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मुजफ्फरपुर: जिले के निचले इलाकों में फैला बाढ़ का पानी,सरकारी इंतजामी में कोताही का आरोप लगा बाढ़ पीड़ितों ने किया हंगामा

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पटना Live डेस्क. मुजफ्फरपुर जिले में बाढ़ की स्थिति कई क्षेत्रों में विकराल होती जा रही है. कई नए इलाकों में बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है. बूढ़ी गंडक का पानी शहरी क्षेत्र के मिठनपुरा, खादी भंडार व बावनबीघा इलाके में नाले के सहारे प्रवेश करने लगा है. जबकि मालीघाट, बीएमपी छह, अमरूद बगान, फैज कॉलोनी, सर सैयद कॉलोनी, रामबाग चौरी व श्रीवास्तव कॉलोनी बाढ़ के पानी में डूब गया है. धीरनपट्टी और बेला इंडस्ट्रीयल एरिया के कुछ इलाके भी बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. यहां की करीब सवा लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. जलनिकासी व नाव की व्यवस्था कराने को लेकर खादी भंडार व जेल चौक पर बाढ़ पीड़ितों ने जमकर हंगामा किया. खादी भंडार चौक पर एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार व नगर डीएसपी आशीष आनंद को करीब चार घंटे तक घेरे रखा. डीएम धर्मेद्र सिंह व एसएसपी विवेक कुमार के पहुंचने पर मामला शांत हुआ. डीएम के आदेश पर अविलंब नाव की व्यवस्था की गई. रामबाग चौरी और शास्त्री नगर में फंसे लोगों को नाव से सुरक्षित निकाला गया.

मुरौल प्रखंड में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. यहां के मोहम्मदपुर लालसे में शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे ग्रामीणों ने तिरहुत नहर बांध का उत्तरी छोर भी काट दिया. इससे विशनपुर श्रीराम पंचायत के चार व विद्याझाप पंचायत के एक गांव में तेजी से पानी प्रवेश कर रहा है. मालूम हो कि गुरुवार की देर रात इसी नहर का दक्षिणी बांध काट दिया गया था. मोहम्मदपुर बादल पंचायत के पांच गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं. यहां पांच से छह फीट पानी है. बांध काटे जाने से वहां अफरातफरी मच गई. लोग सामान लेकर सुरक्षित स्थान की ओर पलायन करने लगे. वहीं बांध काटे जाने से सकरा प्रखंड पर भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.

मुशहरी प्रखंड में बाढ़ की स्थिति और भयावह होती जा रही है. यहां बीते 24 घंटे में एक से डेढ़ फीट पानी बढ़ा है. मुजफ्फरपुर-पूसा रोड पर कई जगहों पर तीन से चार फीट पानी का तेज बहाव हो रहा है. कटाव को रोकने के लिए सड़कों के किनारे बोल्डर व ईट रखे जा रहे हैं. नरौली में दोपहर करीब पौने तीन बजे उक्त मार्ग पर बड़ा पेड़ गिर गया. इससे डीएम-एसएसपी करीब तीन घंटे तक फंसे रहे.

बोचहां प्रखंड में बागमती नदी का पानी रामपुर जयपाल, सहिला रामपुर, कफेन, लोहसरी, भूसाने, देवगन, उनसर, मझौली व करणपुर उत्तरी में तेजी से फैल रहा है. जबकि बूढ़ी गंडक का जलस्तर जगाई मझौली, तरवानी चकढाप, भगवानपुर डढि़या, हेमनपुर, मोकनपुर, हुसैनपुर व परमानंदपुर डुमरी में बढ़ गया है. वहीं मोतीपुर व मीनापुर प्रखंड में बूढ़ी गंडक के जलस्तर में तीन-चार फीट की कमी आई है.

बूढ़ी गंडक के जलस्तर की रफ्तार शुक्रवार को हर दो घंटे पर एक सेंटीमीटर घटता रहा. सुबह छह बजे 53.68 मीटर पर था, जो शाम छह बजे तक 53.62 मीटर हो गया. गुरुवार रात 12 बजे जलस्तर 53.70 मीटर था. वाल्मीकिनगर बराज में शाम में एक लाख 6 हजार एक सौ क्यूसेक पानी छोड़ा गया.

 

 

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