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भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे ने न्यूज़ पोर्टल के 7 लोगों के खिलाफ दर्ज कराया 100 करोड़ के आपराधिक मानहानि का मुकदमा ,11 अक्टूबर को सुनवाई

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पटना Live डेस्क। देश की बागडोर संभाल रही भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के इकलौते पुत्र जय शाह ने उनके बारे में एक न्यूज पोर्टल वेबसाइट पर प्रकाशित समाचार को लेकर अहमदाबाद के मेट्रोपोलिटन अदालत में इसकी लेखिका सह पत्रकार रोहिणी सिंह तथा संपादकों समेत सात लोगों के खिलाफ 100 करोड़ की मानहानि का मुकदमा दायर कर दिया। अदालत ने इस मामले की सुनवाई के लिए 11 अक्टूबर की तिथि तय की है। आरोपियो में पोर्टल के संपादक सिद्धार्थ वरदराजन, सिदार्थ भाटिया तथा एम के वेणु के नाम भी शामिल हैं।
रविवार को प्रकाशित पोर्टल की एक रिपोर्ट में कथित तौर पर दर्शाया गया था कि जय की एक कंपनी, जो पहले घाटे में चल रही थी ने वर्ष 2014 में मोदी सरकार बनने तथा शाह के भाजपा अध्यक्ष बनने के बाद अपने कारोबार में 16000 गुणा की बढ़ोत्तरी कर ली।

जय की अर्जी में कहा गया है कि लेख गलत है और इससे लोगों के मन में यह धारणा बन सकती है कि उन्होंने अपनी व्यवसायिक सफलता के लिए पिता के राजनीतिक पद का गलत इस्तेमाल किया है। उनका कारोबार पूरी तरह सही तरीके से किया गया है और इसके लिए रिण लेने के लिए भी पूरी प्रक्रिया का पालन किया गया है और उनकी पैतृक संपत्ति को गिरवी रखा गया है। इसमें कहा गया कि यह मुकदमा यहां इसलिए दायर किया जा रहा है क्योंकि वह यहां रहते हैं और जिस कंपनी के कारोबार का जिक्र लेख में किया गया है वह अहमदाबाद में ही थी।भाजपा ने बताया मनगढ़ंत और झूठा

जय शाह पर लगाए गए सभी आरोपों को खारिज करते हुए पीयूष गोयल ने कहा था, “ये झूठ और पूरी तरह से आधारहीन और दुर्भावनपूर्ण भाव से किए गए अपमान-जनक आरोप हैं।।हम इन आरोपों का पूरी तरह से खंडन करते हैं, नकारते हैं।”

जय अमित भाई शाह की सफाई

जय शाह ने भी अपनी सफाई में कहा था कि वेबसाइट ने अपनी स्टोरी में झूठ दिखाने की कोशिश की है. उनके प्रतिष्ठा को नीचा दिखाने की कोशिश की है. लोगों के मन में ऐसी छवि बनाने की कोशिश की गई है कि उनके व्यवसाय में सफलता उनके पिता की राजनीतिक हैसियत से मिली है।उन्होंने कहा,“मेरा व्यवसाय पूरी तरह से कानून का पालन करता है।जो मेरे टैक्स रिकार्ड और बैंक ट्रांजेक्शन से पता चलता है। किसी कॉपरेटिव बैंक से लोन नियम कानून के हिसाब से लिए गए।”

कांग्रेस का हमला

द वायर की रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस ने अमित शाह को निशाने पर लिया।कांग्रेस नेता कबिल सिब्बल ने कहा कि ऐसा लगता है कि 2014 में सरकार बदलने के साथ अमित शाह के बेटे की किस्मत भी बदल गई है। कांग्रेस ने पूछा कि क्या पीएम मोदी इस मामले की जांच कराएंगे?

अतिरिक्त सालिसिटर जनरल तुषार मेहता लड़ेगे केस

देश की बागडोर संभाल रही भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय अमित शाह की ओर से न्यूज पोर्टल ‘द वायर’ के खिलाफ दायर आपराधिक मानहानि के मुकदमें में उनका प्रतिनिधत्व अतिरिक्त सालिसिटर जनरल तुषार मेहता करेंगे। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि मेहता ने जय का पक्ष अदालत में रखने के लिये उपस्थित होने के संबंध में विधि मंत्री रविशंकार प्रयाद से अनुमति मांगी और उन्हें इसकी अनुमति मिल गई। गोयल ने जोर दिया कि इस रिपोर्ट का मकसद अभद्र उल्लेख के जरिये भाजपा और सरकार को बदनाम करना है।

यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस ने इस बारे में तीखा प्रहार करते हुए दावा किया है कि सरकार को इसकी पूरी जानकारी है क्योंकि खबर आने से पहले ही एएसजी को इसकी मंजूरी दी गई, गोयल ने कहा कि इस बारे में जय को एक प्रश्नावली भेजी गई थी ।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि मेरा विश्वास है कि जय को फंसाया गया है और उन्हें न्याय मिलनी चाहिए। इसमें कोई गलत नहीं है कि सर्वश्रेष्ठ वकील उपस्थित हों । अनुमति प्राप्त करने के बाद एएसजी दो निजी पक्षों के मामले में उपस्थित हो सकते हैं।

न्यूज़ पोर्टल के अनुसार – एक साल में 16,000 गुना तक इजाफा

रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज में दर्ज जानकारियों का हवाला देते हुए साइट ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि टेंपल एंटरप्राइज प्राइवेट लिमिटेड, जिसमें जय शाह डायरेक्टर हैं, का टर्नओवर 2014-14 की तुलना में 2015-16 में 16000 गुना बढ़ गया। रिपोर्ट के मुताबिक 2014-15 में कंपनी का टर्नओवर 15000 रुपये था जो 2015-16 में बढ़कर 80.5 करोड़ हो गया।

रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने राज्य सभा सांसद परिमल नाथवाणी के रिश्तेदार राजेश खंडवाल से 15.78 करोड़ का लोन भी हासिल किया। परिमल नाथवाणी रिलायंस इंडस्ट्रीज में सीनियर एग्जिक्युटिव भी हैं।

 

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