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बड़ा खुलासा (महाकाल और बिहटा)-निर्भय सिंह की हत्या का सच – बिहटा में महाकाल गैंग का एक क्षत्र वर्चश्व और रंगदारी है स्पष्ट मकसद,निजी खुन्नस भी है एक कारण

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पटना Live डेस्क। राजधानी पटना से सटे बिहटा में दिनदहाड़े ताबड़तोड़ बाइक सवार 3 अपराधियों द्वारा मार डाले गए सिनेमा हॉल “उदय चित्रमन्दिर” के मालिक सह बिहटा व्यापारिक संघ के अध्यक्ष पचास वर्षीय बेहद मिलनसार और सामाजिक व्यक्ति निर्भय सिंह को शुक्रवार की शाम तकरीबन पौने छह बजे अपने सिनेमा हॉल के बाहर खड़े थे तभी तीन अपराधी मुंह पर गमछा बांधे पैदल ही पहुंचे और निर्भय सिंह पर ताबड़तोड़ गोली चलाने लगे। कुल पांच गोली मारकर निर्भय सिंह को वहीं ढेर कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि आगे उन्हें बाइक खड़ी की थी। बाइक पर सवार होकर अपराधी पोस्ट ऑफिस मार्ग होते हुए सदिसोपुर की ओर भाग गए। घटना से इलाके में दहशत है। वही घटना के बाद से इलाके में खौफ पसरा है। साथ ही व्यापारियों में एक अनजान खौफ पसरा है। दबी जुबान में इस सच को स्वीकार भी कर रहे है कि यह वर्चश्व जमाने ख़ातिर किया गया कांड है। ताकि दुकानदारों से रंगदारी वसूली जा सके।

                           उल्लेखनिय है राजधानी पटना से सटे बिहटा में दस वर्षों में जो विकास हुआ शायद ही सूबे के किसी प्रखंड का हुआ होगा।बिहटा में स्थापित आईआईटी ,इंजीनियरिंग कालेज, सीमेंट फैक्ट्री ,छड़ फैक्ट्री ,सहित कई सरकारी और निजी प्रतिष्ठान हैं ।सुविधाओं से लैस बिहटा को मिनी पटना भी कहा जाता हैं। बिहटा में जमीन की कीमत आसमान पर हैं ।इस कारण भू-माफिया पुरी तरह से सक्रिय हैं। बढ़ता बिहटा विकसित होता बिहटा अपराधियों के लिए अपना वर्चश्व कायम कर रंगदारी वसूलने के लिए सब से हॉट है।
चुकी बिहटा में वर्षो से रंगदारी वसूलने का सिलसिला बंद है।चुकी मैदान खाली है तो कईअपराधी गिरोहों की गिद्ध दृष्टी बिहटा बाजार पर टिकी है। अपराधी उसी परंपरा को दोहरा चाह रहे हैं। लोग दबी जुबान में बोल रहे थे कि रंगदारी वसूलने के इरादे से अपराधियों ने पहले फायरिंग किया। उसके बाद व्यवसायी की हत्या कर अपना मकसद साफ जाहिर कर दिया है।

