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Breaking Exclusive – बिहार पुलिस का जवान विधवा के आबरू से 3 साल से कर रहा था खिलवाड़, महिला ने लगाई SP से गुहार तो नप गए ज़नाब,जांच का आदेश

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पटना Live डेस्क। एक बड़ी प्रसिद्ध कहावत है कि जब बाड़ ही खेत को खाने लग पड़े तो उस फसल को कोई नहीं बचा सकता। वर्त्तमान दौर में कुछ ऐसे ही हालात पैदा होते जा रहे हैं। जिस व्यक्ति की जो जिम्मेदारी होती है, वही उसे पूरा नहीं कर वो अपने निजी स्वार्थ की पूर्ति करने लगता है तो उसका दंश समाज को झेलना ही पड़ता है।

                        ठीक ऐसा ही कुछ बिहार पुलिस के एक जवान ने किया है। शातिर पुलिस का जवान विकास कुमार बिहार के मधेपुरा एसपी के ऑफ़िस में तैनात था। दरअसल शातिर विकास ने पहले तो मूल रूप से नालन्दा की रहने वाली विधवा जो 2 बच्चों की माँ है को अपने प्रेमजाल में फसाया और फिर शादी का झांसा देकर न केवल रेलवे में कार्यरत महिला को अपनी हवस का शिकार बनाया बल्कि लगभग 3 साल तक बाहैसियत पति उसके साथ रहने लगा। इस दौरान उसके आबरू से खिलवाड़ करता रहा। वही जब भी महिला शादी करने को कहती अपनी चिकनी चुपडी बातों में उलझाकर शादी की बात को गोल कर जाता। इस दौरान रेलवे में पति की मौत के बाद अपने 2 बच्चों के साथ अनुकंपा पर मिली नौकरी के सहारे रह रही महिला के साथ सिपाही विकास कुमार उनके साथ ही रहता रहा। साथ ही महिला को रेलवे से मिलने वाली सैलरी से भी जमकर ऐय्याशी भी करता रहा।

                           यह सिलसिला आखिर कब तक चलता आखिरकार जब महिला के सब्र का बांध टूट गया और वो शादी करने पर अड़ गई तो वर्दी की हनक दिखाते हुए उसके साथ जमकर मारपीट कर उसे भगा दिया।

पूर्व में असमय पति की मौत से निराश महिला को जब बिहार पुलिस के सिपाही द्वारा धोखा दिया गया तो वो अंदर से टूट गई। लेकिन उसने तय किया कि वो अपनी आबरू के लुटेरे को सबक सिखाएगी। इस फैसले के साथ जब उसने स्थानीय थाने में आवेदन दिया तो एसपी ऑफिस में तैनात विकास ने महिला के आवेदन को दबवा दिया। तमाम कोशिशों के बावजूद जब महिला को इंसाफ नही मिला तो सिपाही के फरेब का शिकार पीड़िता शुक्रवार को मधेपुरा एसपी संजय कुमार से मिलकर इंसाफ की गुहार लगाने जा पहुची। पर विकास ने वहाँ भी पूरी कोशिश की वह एसपी साहब से न मिल पाए।

लेकिन कहते है जहाँ चाह होती राह भी मिल जाती है। एसपी ऑफिस में पीड़िता की मुलाकात एक स्थानीय युवा मीडियाकर्मी प्रशान्त कुमार से हो गई। बेहद जहीन और सकारात्मक सोच वाले प्रशांत ने महिला के साथ पुलिसवाले के द्वारा किये फरेब की कहानी जानी तो उन्होंने फौरन ही IPS संजय कुमार एसपी मधेपुरा से कराने की व्यवस्था कर दी।

जब एसपी मधेपुरा को पीड़िता ने उनके ही दफ्तर में ही तैनात आरक्षी विकास के फरेब और खुद के साथ किये गए जुल्मों सितम का सच मय सुबूत बताया तो वो सन्न रह गये। महिला के आवेदन पर एसपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी जवान को तत्काल प्रभाव से न केवल लाइन हाजिर कर दिया बल्कि जांच का भी आदेश निर्गत कर दिया है।

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