पटना Live डेस्क। राज्य के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद पर एक और खुलासा किया है. सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि लालू यादव ने जमीन हड़पने के नए-नए तरीके इजाद किए हैं. बीजेपी नेता ने आरोप लगाया कि पहले पॉवर ऑफ अटॉर्नी के माध्यम से लोगों की जमीन ली गई और उसके बाद वसीयत के नाम पर जमीन हड़प ली गई. सुशील मोदी ने कहा कि मो. शमीम और सोफिया तब्बसुम ने वसीयत कर दिया कि मेरी दो अलग-अलग जमीन, मृत्यु के बाद तेजस्वी और तेजप्रताप के नाम हो जायेगी. ये लोग मेरे भतीजे के समान हैं. इनके पिता ने भी मेरी काफी मदद की है. ये लोग मेरी हमेशा देखभाल करते रहे हैं, और उनकी इस सेवा से प्रसन्न होकर प्यार और स्नेह से अभिभूत होकर यह वसीयत कर रहे हैं.’’ जब तक हम जिंदा हैं, इसपर मेरा अधिकार रहेगा. मेरी मृत्यु के बाद तेजप्रताप और तेजस्वी का इस पर हक हो जायेगा.
साथ ही वसीयतनामे में यह भी लिखा है कि मेरी मृत्यु के बाद मेरा संतान इस पर अपना हक नहीं जता सकता है. यदि तेजप्रताप और तेजस्वी की मृत्यु पहले हो गई तो मेरा वैधानिक उत्तराधिकारी इसका मालिक होगा.
मो० शमीम और सोफिया तबस्सुम ने एक ही दिन यानि 12 मई, 2005 राबड़ी को Power of attorney और उसी दिन तेज प्रताप और तेजस्वी को वसीयत भी कर दिया.
यानि 3354 Sq.ft. के 2 Plot जो मौजा- सगुना,दानापुर के विजय बिहार Co-operative में है वे मो० शमीम और सोफिया के जीवित रहते Power of attorney के माध्यम से राबड़ी के कब्जे में रहेंगे और मो० शमीम और सोफिया के मरने के बाद तेजस्वी और तेज प्रताप के कब्जे में चले जाएंगे.
इस वसीयत के गवाह राकेश रंजन हैं, जो राजद के विधान पार्षद बने हैं. काफी समय से राजद के नेता हैं. दूसरे में खुद मो. शमीम उसके गवाह हैं. मो. शमीम वही आदमी हैं, जिन्हें लालू यादव ने राज्यपाल कोटे से विधानपार्षद बनाया था.
इस पॉवर ऑफ अटॉर्नी और वसीयतनामे पर सवाल उठाते हुए डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने लालू प्रसाद से सवाल करते हुए पूछा है कि,
-मो० शमीम और उनकी पत्नी ने अपनी 3 संतानों के नाम मृत्यु के बाद सम्पति देने की वसीयत न कर तेजस्वी और तेज प्रताप के नाम क्यों कर दी ?
-आखिर तेजस्वी और तेज प्रताप ने 15 साल की उम्र में शमीम दम्पति की क्या सेवा की और उनके पिता लालू प्रसाद ने क्या मदद की जिससे प्रसन्न होकर उनको करो़ड़ों की संपत्ति वसीयत कर दी ?
-मो० शमीम को राज्यपाल कोटे से पार्षद बनाने की कीमत अपनी करोड़ों की जमीन वसीयत के माध्यम से तेजस्वी के नाम लिखवा लिया ?
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