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Super Exclusive (सीसीटीवी फुटेज)–पटना में कैशवैन से 45 लाख की लूट का जहानाबाद,एसएसपी को मिले अहम सुबूत जल्द लूट कांड से उठेगा पर्दा

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पटना Live डेस्क। पटना जिले के ग्रामीण क्षेत्रों खास कर गौरीचक, धनरुआ, पुनपुन, मसौढ़ी इलाके की भौगोलिक स्थिति लुटेरों के लिए बेहद मुफीद साबित हो रही है। जिले के इन इलाकों में कांड को अंजाम देकर अपराधी पूर्व की ओर भागने पर नालंदा जिले में प्रवेश कर जाते हैं तो दक्षिण की ओर फरार होकर जहानाबाद जिले में घुस कर लापता हो जाते है। तो दक्षिण पश्चिम की ओर भागने पर अरवल जिला में प्रवेश कर भीड़ का हिस्सा बन जाते है। तभी तो अन्य जिलों के अपराधियों की गिद्ध दृष्टि बैंकों के कैश पॉर ज़मी रहती है। चुकी बैंक और पुलिस के बीच तालमेल नहीं रहता, बैक प्रबंधन भी महज निजी सुरक्षा गार्ड्स के भरोसे कैश मांगते है मौके देख ये लुटेरे बैको की इसी कैजुअल अप्रोच का फायदा उठा लेते है और कैश लूट आसानी से फरार हो जाते है।


इसी कैजुअल अप्रोच का फायदा उठाकर मंगलवार की दोपहर में राजधानी से सटे धनरुआ में लुटेरों ने कैश वैन के तौर पर इस्तेमाल की जा रही बोलेरो से इलाहाबाद बैंक के 45 लाख रुपए लूट लिए गए। विरोध करने पर गार्ड रामबाबू सिंह को 2 गोली मार दी। लुटेरों ने गार्ड की राइफल भी लूट ली। घटना धनरुआ थानांतर्गत नीमा हॉल्ट से सौ मीटर की दूरी पर मंगलवार की दोपहर हुई। घटना के बाद आईजी नैयर हसनैन खान द्वारा एसएसपी मनु महाराज के नेतृत्व में एसआईटी को लूट के अहम सुराग मिल गए है। घटना के बाद से चश्मदीदों के बयान और कैश बॉक्स की बरामदगी पूर्व में हुए लूट काण्डों की मॉडस ऑपरेंडी से कड़ियां जुड़ने लगी है।

दो पल्सर एक होंडा साइन नही छुपाया था चेहरा

घटना के बाद पुलिस को जानकारी मिली थी कि एक लुटेरे ने अकेले  कैश रखा भारी बक्सा उठा लिया और लुटेरे का साथी बाइक की ड्राइविंग सीट पर बैठा था। बक्सा गोद में लेकर बैठने के बाद अपराधी ने कहा- जल्दी भागो। पलक झपकते ही तीनों बाइक पर सवार सभी अपराधी हथियार लहराते हुए भाग निकले। बक़ौल प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक सभी लुटेरे युवक थे। यानी घटना में तीन बाइक इस्तेमाल की गई थी। पुलिस ने तहकीकात को आगे बढ़ाया तो यह स्पष्ट हुआ की घटना में इस्तेमाल बाइक काले रंग की बाइको में 2 पल्सर है वही तीसरी गाड़ी होंडा साइन बाइक थी। जो सबसे अहम बात है वो ये है कि अपराधियों को अपने पहचाने जाने का डर नही था। अमूमन अगर लुटेरे स्थानीय हो या किसी के द्वारा पहचाने जाने का खतरा हो तो अपना चेहरा छिपा कर काण्ड को अंजाम देते है। लेकिन 45 लाख की रकम लूट कांड को अंजाम देने वाले लुटेरों का दल स्थानीय नही था यह तो बिल्कुल स्पष्ट है किसी अन्य जिले से ताल्लुक रखते है। क्योकि उन्हें पहचाने जाने का बिल्कुल भी डर नही था तभी तो उन्होंने अपने चेहरे नही छुपाये।

जहानाबाद लिंक क्यो ?

