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समस्तीपुर: कई नए इलाकों में घुसा पानी,नामापुर का टूटा सड़क संपर्क,उंची जगहों पर शरण लेने को मजबूर ग्रामीण

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अफरोज आलम/दीपक कुमार/ समस्तीपुर

पटना Live डेस्क. समस्तीपुर जिले में बागमती नदी के बांध के भीतर बसे गांवों के लोग पूरी तरह बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. तीन पंचायत की तकरीबन 15 हजार आबादी बाढ़ से प्रभावित है. वहीं दो पंचायतों के लोग आंशिक रूप से प्रभावित हुए हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में सामान्य जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बाढ़ के पानी से नामापुर का सड़क संपर्क टूट गया है. आवाजाही के लिए लोग नौका का सहारा ले रहे हैं. नामापुर दरियापार के 20 घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है. परना बांध से बघला जाने वाली सड़क पर भी पानी चढ़ने लगा है. लोग ऊंचे स्थानों पर जाकर शरण ले रहे हैं. मवेशियों को भी सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है. शुक्रवार को नामापुर पंचायत के मुखिया राम विनोद ठाकुर ने निजी नाव से पंचायत का दौरा कर बताया कि वार्ड संख्या सात, आठ, नौ में बसे लोग बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित हैं. नदी के किनारे बसे लोगों के घरों में पानी घुस गया है. लोग ऊंची जगहों की तलाश में गांव से निकलकर ठिकाने ढूंढ रहे हैं. कलौजर पंचायत के फुलहट्टा, गंगौरा, रमजाननगर के लोगों का जन-जीवन भी बाढ़ से प्रभावित हो गया है. बरहेता पंचायत में कबरगामा, तीरा पंचायत के मलिकौली, रजपा तथा सहनी टोल के लोग भी बाढ़ को लेकर भयभीत हैं. सीओ प्रणीव कुमार सिन्हा ने बताया कि क्षेत्र का दौरा कर बाढ़ की स्थिति पर नजर रखी जा रही है.बाढ़ पीड़ितों की परेशानियों को देखते हुए नाव की व्यवस्था की जा रही है. बीडीओ चंदन कुमार ने भी बांध सहित कई गांवों का जायजा लिया है. नामापुर के मुखिया ने बताया कि अभी प्रशासन की ओर से नाव उपलब्ध नहीं कराया गया है. नाविकों का कहना है कि पिछले साल के नौका परिचालन का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है.

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