बेधड़क ...बेलाग....बेबाक

Super Exclusive (वीडियो) पटना की सड़क पर बिछ जाती लाशें, 2 बच्चों 3 महिलाओं समेत कुल 7 बेशकीमती जिंदगियां, देखिय हादसे की CcTv फुटेज

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बृजभूषण कुमार, ब्यूरो प्रमुख, पटनासिटी

पटना Live डेस्क। राजधानी की सड़कों पर नाबालिक हाथो में बेतरतीबी से फर्राटे से दौड़ाये जा रहे है पब्लिक टांसपोर्ट के सबसे ज्यादा प्रयोग में आने वाले ऑटो और हवाहवाई यानी e- रिक्शा। न कोई मानक है न कोई नियम कानून है। बस चंद रुपये सुविधा शुल्क देकर अमूमन 14-16 वर्ष के नाबालिक लड़के पैसेंजरों से खचाखच भरे टेम्पू और हवाहवाई पटना की सड़कों पर न केवल दौड़ा रहे है बल्कि लगातार हादसों को अंजाम दे रहे है। जिससे मासूम जिंदगियां दर्दनाक हादसों में हलाक हो रही है। ये महज एक आंकलन भर नही है बल्कि वो तल्ख और स्याह सच्चाई है जिससे हर आमो खास पटनावासियों को हर पल हर घंटे और हर दिन दोचार होना पड़ता है। यानी पटना में टेम्पो और हवाहवाई का सफर बेहद रिस्की है यानी हर पल हादसे की तलवार लटकी रहती है।
लेकिन, हद तो देखिए जिस महकमे को सड़क पर ट्रैफिक को सुचारू रखने और आम लोगो की  जिंदगी को पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सफर करने के दौरान महफ़ूज रखने का जिम्मा सौंपा गया है, वो महक़मा कितना कारगर और किस कदर गैरजिम्मेदार है इसकी बानगी राजधानीवासियों को हरदिन सडको पर हर दिन देखने को मिल जाता है। दरअसल वह महक़मा पर्ची काटने के नाम पर कौन कौन सा खेल करता है, यह किसी भी आम नागरिक से ढका छिपा नही है।
अमूमन पूरे सूबे में महज चंद रुपयों खातिर ऑटो जिसे हमलोग टेम्पू और E-रिक्शा जिसे आम बोलचाल की भाषा मे हवाहवाई कहते है को कम उम्र यानी नाबालिकों लड़को के हाथों में लगभग सौप दिया गया है।
आइये, आपको दिखाते है Live & Exclusive कैसे पटना यानी बिहार की सुशासन सरकार के नाक के नीचे नियम कानूनों की धज़्ज़िया उड़ाते हुए एक नाबालिक टेम्पू ड्राइवर द्वारा टेम्पू को बेलगाम रफ्तार से दौड़ाते हुए 2 बच्चों 3 महिलाओं समेत कुल 7 जिंदगियों को लगभग मौत के मुंह मे ही पहुचा ही दिया था। लेकिन कहते है न एक तीसरी आंख भी है जो सबकुछ देखती और सच को बेनकाब कर देती है। देखिये कैसे नाबालिक चालक द्वारा शीतला माता मंदिर फ्लाईओवर के बगल की सड़क पर बेकाबू रफ्तार से दौड़ाये जा रहे विक्रम टेम्पो में सवार पैसेंजर को मौत छू कर निकल गई, वरना 20 फरवरी दिन  बुधवार समय 12 बजकर 37 मिनट पटना की तारीखी इतिहास का वो काला पल बन जाता जब पटना की सडक पर बिछ जाती 2 बच्चों 3 महिलाओं समेत 7  लाशें ……

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