पटना जिले के धनरूआ थाना के तहत नीमा गांव 45 लाख लूटकांड में कुल तीन बाइक पर सवार होकर आए 9 अपराधियों ने लूट कांड को अंजाम दिया। ये वारदात  पटना और जहानाबाद जिले में इस वर्ष अब तक हुए कैश लूट की 3 बेहद बड़ी घटना को अंजाम देने के तौर तरीके से बेहद मेल खाती है। यानी लुटेरों की मॉडस ऑपरेंडी लगभग एक जैसी है। दोनों काण्डों में काली पल्सर भी उल्लेखनीय है।


उल्लेखनीय है कि गौरीचक इलाके में इसी साल 12 जून को पेट्रोल पंप के लगभग 20 लाख रुपये लूट लिए गए थे। इस मामले भी पुलिस अभी तक गिरोह को पकड़ नहीं सकी है।जबकि मामले में सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को मिले थे। देखिये उस घटना के वो फुटेज क्योकि कयास लगाए जा रहे हैं कि उसी गैंग ने धनरुआ में 45 लाख लूटकांड को अंजाम दिया है और बताये गए हुलिए भी मेल खाते है।

जहानाबाद लिंक क्यो ?

पटना जिले के धनरूआ थाना के तहत नीमा गांव 45 लाख लूटकांड में कुल तीन बाइक पर सवार होकर आए 9 अपराधियों ने लूट कांड को अंजाम दिया। ये वारदात  पटना और जहानाबाद जिले में इस वर्ष अब तक हुए कैश लूट की 3 बेहद बड़ी घटना को अंजाम देने के तौर तरीके से बेहद मेल खाती है। यानी लुटेरों की मॉडस ऑपरेंडी लगभग एक जैसी है।
उल्लेखनीय है कि गौरीचक इलाके में इसी साल 12 जून को पेट्रोल पंप के लगभग 20 लाख रुपये लूट लिए गए थे। इस मामले भी पुलिस अभी तक गिरोह को पकड़ नहीं सकी है।जबकि मामले में सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को मिले थे। देखिये उस घटना के वो फुटेज क्योकि कयास लगाए जा रहे हैं कि उसी गैंग ने धनरुआ में 45 लाख लूटकांड को अंजाम दिया है और बताये गए हुलिए भी मेल खाते है।

आशंका जतायी जा रही है कि जहानाबाद जिले में हुई एलआईसी और एक्सिस बैंक के पैसे को भी इसी गैंग ने लूटा था। यानी कड़ियां आपस मे जुड़ रही है।जैसे कैश को घेर कर कैश का बॉक्स ही ले उड़ना साथ ही गार्ड की बंदूक छीन लेना।

एसआईटी में जहानाबाद एसपी शामिल

                      इधर घटना के बाद शुरुआती रिपोर्ट के में मिले तमाम बिंदुओं को प्रमुखता देते हुए घटना के बाद आईजी नैयर हसनैन खान ने एसएसपी मनु महाराज के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया तो इसमें जहानाबाद के एसपी मनीष कुमार को भी टीम में शामिल किया है। एसपी मनीष कुमार के साथ ही गठित एसआईटी में जिले के एएसपी संजय कुमार सिंह, नगर थानाध्यक्ष एस.के. शाही , हुलासगंज थानाध्यक्ष दीपक कुमार, एस आई संजय शंकर, मुन्ना कुमार एवं मनी भारद्वाज शामिल किया गया है। घटना के बाद से जहानाबाद जिले के कई क्षेत्रों में एसआईटी की टीम ताबड़तोड़ छापेमारी करने में जुटी हुई है।
इधर घटना के बाद से एसएसपी मनु महाराज की टीम ने जब तफ़्तीश को आगे बढ़ना शुरू किया तो सबसे पहले लुटे गए कैश से भरे बक्से के मिलने के स्थान पर ध्यान दिया तो स्थितियां और स्पष्ट होतो चली गई। काफी लंबे समय से फरार एक बेहद अच्छी कदकाठी का अपराधी जो लूट की कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है। उसपर जाकर टीम की नज़र ठहर गई है। जो मूल रूप से जहानाबाद का निवासी है। जो काफी दिनों से शहर और इलाके में दिखाई नही दे रहा था घटना वाले दिन से पहले अचानक एक ब्रांड न्यू स्कोर्पियो पर सवार दिखा। अमूमन ये तभी दिखता है।

 

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