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मुंगेर के चुनावी महासग्राम में निर्दलीय तालठोकने को तैयार मैकेनिकल इंजीनियर साकेत रंजन

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सैफ अली, ब्यूरो कोर्डिनेटर, मुंगेर

पटना Live डेस्क। देश की सबसे बड़ी पंचायत यानी लोकसभा चुनाव वर्ष 2019 ख़ातिर सियासी बिगुल बजने ही वाला है। तमाम सियासी और एकल यानी निर्दलीय उम्मीदवार भी परिवर्तन की बयार के झोंके से मुंगेर संसदीय क्षेत्र को लहोलोट करने ख़ातिर आखरी वक्त पर अपने तरकश को नित नए वायदों और इरादों के शब्दिक तीरों से भरने की कवायद में जुटे ही। वही,दूसरी तरफ मुंगेर संसदीय क्षेत्र की सियासत उसी वक़्त से सांसत में पड़ गई है जब से बाहुबली विधायक ने सत्ताधारी दल के करामाती मंत्री के ख़िलाफ़ चुनावी जंग के ऐलान किया है।
चुकी, मुंगेर लोकसभा क्षेत्र दो दिग्गजों के टक्कर की वजह से सूबे की हॉट सीट बन गया है। लेकिन तमाम अग्निबाण बरसने और सियासी पारा चरम पर पहुचने के आसार के बीच भी कई निर्दलीय प्रत्याशी भी ठंडी बसन्ती हवा के झोंके के मानिंद चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं। जो पढ़े लिखे तामझाम रहित जनहित ख़ातिर सेवा भावना से ओतप्रोत होकर सियासत में सहभागिता सुनिश्चित करना चाहते है ऐसे ही एक शख्स है इंजीनियर साकेत रंजन।

मुंगेर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के शंकरपुर गांव निवासी राम विलास प्रसाद यादव के पुत्र साकेत रंजन भी मुंगेर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ कर अपना भाग्य आजमाने की तैयारी में हैं। चुनाव की तैयारी कर रहे साकेत रंजन ने कहा कि वह निर्दलीय ही चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। साकेत ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के दौरान ही जन्मभूमि मुंगेर के विकास के लिए सोचना शुरू किया।

बकौल साकेत रंजन मैंने मैकेनिकल ब्रांच से बीटेक किया है, चाहता तो किसी भी मल्टी नेशनल कंपनी में जॉब कर सकता हूँ, ताकि अपना भविष्य सुरक्षित कर सकू। लेकिन अपने लिए तो जानवर भी जी लेते है, मैं चाहता हूँ- बतौर एक इंसान अपनी माटी के कर्ज़ को अता कर सकू,अपने लोगो के काम आ सकू,अवाम के सुख दुख का सहभागी बन सकू,मुंगेरवासियों की सेवा कर सकूँ।

साकेत कहते है – चुनाव लड़कर मुंगेर लोकसभा क्षेत्र की अवाम के लिए काम करना चाहते हूँ। उन्होंने कहा कि मुंगेर की सियासी ज़रखेज माटी ने कई लोगों को राजनीतिक पहचान दिलाइ है, लेकिन सियासी उभार के बाद भी वो शहर या क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं के निदान नही कर सके सिर्फ वायदों और इरादो को भाषणों की जुगाली करते रहे। लेकिन इस युवा इंजीनियर ने स्पष्ट कहा कि वह चुनाव जीतने के बाद मुंगेर लोकसभा क्षेत्र के लिए कार्य करना चाहते हैं।उन्होंने युवाओं के लिए शिक्षा की प्राथमिकता बताते हुए कहा कि छात्रों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए अन्य राज्यों में जाना पड़ता है। ऐसे में मुंगेर क्षेत्र में छात्रों के लिए उचित शिक्षा व्यवस्था, रोजगार सहित कई जरूरी कदम उठाने की जरूरत है।

साकेत रंजन ने कहा कि निर्दलीय ही वह लोक सभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। अगर वह जीत हासिल करते हैं तो संसद पहुंच कर मुंगेर के लिए एक बेसिक तय डायग्राम के तहत कार्य करने की जिम्मेदारी को अमलीजामा पहनाएंगे साथ ही रोजगार की प्राथमिकता के तहत मुंगेर को पयर्टन स्थल घोषित कराना चाहेंगे ताकि स्वरोजगार और रोजगार की समस्या से निजात मिलने की दिशा में सशक्त कदम उठाया जा सके।

मुंगेर संसदीय क्षेत्र की सियासत दो बाहुबलियों एक सत्ता पोषित दूसरा स्वपोषित की चुनावी टक्कर से सांसत में है। लेकिन लोकतंत्र की सबसे बड़ी विडंबना भी यही है और खूबसूरती भी की धन बल के बावजूद जनता मालिक है। जब चाहे जनप्रतिनिधियों की उड़ान की कन्नी काट देती और जनाब धड़ाम से धूलधूसरित हो जाते है। तभी तो इस जनतंत्र में उम्मिदो की बहार रहती है नए झोकों की दरकार बनी रहती है।

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