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राजद के आरोपों का चुन-चुन कर जवाब दिया सीएम नीतीश ने,कहा-मोदी के मुकाबले कोई नहीं

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पटना Live डेस्क. आरजेडी के लगाए आरोपों के घंटे भर बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके आरोपों का घंटे भर जमकर जवाब दिया और महागठबंधन टूटने पर सफाई दी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कहा कि मेरे पास दूसरा कोई विकल्प नहीं था. उन्होंने महागठबंधन को बचाने की पूरी कोशिश की. नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए कहा कि लोगों को अहंकार की भाषा नहीं बोलनी चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि हमने कई बार लालू जी को बोला कि वो अपने और अपने परिवार के उपर लगाए गए आरोंपों पर सफाई दें साथ ही जनता को इस बारे में बताएं जिससे जनता में एक अच्छा मैसेज जाए. लेकिन वो इसको लेकर तैयार नहीं थे. सीएम ने कहा कि महागठबंधन की पार्टियों की तरफ से कई तरह के बयान दिए गए जो गठबंधन धर्म के खिलाफ थे लेकिन उन्होंने सभी बयानों को झेला और हमारी तरफ से लालू प्रसाद के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया गया और हमने कई चीजों को बर्दाश्त किया. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद के कई बार बात हुई. करप्शन से समझौता के लिए पार्टी कभी तैयार नहीं थी. आम जनता के बीच उन्हें स्पष्टीकरण देना चाहिए था लेकिन सफाई नहीं दी गई.

सीएम ने कहा कि सेक्युलरिजम एक विचार है. सेक्युलरिजम और डेमोक्रेसी में मुझे पक्का यकीन है और हमें किसी पार्टी से सार्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. मैं किसी आलोचना से परेशान नहीं हूं. मैं काम में यकीन करता हूं. समाज के हर तबके के लिए काम करता हूं.

पत्रकारों के एक सवाल पर सीएम नीतीश कुमार ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला करने की किसी में क्षमता नहीं है और साल 2019 में उनकी दोबारा से जीत होगी. राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि हमने उन्हें सारी बातें बताई थी और कहा था वो महागठबंधन चलाने को इच्छुक हैं लेकिन राहुल गांधी ने भी कोई ठोस प्रयास नहीं किए.

आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद पर हमला करते हुए कहा कि महागठबंधन किसी के खिदमत करने के लिए नहीं बनाया गया था. नीतीश ने कहा कि हमारे समर्थकों ने आंख बंदकर आरजेडी का समर्थन किया लेकिन वो हमारे पक्ष में ऐसा नहीं करा पाए.

मैं गांधी के विचारों में यकीन रखता हूं. आप मेरे खिलाफ लिख रहे हैं लेकिन मैं परेशान नहीं हूं. अगर मैं करप्शन से समझौता करता तो हो सकता था कि आप मेरे उपर और हमला करते.

उपराष्ट्रपति चुनाव पर बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि हमने इस सरकार के बनने से पहले ही गोपालकृष्ण गांधी को अपने समर्थन के बारे में बोल दिया था. इसलिए उनकी पार्टी इस चुनाव में गोपाल कृष्ण गांधी को वोट करेगी.  उऩ्होंने कहा कि इस मसले पर उनकी बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से बात हो चुकी है और उन्हें भी इस बात से कोई शिकायत नहीं है.

मैंने 20 महीने सरकार चलाई. आप सरकार के काम की व्याख्या कर लीजिए. काम करने में हमने कोई कोताही नहीं बरती. लालू यादव पर हमला अप्रत्यक्ष तौर से हमला बोलते हुए नीतीश ने कहा हमें कास्ट बेस पर नहीं बल्कि मास बेस पर भरोसा है. उन्होंने यह भी कहा कि मैं जाति का नहीं जनता का नेता हूं. हमने जो भी निर्णय लिया वो बिहार के हित में लिया.

उन्होंने माना कि महाठबंधन सरकार में गर्वनेंस के मामले में थोड़ी दिक्कत होती थी. उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी किसी की सहयोगी हो सकती है लेकिन फॉलोवर नहीं. उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने राहुल गांधी से मुलाकात में कहा था कि वे महागठबंधन को बचाना चाहते हैं.

 

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