बेधड़क ...बेलाग....बेबाक

BiG News(ऑडियो)एग्जाम्स में राष्ट्रीय स्तर पर “खेल” करने वाले गिरोह के सरगना अंशु सिंह के घर रेड,भाई रितेश हिरासत में

देश भर के एग्जाम्स में फर्जीवाड़ा करने वाले शातिर के घर रेड,अंशु हुआ फरार भाई रितेश हिरासत में,छुड़ाने खातिर सफेदपोशो ने झोंकी ताकत,फरार अंशु सिंह विगत 5-6 वर्षों में देश भर में परीक्षा माफिया के तौर पर कुख्यात हो चुका है सरगना का भाई रितेश भी भाई के साथ कंधे से कंधा मिलाकर करता है पेपर लीक का खेल, मुहमांगी कीमत पर किसी भी परीक्षा में करता है सेटिंग,5 लाख की डिमांड करते रितेश का एक ऑडियो हुआ वायरल

1,557

पटना Live डेस्क। देश भर में इंजीनियरिंग, मेडिकल और तमाम प्रतियोगिता परीक्षाओं समेत सरकारी नौकरियों के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षाओं में राष्ट्रीय स्तर फ़र्जीवाड़ा करने वाले सिंडिकेट के सरगना अंशु सिंह के घर पटना पुलिस के रंगदारी सेल के साथ तीन थानों की पुलिस टीम ने आनंदपुरी, बोरिंग कैनाल रोड स्थित सेंटर सह आवास पर छापेमारी की। जिस ठिकाने पर यह कार्रवाई हुई, वह सेटर अंशु सिंह की रिहायशी भी है। हालांकि पटना पुलिस पेपर लीक या इस मामले में कुछ भी कहने से बचती नज़र आ रही है।

बिहार के परीक्षा माफिया का शातिराना खेल एक बार पुनः पूरे देश भर में कोविड महामारी के दौरान ऑनलाइन परीक्षाओं में भी जोरदार ढंग से खेल करते हुए चिन्हित हुआ है। इसकी बानगी दिखी है रविवार(8 अगस्त) की शाम को जब मंगलवार 10 अगस्त से (यानी परीक्षा शुरू होने से महज 2 दिन पहले)शुरू हो रहे इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट द्वारा आईसीएआई सीएस परीक्षा 2021 के आनलाइन फाइनल परीक्षा के पेपर लीक होने की खबर आई। खबर मिलते ही पटना पुलिस की डीआईयू समेत तीन थानों की पुलिस ने बोरिंग कैनाल रोड से सटे मोहल्ले आनंदपुरी के सेंटर सह आवास पर दबिश दी। यह सेंटर सह आवास परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा करने को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर कुख्यात अंशु सिंह का है। लेकिन पुलिसिया रेड की सूचना दबिश से महज चन्द मिनट पहले अपने ख़ाकीवाले शुभचिंतक से मिलते ही अंशु सिंह घर से निकलकर फरार हों गया। लेकिन पुलिस ने उसके सगे छोटे भाई और इस गोरखधंधे में बराबर के सहयोगी रितेश को हिरासत में ले लिया है। वही, सेंटर सह आवास की तलाशी के दौरान पुलिस दस्ते को सरगना अंशु सिंह के घर से फर्जी कागजातों का बंडल बरामद किया हैं। साथ ही पुलिस टीम ने सेंटर से कुछ लैपटॉप और रितेश के कब्जे से 3 मोबाइल फोन जब्त कर लिया है। बरामद लैपटॉप और मोबाइल को पुलिस खंगाल रही है। शुरुआती जांच में ही लैपटॉप और मोबाइल से फर्जीवाड़े के सुबूत मिलने लगे है। साथ ही कई रसूखदारों के नंबर भी मिले है। फ़ोन बुक में पुलिस अधिकारियों समेत कई राजनेताओं और सियासी व ख़ाकीवालो संग तस्वीरें भी मिलीं है।

सरगना के शातिर भाई समेत 2  हिरासत में

विश्वस्त सूत्रों के मिली जानकारी के अनुसार रितेश के साथ-साथ पुलिस ने रेड के दौरान आनंदपुरी स्थित अंशु के घर सह सेंटर से विवेक नाम के एक युवक को भी अपनी हिरासत में लिया है। यह एक हैकर व सॉफ्टवेयर का जानकार बताया जा रहा है। दोनों को शुरुआत में पुलिस दस्ता कोतवाली थाने में ले कर गया ताकि पूछताछ की जा सके, लेकिन फिर एसएसपी कार्यालय स्थित सेल में इन दोनों से कड़ाई से पूछताछ की जा रही है। कुल 3 लैपटॉप जब्त किए गए हैं। पेपर लीक से जुड़े कुछ सबूत मिलने की भी बात सामने आ रही है। इस मामले में एक आडियो भी वायरल हुआ है, जिसे रितेश की आवाज बताई जा रही है। हालांकि वो वायरल आडियो अधूरा है। इस कारण पूरी बात स्पष्ट नहीं हो पा रही है। उक्त वायरल ऑडियों में 5 लाख की डिमांड करते कथित तौर पर रितेश को सुना जा सकता है।

