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BiG News – बेटे के अदम्य साहस को देख कर स्टेशन पर ही गश खाकर गिर पड़े माता पिता, सच जानकर आप भी रह जाएंगे भौंचक्के

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पटना Live डेस्क। अमूमन हमलोग हल्की भी चोट लग जाये तो दर्द से कराह उठते है। लेकिन पटना के परसा हॉल्ट पर ट्रेन हादसे का शिकार होकर दोनो पाव गवाने के बाद एक युवक के अदम्य साहस और ज़ज़्बे की कहानी जानकर हर आमो खास उसके साहस और ज़ज़्बे को सलाम कर रहा है।

                  पटना मेडीकल कॉलेज सह अस्पताल की बेड पर पड़े इस युवक का नाम सुजीत कुमार है। मूल रूप से नालन्दा जिले के हिलसा का रहने वाला है। सिपाही भर्ती की परीक्षा देकर जहानाबाद से लौटते समय परसा हॉल्ट में पानी लेने के यह जब  ट्रेन से उतरे ही थे कि ट्रेन खुल गई। तो सुजीत दौड़ते हुए ट्रेन पर सवार होने लगे तभी हादसे का शिकार हो गए और ट्रेन पर चढ़ने के दौरान दोनों पैर कट गए। हादसे का शिकार होने के बाद भी इस साहसी युवक ने अद्वितीय हिम्मत दिखाते हुए सुजीत ने लोगों से कहा कि मुझे पटना जाने वाली ट्रेन में बैठा दीजिए। ट्रेन में बैठाए जाने के बाद उसने कराहते हुए जेब से मोबाइल निकाला और खुद अपने परिजनों को खुद के साथ हुए हादसे के बाबत जानकारी दी। सुजीत के इस अदम्य साहस को देखकर सभी लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं। वही सुजीत का इलाज पीएमसीएच में जारी है। जहां डॉक्टरों के अनुसार स्थिति नाजुक बताई जा रही है। डॉक्टर सुजीत के हालात पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं।

सुजीत कुमार मूल रूप से नालंदा जिले के हिलसा के चिकसौरा थाना क्षेत्र के मरांची गांव के रहने वाले हैं। पिता का नाम पप्पू पंडित है। वे रविवार को एसएससी-जीडी (सिपाही) की परीक्षा देने जहानाबाद गए थे। घर लौटने के क्रम में हादसा हो गया। हादसे के बाद लोगो की भीड़ लग गई। लेकिन ज्यादातर लोग जख्मी सुजीत की मदद करने के बजाय मोबाइल से फोटो व वीडियो बनाते रहे। वही रेल प्रशासन ने भी तत्काल उनकी मदद नहीं की। वही हादसे का शिकार होने के बाद दर्द से बिलबिलाते और बहते खून से लतपथ सुजीत ने इस विषम परिस्थिति में भी होश नही खोया और साहसिक निर्णय लिया।

                               लेकिन हादसे का शिकार होने के बाद भी  जख्मी सुजीत ने खुद हिम्मत जुटाई और मौके पर जुटी भीड़ से ट्रेन में चढ़ा देने की गुज़ारिश की। उसके साहस को देखते हुए कुछ लोगो ने उसकी सहायता करते हुए उसे पटना जाने वाली ट्रेन में सवार करा दिया। बैठने के बाद उसने लोगो से कटे हुए दोनों पैरों को भी अपने पास रखने की विनती की तो लोगो ने उसके दोनों पाँव भी रखा दिया। खून की धारा बह रही थी। दर्द से कराहते सुजीत ने ट्रेन में बैठते ही मोबाइल से घरवालों को खुद के साथ हुए हादसे के बाबत न केवल जानकारी दी बल्कि ये बताया कि वो ट्रेन से पटना जंक्शन पहुच रहा है। आप लोग पटना जंक्शन पहुच जाइए।                              हादसे की जानकारी मिलते ही परिजनों ने फौरन पटना जंक्शन का रुख किया।।परिजन पटना जंक्शन पर पहुंचे और खून से लथपथ सुजीत के पास जब बोगी में पहुुचे तो उसे कटे हुए दोनों पैरों के साथ देखा तो गश खाकर उसके माता-पिता प्लेटफॉर्म पर ही गिर गए। फिर अन्य परिजनों की सहायता से घायल सुजीत को फौरन एम्बुलेन्स से पीएमसीएच लेकर पहुचे। जहां सुजीत का ईलाज किया जा रहा है।

                   वही, दूसरी तरफ जो भी सुजीत के अदम्य साहस की कहानी सुनता है। उसके ज़ज़्बे को सलाम किये बगैर नही रह पाता है। दरअसल, जख्मी सुजीत ने  ट्रेन से कट गए दोनों पैर और लगातार बहते खून की धार के बावजूद न केवल हिम्मत नही हारी बल्कि बिना इलाज के ट्रेन में सवार हुआ साथ ही अपने दोनो कटे पाँव भी साथ रख पटना पहुचा, साथ ही कॉल कर खुद घरवालों को दी सूचना दी।

 

 

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