बिहटा बाजार में धुंआधार फायरिंग फिर – हत्या

इस सच को जानने ख़ातिर आपको पिछले महीने की 24 अगस्त की घटना बताना जरूरी है। गुरुवार का दिन था आमदिनों कि तरह बाजार खुला था।दुकानदार और खरीदार सौदे देने और लेने में व्यस्त थे। तभी अचानक
बाइकों को शोर ने बाजार के शोर को ढक दिया और बिल्कुल फिल्मी स्टाइल में पहुचे बाइकर्स ने पुलिस को चुनौती देते हुए महाकाल नामक बाइकर्स गैंग ने दिनदहाड़े दर्जनों राउंड फायरिंग कर बिहटा में आतंक फैला दिया था। दो दर्जन बाइक पर सवार होकर पहुंचे बाइकर्स गैंग के सदस्यों की संख्या लगभग 50 से 60 थी। उनमें कई अपने हाथों पिस्टल लहराते हुए तबदतोड़ फायरिंग कर रहे थे।अचानक हुई इस एक के बाद एक कई फायरिंग ने बाज़ार में अफरातफरी की स्थिति बन गई। जिसको जहां जगह मिली दुबक गया तो कुछ लोगो गिरते पड़ते सुरक्षित स्थानों की ओर दौड़ पड़े। बक़ौल चश्मदीदों के बाइकर्स का हंगामा पोस्ट ऑफिस रोड से शुरू हुआ। उनलोगों ने समस्थू स्थान में फायरिंग की फिर मुख्य सड़क पर एक सीमेंट दुकान को टारगेट किया और ओवरब्रिज पर फायरिंग करते हुए राघोपुर की ओर गए। घटना की सूचना पर बिहटा पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। पुलिस टीम जबतक पहुंचती, सभी बाइकर्स भाग गए। जांच में पुलिस को घटनास्थल से दो खोखे मिले हैं। बाइकर्स गैंग के इस आतंक ने बाजार को सन्न कर दिया था। पूर्व में भी एक साइबर कैफे में मारपीट मामले दर्ज कराई गई थी। एफआईआर में महाकाल गैंग के मनीष यादव एवं सुशील यादव को नामजद अभियुक्त बनाया गया था। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई और फिर गुरुवार को तो महाकाल ने कहर बरपा कर दिया और समाचार की सुर्खियां बन गए।


पुलिस में इस गोलीबारी को लेकर देर रात समस्थू स्थान के सुभाष कुमार ने प्राथमिकी दर्ज कराई जिसमें श्रीचंदपुर पंचायत के मुखिया पप्पू सिंह के बेटे अमित कुमार,मनीष कुमार मिश्रा, राहुल कुमार,आकाश कुमार,सूरज कुमार एवं सोनू कुमार को नामजद किये गए और अन्य 50 अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस को इसके साथ ही महाकाल गैंग के बाइकर्स की भी तलाश है। इस मामले में फिलहाल जांच कर रहे डीएसपी ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया था। उनका कहना था कि गिरफ़्तारी के बाद पूरे मामले का खुलासा हो पाएगा। जो आज तक नही हुआ और निर्भय सिंह मार डाले गए।

बिहटा के मूक निवासी ,सम्मानित परिवार और इलाके के बेहद प्रतिष्ठित और बड़े व्यवसायियों में से एक निर्भय सिंह का मकान मुख्य बाजार में है। एक ही मकान में वह अपने परिवार के साथ रहते थे।बिहटा में उनका अपना कोल्ड स्टोरेज था। एक सिनेमा हॉल, कपड़े की दुकान समेत कई तरह का व्यवसाय चल रहा था। निर्भय बिहटा बाजार के दुकानदारो के चहेते अध्यक्ष थे। समाज में हर वर्ग के घर आते-जाते थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि वे सज्जन थे। किसी की भी मदद करने को आगे रहते थे। उनके दो भाई व्यवसाय करते हैं। छोटा भाई डाक्टर हैं।निर्भय सिंह की हत्या में लोग दबी जुबान में बिहटा के चर्चित गैंग महाकाल बाइकर्स गैंग के हत्या शामिल होने की बात कुबूल रहे है। व्यवसायी संघ का अध्यक्ष होने के नाते निर्भय सिंह कारोबारियों के हित और सुरक्षा में खड़ा रहते थे। यहीं कारण हैं की निर्भय सिंह ,भू-माफिया और अपराधियों के लिए इलाके में सबसे बड़े रोड़ा बनें हुये थे।
23 अगस्त को हुए महाकाल गैंग ने गोलियों की तड़तड़ाहट से बाज़ार को खौफज़दा कर दिया था। इस घटना के बाद व्यवसायियों का उत्साह बढ़ाने और व्यवसायी संघ के अध्यक्ष होने के नाते निर्भय सिंह ने महाकाल गैंग का जमकर विरोध किया था। चुकी निर्भय सिंह बिहटा के स्थानीय है। इलाके के हर वर्ग के लोगो मे पैठ है और महाकाल गैंग में शामिल लड़के भी स्थानीय है तो उनका व्यक्तिगत प्रयास भी लड़को के परिजनों को उनकी हरकत बताना भी लजमीं था। उन्होंने घटना में शामिल के लड़कों के परिजनों को भी समझाया था। स्थानीय लोगों ने बताया कि निर्भय की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। वो बहुत ही सुलझे हुए व्यक्ति थे। चुकी निर्भय ज़मीन कारोबार से भी जुड़े थे थाना आना जाना लगा रहता था। निर्भय की हत्या कर गैंग ने व्यापारियों को एक साथ कई संदेश दिए है। इसमें सबसे अहम रंगदारी देनी होगी।

