बेधड़क ...बेलाग....बेबाक

सीएम नीतीश कुमार ने किया स्वास्थ्य विभाग की कई योजनाओं का शिलान्यास,कहा-चाहते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर का मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल बने पीएमसीएच…

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पटना Live डेस्क. सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि उनकी सरकार का लक्ष्य है कि इलाज के लिए कोई बाहर जाने को मजबूर नहीं हो..उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में द्वितीय चरण के सुधार इसी उद्देश्य से आरंभ किए गए हैं…हालांक उन्होंन यह भी कहा कि वैकल्पिक तौर पर अगर कोई इलाज के लिए बाहर जाना चाहता है तो वो बाहर जा सकता है…सीएम नीतीश कुमार ने इस मौके पर 866 करोड़ रुपए की लागत से स्वास्थ्य विभाग की 113 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया…

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में परिवर्तन का एहसास लोगों को है.. साल 2006 में जहां बिहार के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्रति माह 39 मरीज ही आते थे.. वहीं आज एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक महीने में औसत दस हजार, पांच सौ मरीज आ रहे हैं.. लोग अब सरकारी अस्पतालों पर भरोसा करने लगे हैं…

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में लगातार काम होने से कई उपलब्धियां हासिल हुई हैं.. रुटीन टीकाकरण 16 प्रतिशत से बढ़कर 84 प्रतिशत हो गया है.. हमारा यह संकल्प है कि रुटीन टीकाकरण के क्षेत्र में बिहार शीर्ष के पांच राज्यों में शामिल हो… संस्थागत प्रसव के आंकड़े बढ़े हैं.. इसी तरह नवजात शिशु की मौत में कमी लाने को ले कई उपाय किए जा रहे हैं…

नवजात बच्चियों को इलाज के लिए अस्पताल लाने वाली आशा कार्यकर्ता को प्रति शिशु पांच सौ रुपए दिए जाएंगे.. और बच्ची को मां को अस्पताल में रहने के एवज में प्रति दिन दो सौ मिलेंगे.. उन्होंने कहा कि बाल विवाह की शिकार लड़कियों में मातृ मृत्यु दर ज्यादा है..

पीएमसीएच की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे वह अंतरराष्ट्रीय स्तर के मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के रूप में स्थापित करना चाहते हैं… मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर वहां नए सिरे से आधारभूत संरचना का निर्माण होगा तो तो जगह की कोई अतिरिक्त जरूरत नहीं पड़ेगी…

 

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