिका अनिता देवी उसे विधायक के पास ले जाती थी। उसने ये भी बताया कि पटना के सचिवालय के पास स्थित विधायक के आवास पर वह उसे पिछले दरवाजे से ले गई थी।

उल्लेखनीय है कि आरा की एक नाबालिग से पटना में जबरन देह व्यापार का धंधा कराया जा रहा था। 18 जुलाई की रात पीड़िता के धंधेबाजों के चंगुल से भागने के बाद आरा स्थित अपने घर पहुंचने पर पूरे मामले का खुलासा हुआ था। बाद में किशोरी की निशानदेही पर उसी दिन अनिता देवी सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। तब भी किशोरी ने देह व्यापार के लिए आरा के इंजीनियर व एक विधायक के पटना स्थित आवास पर भी जाने की बात कही थी।

गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में अनिता ने इस बात को सच बताया था। इस मामले में आरा टाउन थाना की पुलिस संचालिका अनीता,दलाल संजीत और इंजीनियर अमरेश के अलावा सेक्स रैकेट के संचालक संजय यादव उर्फ जीजा को जेल भेज चुकी है।

अनिता के बयान से खुला राज़

दरअसल पीड़ित लड़की और अनिता देवी के बयानों से पूरे घिनौने खेल का पर्दाफाश हुआ। गिरफ्तारी के बाद जिस्मफरोशी के धंधे की संचालिका अनिता देवी का बयान सियासी और प्रशासनिक हलके में हड़कंप मचाने साबित हुआ था। अनिता देवी ने कबूला कि वो एक नाबालिग लड़की से देह व्यापार करा रही थी। पिछले एक महीने में उसने पटना के कई VIP ठिकानों पर 12 वर्षीय नाबालिग लड़की को भेजा। इसमें पटना में सचिवालय के पास क्वार्टर नंबर 28 भी है। यह क्वार्टर नंबर 28 राजद के विधायक अरूण यादव का है।

अनिता देवी के मुताबिक देह व्यापार के इस घिनौने खेल में उसे पूरी रात का 6 हजार रूपया और दिन में जाने पर 1500 रूपया मिलता था। नाबालिग लड़की को आरा के एक इंजीनियर के पास भी भेजा गया। इसके अलावा पटना के होटलों में भी उसकी अस्मत लूटी जाती रही। अनिता देवी खुद उस लड़की को लेकर होटलों में जाती थी। पीड़ित लड़की 18 जुलाई को अनिता देवी के चंगुल से भाग निकली और अपने घऱ पहुंच गयी। उसने अपने घर वालों को पूरी कहानी सुनायी। इसके बाद पीड़िता को पुलिस के पास भेजा गया और पुलिस ने अनिता देवी को धर दबोचा।

इस कांड का सीआइडी भी अलग से केस की तफ्तीश कर रही है।वही, दूसरी तरफ भोजपुर एसपी सुशील कुमार कांड में विधायक का नाम आने के बारे में साफतौर पर कुछ बताने से परहेज कर रहे हैं

Comments are closed.