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BiG News – नरकटियागंज के SDPO निसार अहमद हुए सस्पेंड,जोनल (मुजफ़्फ़रपुर)आइजी रहते नैयर हसनैन खान ने निलंबित करने की थी अनुशंसा 

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पटना Live डेस्क। आखिरकार देर से ही सही पर बिहार पुलिस महकमे की किरकिरी कराने वाले पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज के एसडीपीओ निसार अहमद को तात्कालिक मुजफ़्फ़रपुर जोनल आइजी नैयर हसनैन खान के निलंबित करने की अनुशंसा पर गृह विभाग ने निलंबित कर दिया गया है। इस संबंध में गृह विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी है।

दरअसल, नरकटियागंज के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी निसार अहमद के द्वारा ड्यूटी में लापरवाही,संदिग्ध आचरण, एवं अनुशासनहीनता के आरोप लगे थे। इसके बाद विभागीय स्तर पर जांच की गई.जांच में मामला प्रथम दृष्टया सही पाया गया।

इसके बाद बिहार सरकारी सेवक नियमावली-2005 के नियम-9 के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि के दौरान उनका मुख्यालय पुलिस महानिरीक्षक तिरहुत प्रक्षेत्र बनाया गया है।

क्या था पूरा मामला 

दरअसल, एसडीपीओ निसार अहमद ने निजी स्वार्थ में कथित दुष्कर्म को सत्य करार देते हुए महज़ 5 दिनों के अंदर सुपरविजन निर्गत किया था। आनन-फानन में महाराष्ट्र जाकर बेतिया पुलिस ने आरोपित जरार शेरखर को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया। जरार की मां नुसरत एजाज शेरखर को जब इसकी जानकारी मिली तो वह हैरान हो गईं। उन्होंने इंसाफ के लिए तत्कालीन आईजी मुजफ़्फ़रपुर ज़ोन नैयर हसनैन खान से गुहार लगाई। तत्कालीन आइजी (मुजफ्फरपुर जोन) के निर्देश पर बेतिया एसपी ने जांच में दुष्कर्म को असत्य पाया। आरोप लगाने वाली महिला उक्त इलाके में मिली ही नहीं।

निसार अहमद की कार्यशैली पर उठे सवाल

एसपी बेतिया ने अपनी रिपोर्ट थ्री में नरकटियागंज एसडीपीओ के सुपरविजन पर सवाल उठाए। जिसमें उन्होंने कहा कि आरोपित जरार की संलिप्तता के बिंदु पर गंभीरता से जांच नहीं की गई। न ही कथित पीडि़ता की चिकित्सकीय जांच ही कराई गई। इस रिपोर्ट के बाद जोनल आइजी ने स्पष्टीकरण मांगा तो एसडीपीओ ने कोई जवाब नहीं दिया। जांच में यह भी पता चला कि आरोपित जरार के पिता ने करीब 10 साल पहले बेतिया के एक व्यक्ति से मोटी रकम ली थी, लेकिन वे चुकता नहीं कर पाए। इस बीच जरार की मां से उसके पिता अलग हो गए और दक्षिण अफ्रीका में जाकर रहने लगे। रुपये वसूलने के लिए कर्ज देने वाले ने उनके बेटे को दुष्कर्म के केस में फंसाने की साजिश रची।

दारोगा व सिपाही पर हो चुकी कार्रवाई

दूसरी ओर अनुसंधान में लापरवाही बरतने में साठी थाने के दारोगा विनोद कुमार सिंह और सिपाही कृष्णा कुमार को निलंबित कर दिया गया है।

यह है मामला

बेतिया के साठी थाना क्षेत्र की एक महिला ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। उसने पुणे के सामर्थ थाने के जरार शेरखर को आरोपित बनाया था।

निलंबन की कर दी थी अनुशंसा

जोनल आइजी नैयर हसनैन खान ने कहा था कि नरकटियागंज एसडीपीओ के विरुद्ध गंभीर मामला सामने आया है। स्वार्थ के लिए एसडीपीओ ने सारी हदें पार कर दीं। उनके विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई के लिए मुख्यालय से पत्राचार किया गया है।

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