BiG Breaking (Exclusive Pic) CM नीतीश कुमार के पार्टी के महादलित प्रकोष्ठ का अध्यक्ष कथित तौर पर थाने में फांसी पर झूला, पुलिस पर लगे बेहद गंभीर आरोप
पटना Live डेस्क। बिहार में सुशासन है यह दावा सूबे के मुखिया नीतीश कुमार बार बार लगातार करते है। साथ ही कहते है कि सूबे में कानून अपना काम करता है। न किसी को फ़साता है न बचाता है लेकिन ज़मीन हकीकत क्या इसकी बानगी दिखी है मुख्यमंत्री के गृह जिले में ही जहाँ उनके ही दल के महादलित प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ने जिले के नगरनौसा थाने में ही कथित रूप से खुदख़ुशी कर ली है। इस सनसनीखेज खबर के बाद से जिले का पूरा प्रशासनिक महकमा सन्न है। वही मकतूल के बाबत दावा किया जा रहा है कि पुलिसिया टॉर्चर के दौरान ही गणेश रविदास की मौत हो गई। जिसे खुदकुशी के तौर पर प्रचारित किया जा रहा है। वही मामले की गंभीरता को देखते हुए नालंदा एसपी भी थाने पहुच गए है।
वही घटना के बाबत आरक्षी अधीक्षक ने थाने में किसी तरह से टॉर्चर किए जाने की बात से साफ इंकार किया है। एसपी ने बताया है कि पूरे मामले की जांच चल रही है।।इसको लेकर नगरनौसा थाना अध्यक्ष सहित थाने के सभी पुलिसकर्मियों से वन बाई वन पूछताछ की जा रही है कि आखिर किस परिस्थिति में मकतूल द्वारा आत्महत्या किया गया।वही, अबतक मिली जानकारी के अनुसार नगरनौसा थाने में ही जदयू महादलित प्रकोष्ठ के प्रखंड अध्यक्ष गणेश रविदास ने फांसी लगा आत्महत्या कर ली। घटना के बाद आनन फानन में पुलिस गणेश को लेकर अस्पताल पहुची जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही पूरा पुलिस महकमा जहाँ सन्न रह गया वही दूसरी तरफ तमाम वरीय पुलिस अधिकारी नगरनौसा थाने की ओर दौड़ पड़े। थाने में आत्महत्या किए जाने की घटना के बाद पूरा पुलिस महकमा में हडकंप की स्थित है। कोई भी पुलिस अधिकारी कुछ भी विशेष बताने से खुद को बचा रहा है।वही विश्वस्त सूत्रों का दावा है कि थाना क्षेत्र के सैदपुरा गांव निवासी सह जदयू महादलित प्रकोष्ठ के अध्यक्ष बेहद मितभाषी गणेश रविदास को पूछताछ के नाम पर थाना बुला कर बडी बेरहमी से टार्चर किया गया। दरअसल बताया जाता है कि एक दिन पूर्व थाने में एक किशोरी के अपहरण के मामले में पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार किया था।जबकि गणेश रविदास किशोर अपहरण मामले में आरोपित नहीं थे। बाबजूद पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाकर पहले तो हाजत में बंद कर दिया गया फिर उन्हें पूछताछ के नाम पर जमकर मानसिक और शारीरिक रूप से टॉर्चर किया गया। यह सिलसिला काफी देर तक चला। फिर कथित रूप से हाजत में पुनः बंद कर दिया गया,जहां उन्होंने फांसी लगा कर खुदकुशी कर ली।लेकिन बेहद विश्वस्त सूत्रों का दावा है कि गणेश रविदास की मौत तो तथाकथित पूछताछ के दौरान ही हो गई थी। दरअसल, पूछताछ के नाम पर जदयू नेता को जमकर प्रताड़ित किया गया साथ तमाम जाति सूचक शब्दावली का भरपूर इस्तेमाल करते हुए टार्चर किया गया। पुलिसिया कार्रवाई से मानसिक आघात लगने से गणेश की मौत हो गई। अब यह तो महज दावे है पर उच्च स्तरीय जांच से ही मामले का सच का खुलासा हो सकेगा।वही यह तो स्पष्ट है कि इस मामले में थानेदार समेत पूरा नगरनौसा थाना पुलिस पूरी तरह।संदेह के घेरे में आ गई है। मामले की उच्चस्तरीय जांच की बात एसपी साहब बारम्बार कर रहे हैं। लेकिन क्या जांच में गणेश रविदास की मौत या खुदकुश के कारणों के सच का खुलासा हो पायेगा? या यह महज एक जांच जारी है का लतीफ़ा ही साबित होगा।वही घटना के बाद से जिले के तमाम वरीय अधिकारी थाना में मौजूद है और पल पल की खबर ले रहे है। साथ ही स्थानीय नेता की मौत से उपजे आक्रोश से निपटने ख़ातिर जदयू नेता की मौत के बाद पूरे थाना क्षेत्र को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
[…] BiG Breaking (Exclusive Pic) #Nitish के #Nalanda के #NagarNausa थाने में #Mahd… […]
[…] BiG Breaking (Exclusive Pic) CM नीतीश कुमार के पार्टी के म… वही घटना के बाद से तमाम वरीय पुलिस अधिकारियों का नगरनौसा थाना पहुचना जारी है। वही डीआईजी सेंट्रल रेंज राजेश कुमार भी जदयू नेता घटना मामले को लेकर नागनौसा थाना पहुच गए है। […]