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बक्सर के दिवगंत डीएम के सामान ख़ातिर पत्नी और पिता के बीच ठनी,आयुषी शांडिल्य पहुची हाइकोर्ट

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पटना Live डेस्क। बतौर बक्सर डीएम महज 6 दिनों के अपने कार्यकाल के बाद 10 अगस्त की रात गाजियाबाद स्टेशन से एक किमी दूर कोटगांव के पास रेलवे ट्रैक पर मुकेश पांडेय का कटा हुआ शव मिला था। खुदकुशी के बाबत दिवंगत पांडेय ने एक वीडियो मैसेज भी छोड़ा था। इधर मिल रही जानकारी के अनुसार दिवंगत डीएम के पिता और पत्नी में उनके सामान पर हक़ को लेकर ठन गई है। पूर्व बक्सर डीएम के सामान को लेकर पत्नी और पिता आमने सामने हो गए है। सामान पर दोनों ही अपना हक जता रहे है। साथ ही इसको लेकर दोनों अलग-अलग तर्क भी दे रहे है। 

बताया जा रहा है कि दिवंगत डीएम के सामान को लेकर उनकी पत्नी आयुषी शांडिल्य और पिता डॉ. सुदेश्वर पांडेय तथा मां गीता पांडेय दावेदारी पेश कर रहे हैं। इस बात को लेकर वर्तमान डीएम ने विभाग से मार्गदर्शन मांगा है। हालांकि सामान को लेकर आयुषी शांडिल्य ने हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की है। ताकि उनके पति का सामान उन्हें मिल सके।


उल्लेखनीय है कि बक्सर में 6 दिन के कार्यकाल के दौरान उनका सामान डीएम कोठी में गया था, लेकिन सामान उसी तरह का बांधकर ही रखा गया था जो अभी खुला नहीं था। मुकेश सर्किट हाउस के कमरा नबंर-8 में रह रहे थे। कमरा नबंर-8 में अभी भी उनका 2 बैग रखा हुआ है। इन सभी सामानों पर पत्नी और माता-पिता दावा कर रहे है।


2012 बैच के आईएएस मुकेश की 4 अगस्त को ही पहली बार डीएम के रूप में बक्सर में पोस्टिंग हुई थी। दो दिनों की छुट्टी पर गुरुवार सुबह डीडीसी को प्रभार देकर वह वाराणसी होकर विमान से दिल्ली गए थे। वहां चाणक्यपुरी में होटल लीला पैलेस के कमरा नंबर 742 में ठहरे थे।

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