बिहार से तिहाड़ फिर बन गया परीक्षा माफिया

अंशु सिंह रविवार को पटना के आनन्दपुरी स्थित अपने सेंटर सह घर से पुलिसिया दबिश से महज चन्द मिनट पहले फरार हो गया लेकिन आपको बता दें कि इस शातिर को देश के विभिन्न राज्यो की पुलिस तलाश रही। लेकिन ये पटना स्थित अपने घर मे मज़े से बैठकर 10 अगस्त से शुरू होने वाले इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट द्वारा आईसीएआई सीएस फ़ाइनल की ऑनलाइन परीक्षा 2021 जिसे हम और आप बोल चाल की भाषा मे चार्टड अकाउंटेंट (सीए) की आनलाइन फाइनल परीक्षा मे फर्जीवाड़े की कवायद में जुटा था। यानी पर्चा लीक कर मोटी कमाई करने की योजना को मूर्तरूप दे रहा था।

हालाकिं विश्वस्त सूत्रों के दावा है कि हालांकि CA परीक्षा का पेपर लीक हो गया है। इस परीक्षा में कुल 16 पेपर होते हैं। अंशु के शातिर हैकरों की टीम ने इसके सभी पेपर को परीक्षा से पहले ही न केवल हासिल कर लिया बल्कि बाकायदा उसे डाउनलोड भी कर लिया है।लेकिन शातिर व राष्ट्रीय स्तर पर फर्जीवाड़ा का मास्टर माइंड अंशू सिंह को कई राज्यों की पुलिस तलाश रही हैं। अमूमन हमेशा पुलिस की टीमें इसकी मैपिंग और व्हेयर अबाउट की सुरागकशी में लगी रहती है।

IP अड्रेस से खुला खेल फिर आया फ़ोन

इसी बीच सुत्रों की मानें तो चार्टर्ड अकाउंटेंट परीक्षा कंडक्ट कराने वाली सस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ़ इंडिया (ICAI) को अपने सॉफ्टवेयर प्रोवाइडर से जानकारी मिली कि परीक्षा से पहले क्वेश्चन सेटों को सिस्टम से हैंकिंग के जरिए डाउनलोड की कवायद हो रही है। फिर क्या था सस्थान ने इसकी जानकारी सर्विस प्रोवाइडर से डाउनलोड करने के लोकेश आईपी एड्रेस से पता किया और फिर सूचनाओं को मुम्बई पुलिस से साझा किया। फिर मुम्बई पुलिस ने सूचना एकत्र कर पटना पुलिस को सूचना दिया की इंजीनियरिंग,मेडिकल,बैंकिंग एग्जाम्स में देश भर में फर्जीवाड़ा करनेवाला गिरोह का सरगना अंशू सिंह और उसका गिरोह पटना में बैठकर फिर एक बड़ी पेपर लीक की कवायद में जुटा है। साथ ही वो IP एड्रेस और लोकेशन भी साझा किया। जो अंशु के आनंदपुरी स्थित मकान का निकला है।

तिहाड़ फिर ऑनलाइन फर्जीवाड़ा की शुरुआत

ये पहली बार नही जब अंशु सिंह का नाम राष्ट्रीय स्तर के फर्जीवाड़े और पेपर लीक में आया है। बल्कि ये शख्स देश भर के तमाम प्रतियोगी व सरकारी नौकरी से जुड़ी तमाम परीक्षाओं का पर्चा लीक कराने के धंधे से गहरे जुड़ा है। बाकायदा इसका और इसके भाई के सर पर समाज के तमाम सफेदपोशो जो भगवा व ख़ाकी व खादी लबादा ओढ़ने बिछाते है हाथ है। क्योंकि अवैध धंधे में पैसे की बरसात में सब गीले होते है। लेकिन धंधा चुकी गन्दा है वर्ष 2016-17 में नीट पीजी (NEET PG) इंट्रेस एग्जाम में फर्जीवाड़ा हुआ और जब जाँच हुई तो कड़िया मास्टर माइंड अंशु सिंह तक जा पहुची और सारी पहुच धरी की धरी रह गई और दिल्ली के दरियागंज थाने में कांड संख्या 13/17 दर्ज हुआ और उक्त कांड के सरगना अंशु सिंह को दिल्ली पुलिस धर दबोचा फिर लम्बे समय तक तिहाड़ जेल में डाल दिया था।