हत्यारो ने चेहरा ढक रखा था, रास्तों से थे वाकिफ

घटना को अंजाम देने वाले यानी शूटर्स की संख्या 3 बताई जा रही है। तीनो ने गमझे से चेहरा ढक रखा था। यानी वो लोकल थे और खुद के पहचाने जाने का उन्हें इलहाम भी था। घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर एक दुकान के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगा है। फुटेज में तीन अपराधी हथियार लहराते डिपो की ओर दौड़कर भाग रहे है। तीनो के चेहरे ढके हुए है। वहां पहले से लगी बाइक पर बैठकर सभी अपराधी पोस्ट ऑफिस रोड से भाग निकले।अपराधियों की उम्र 25-28 वर्ष बतायी जा रही है।

रंगदारी वसूलना और वर्चश्व है मकसद

स्थानीय लोगों के मुताबिक बिहटा के दुकानदारों के चहेते थे निर्भय सिंह था बड़े व्यवसायी भी थे। बिहटा बाजार में सरे शाम अपराधियों के खूनी खेल को देख व्यवसायियों में खौफ पसर गया है। यही अपराधियों का मकसद भी था। एक तो अपराधियों को शक था कि निर्भय पुलिस से गैंग में शामिल लोकल लड़को की जानकारी साझा कर रहे है दूसरे बाजार के दुकानदारो के हितैषी निर्भय को मार कर ये संदेश दिया कि जो तुम सब का रखवाला और बिहटा का बड़ा व्यापारी था उसको जब मार सकते है तो बिहटा के हर व्यापारी हमारे निशाने पर जो रंगदारी नही देगा और हमारे वर्चश्व को नही स्वीकार करेगा।

सच से है सब वाकिफ -बाज़ार बंद है खौफतारी है

बिहटा में सिनेमा हॉल मालिक हत्याकांड के विरोध मेंव्यवसायियों ने शनिवार को दूसरे दिन भी दुकानें बंद रखीं। हालात का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि चाय-पान की दुकानें भी नहीं खुलीं। सभी हत्यारों की अविलंब गिरफ्तारी और कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग करते हुए बिहटा के ग्रामीण और मृत व्यवसायी के परिजनों ने कहा कि जब तक पुलिस न्याय नहीं दिलायेगी, बाजार बंद रहेंगे। लोगों का कहना है कि स्थानीय पुलिस की लापरवाही के कारणअपराधी बिहटा के लोगों में भय स्थापित करना चाहते हैं।लेकिन, अब यहां के व्यवसायी हो या ग्रामीण किसी भी हालत में अपराधियों के हौसले बढ़ने नहीं देंगे। यानी सभी व्यापारी और दुकानदार अपराधियों के मंसूबों से वाकिफ है उनके मकसद से परिचित है। पुलिस भी सच से अवगत है तनाव को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनाती की गयी है।पुलिस सारे परिस्थितियों पर अपना नजर बनाये हुए है।

पुलिस ने एक को किया गिरफ्तार, चार हिरासत में 

बिहटा पुलिस व्यवसायी हत्याकांड में शामिल अपराधियों को दबोचने के लिए जगह-जगह छापेमारी कर रही है।कैनहनपुर गांव से पुलिस ने श्रीनिवास यादव को गिरफ्तार कर लिया है। उसपर पहले से हत्या का केस दर्ज है। इसके अलावा चार युवकों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस के मुताबिक मामला आपसी विवाद, जमीन विवाद भी हो सकता है। हालाकि पुलिस किसी की गिरफ्तारी या हिरासत में लेने से इंकार कर रही है। देर रात तक मामला दर्ज नहीं हुआ था।

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