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Sidhu Moose Wala Murder मूसेवाला हत्याकांड में बड़ी सफलता, शार्प शूटर सौरव उर्फ महाकाल गिरफ्तार

MCOCA के एक पुराने मामले में गिरफ्तारी,सौरभ के मूसेवाला हत्याकांड से जुड़े तार,सौरभ उर्फ महाकाल का असली नाम है सिद्धेश हीरामन काम्बले

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पटना Live डेस्क। पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड पर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। मूसेवाला हत्याकांड में मुख्य शूटर सौरव उर्फ महाकाल को पुणे क्राइम ब्रांच ने धर दबोचा है। पुणे ग्रामीण में इसके खिलाफ मकोका के तहत दर्ज कई केस दर्ज है। बता दें कि पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद पुलिस दिल्ली समेत कई राज्यों में उनके आरोपियों को तलाश में जुट चुकी है। अभी तक उपरोक्त मामले में कई आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। वही सौरभ उर्फ महाकाल का असली नाम सिद्धेश हीरामन काम्बले है। सौरभ उर्फ महाकाल उर्फ सिद्धेश काम्बले को पुणे ग्रामीण क्राइम ब्रांच ने मकोका के मामले में कोर्ट में पेश किया। इससे पहले उसे कोर्ट में पेश किया गया था। वहीं, अब आरोपी को आगामी 20 जून तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

           मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सौरव महाकाल अंडरवर्ल्ड डॉन अरुण गवली गैंग के शूटर संतोष जाधव के साथ ही सिद्धू मूसेवाला की हत्या करने के लिए पंजाब गया था। फिलहाल, पुलिस इस पूरे मसले की जांच कर रही है। अब ऐसी स्थिति में जांच मुकम्मल होने के बाद क्या कुछ सच्चाई निकलकर सामने आती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

बुधवार को पुणे की ग्रामीण पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए भगोड़े सौरभ महाकाल को गिरफ्तार किया। MCOCA के एक पुराने मामले में क्राइम ब्रांच ने उसकी गिरफ्तारी की है।लेकिन इसी आरोपी के तार सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या से भी जुड़े हुए हैं। पंजाब पुलिस को भी इसकी तलाश जारी थी। ऐसे में दूसरे मामले में ही सही, लेकिन सौरभ महाकाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। अब उससे आगे की पूछताछ की जाएगी।

अभी तक ये स्पष्ट नहीं है कि मूसेवाला हत्याकांड में सौरभ महाकाल की क्या भूमिका रही, लेकिन उसकी गिरफ्तारी के बाद कई राज से पर्दा उठ सकता है। अभी तक इस मामले में पंजाब पुलिस ने 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। उस लिस्ट में संदीप उर्फ केकड़ा (सिरसा), मनप्रीत सिंह उर्फ मन्नू (भटिंडा), मनप्रीत भाऊ (फरीदकोट), शरज मिंटू (अमृतसर), प्रभू दीप सिद्धू उर्फ पब्बी (हरियाणा), मोनू डागर (रेवाड़ी), पवन बिश्नोई, नसीब (फतेहाबाद), राजवीर सोपू के नाम शामिल हैं। पकड़े गए इन सभी लोगों पर आरोप हैं कि इन्होंने ना सिर्फ मूसेवाला की रेकी की,बल्कि लॉजिस्टिक मदद भी उपलब्ध कराई थी।              इस मामले में एक बड़ा खुलासा ये भी हुआ है कि पंजाब पुलिस गैंगस्टर गोल्डी बरार के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करना चाहती थी।।इस सिलसिले में सिंगर सिद्धू मूसेवाले की हत्या से 10 दिन पहले ही सीबीआई को एक प्रस्ताव भी भेज दिया गया था। लेकिन तब सीबीआई ने उस प्रस्ताव पर कोई एक्शन नहीं लिया और ठीक 10 दिन बाद बीच सड़क पर मूसेवाला की बेरहमी से हत्या कर दी गई। अभी के लिए ये स्पष्ट नहीं है कि सीबीआई ने गोल्डी बरार के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी क्यों नहीं किया था।लेकिन माना जा रहा है कि अगर वो कार्रवाई हो जाती, तो सिद्धू मूसेवाला की जान भी बच सकती थी।गोल्डी बरार की बात करें तो सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में वो मुख्य आरोपी माना जा रहा है। लॉरेंस बिश्नोई के साथ साजिश रच उसने ही इस वारदात को अंजाम दिलवाया है।

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