विगत 2 वषों से वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर अधिकांश एग्जाम ऑनलाइन हो रही हैं। इस वजह पेपर लीक से तिहाड़ पहुचकर बेल पर छूट शातिर ने फिर ऑनलाइन फर्जीवाड़ा की शुरुआत कर दी। पहली फर्जीवाड़े की धमक दिखी इसी वर्ष BPSC APO Exam 2020 जो कोरोना की वजह से ऑनलाइन हुई। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने सहायक अभियोजन पदाधिकारी प्रारंभिक प्रतियोगिता 17 फरवरी 2021 को आयोजित 7 जिलों में आयोजित किया था उसका पेपर लीक हो गया था। इसमें भी सरगना का नाम अंशु सिंह ही खुलकर सामने आया था।

बजी घण्टी तो हुई दबिश

मुम्बई पुलिस की सूचना पर मामले की गंभीरता को देखते हुए आननफानन में पटना डीआईयू और 3 थानों एसकेपुरी, बुद्धा कॉलोनी और कोतवाली थाना की पुलिस टीम दबिश दी। पुलिस दस्ता जब अंशू सिंह के घर की घेराबंदी कर रही थी तभी उसका फ़ोन बजा और वो बात करते हुए घर के पीछे के रास्ते से फरार हो गया। पुलिस ने जब घर को खंगाला तो कई इंजीनियरिंग एग्जाम,बैंकिंग एग्जाम व अन्य तमाम परीक्षाओं से जुड़े तमाम फर्जी कागजात मिले। जांच दल की मानें तो एग्जाम में फर्जीवाड़ा करने में सरगना का भाई रितेश कुमार भी भागीदार हैं। साथ ही अबतक मिली जानकारी के अनुसार अंशू सिंह व उसका भाई रितेश परीक्षा माफिया है। जो देश भर में इंजीनियरिंग,मेडिकल और तमाम प्रतियोगिता परीक्षाओं समेत सरकारी नौकरियों के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षाओं में राष्ट्रीय स्तर पर फ़र्जीवाड़ा करने वाले सिंडिकेट के सरगना बन चुके है। जो पेपर लीक कर मोटी रकम लेते हैं।

करोड़ों की सम्पत्ति जमकर ऐय्याशी

फर्जीवाड़ा का मास्टर माइंड अंशू सिंह को कई राज्यों की पुलिस तलाश रही हैं। इधर, परीक्षा सिंडिकेट के जरिए देश भर में एक बड़ा रैकेट बनाकर अंशु व उसका भाई रितेश इंजीनियरिंग, बैंकिंग एवं अन्य तमाम एग्जाम में फर्जीवाड़ा कर मोटी रकम उगाहते है। फर्जीवाड़ा के अवैध कमाई से सरगना ने दिल्ली, मुम्बई, पटना, कोलकाता सहित कई बड़े-छोटे शहरों में करोड़ों की सम्पत्ति बनाया हैं। साथ ही खादी ,ख़ाकी और भगवाधारियों को जमकर ऐय्याशी कराते ही ताकि संकट के समय ढाल की तरह इस्तेमाल किया जा सके। वही दोनों भाई भी जमकर लदकद लाइफ स्टाइल जीतें है।

सफेदपोश शुभचिंतको की फौज छुड़ाने में जुटी

तिहाड़ की यात्रा के बाद से परीक्षा माफिया अंशु ने सियासी और खाकी वालो से नज़दीकियां बढ़ाने की जो क़वायद शुरू की ताकि वक्त आने पर ढाल की तरह इस्तेमाल किया जा सके। इसी कवायद का फलाफल यह निकला कि बाकायदा इसका और इसके भाई के सर पर समाज के तमाम सफेदपोशो जो भगवा व ख़ाकी व खादी लबादा ओढ़ने बिछाते है का हाथ है। क्योंकि अवैध धंधे में पैसे की बरसात में सब गीले होते है। तो अब बारी सफेदपोशो की अपने भाई को पुलिस हिरासत से आज़ाद करवाने खातिर रेड से बच निकले अंशु ने सब को कह दिया नतीज़तन ताबड़तोड़ फोन व मोबाइल घनघना रहे है। कहने वाले तो कह रहे है 8 लाख में बात बन गई है। खैर, अब देखना है पटना पुलिस का अगला कदम क्या होगा?

Comments are closed.