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BiG News-नाबालिग से रेप के आरोपी डीएसपी के खिलाफ वारंट जारी,ADG ने दिया गिरफ्तारी का आदेश

Dysp कमलाकांत प्रसाद(DySP Kamlakant Prasad) के खिलाफ सीआईडी के निर्देश पर गया में पास्को कर तहत मामला दर्ज हुआ और अब ADG ने दिया गिरफ्तारी का आदेश,निलंबन ख़ातिर पहले ही गृह विभाग को लिखा जा चुका हैं पत्र, गिरफ्तार करने ख़ातिर स्पेशल टीम गठित करने का आदेश

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पटना Live डेस्क। नाबालिक दलित लड़की से अपने सरकारी आवास में बलात्कार के आरोपी सीनियर डीएसपी कमलकांत प्रसाद पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। कमलाकांत अभी पटना में सेंट्रल सेलेक्‍शन बोर्ड ऑफ कांस्‍टेबल में ऑफिसर ऑन स्‍पेशल ड्यूटी (ओएसडी) के पद पर तैनात हैं। यह मामला तब का है,जब वर्ष 2017 में कमलाकांत प्रसाद डिप्‍टी एसपी गया हेडक्वार्टर के तौर पर तैनात थे। आरोपी डीएसपी कमलकांत प्रसाद के खिलाफ वारंट जारी हो गया है।कमजोर वर्ग के एडीजी ने बलात्कार के आरोपी डीएसपी कमलकांत प्रसाद को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है।

 

उल्लेखनीय है कि सीआईडी के पत्र के आधार पर गया पुलिस को नाबालिग लड़की से रेप की शिकायत भेजी गई थी। दरअसल कमलाकांत प्रसाद पर गया में मुख्यालय डीएसपी रहते वक्त सरकारी आवास पर ही एक नाबालिग और दलित लड़की के साथ रेप करने का गंभीर आरोप लगा है। इस मामले में गया के महिला थाना में पीड़िता के पिता के बयान पर 27 मई को ही FIR नंबर 18/2021 दर्ज किया जा चुका है। इस केस को IPC, पोक्सो और SC/ST की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज किया गया है। गया के महिला थाना की पुलिस ने पीड़िता और उसके पिता का बयान भी 164 के तहत कोर्ट में दर्ज करा चुकी है। इस मामले में गया के SSP भी अपनी एक रिपोर्ट बिहार पुलिस मुख्यालय को भेज चुके हैं। जिसके बाद अब पुलिस मुख्यालय हरकत में आई और इसके बाद 11 जून को ही डीजीपी ने मामले की जांच की जिम्मेवारी सीआइडी के कमजोर वर्ग को सौंपी दी।

मामले की गम्भीरता और गया पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर सीआइडी (कमजोर वर्ग) के एडीजी अनिल किशोर यादव ने सोमवार को इस बाबत पटना और गया के एसएसपी को नाबालिग किशोरी से दुष्कर्म के आरोप में बिहार पुलिस के सीनियर डीएसपी कमलाकांत प्रसाद की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का आदेश जारी किया है। वर्त्तमान में कमलाकांत प्रसाद वर्तमान में बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस-1 में सीनियर डीएसपी के पद पर हैं। लेकिन इनकी तैनाती राजधानी पटना में सेंट्रल सेलेक्‍शन बोर्ड ऑफ कांस्‍टेबल में ऑफिसर ऑन स्‍पेशल ड्यूटी (ओएसडी) के पद पर हैं।इस मामले में पिछले माह 27 मई को ही गया के महिला थाने में पाक्सो व एससी-एसटी समेत कई संगीन धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।

स्पेशल टीम के गठन का आदेश

एडीजी ने पटना और एसएसपी को निर्देश दिया कि प्राथमिकी अभियुक्त वरीय पुलिस उपाधीक्षक कमलाकांत प्रसाद की गिरफ्तारी के लिए अविलंब एक टीम का गठन किया जाए। डीएसपी की गिरफ्तारी सुनिश्चित करते हुए इसकी सूचना सीआइडी के साथ डीजीपी कंट्रोल रूम को भी देने को कहा गया है।

आरोपी डीएसपी के निलंबन की अनुशंसा

सबसे पहले उन्हें अपने पद से सस्पेंड करने के लिए बिहार पुलिस मुख्यालय की तरफ से सरकार को अनुशंसा कर दी गई है। इसके लिए पुलिस मुख्यालय की तरफ से एक लेटर गृह विभाग के सचिव को लिखा गया है। DGP संजीव कुमार सिंघल के आदेश पर IG मुख्यालय राकेश राठी ने सीनियर डीएसपी को अपने पद से सस्पेंड करने के लिए सीधे गृह विभाग के सचिव जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव को लेटर लिख दिया है। अपने लेटर में IG मुख्यालय ने लिखा है कि कमलाकांत प्रसाद का जिस तरह का आचरण सामने आया है,वो व्यभिचारी प्रवृति नैतिक उद्यमता का घोतक है। जो बिहार पुलिस सेवा जैसे अनुशासित पद के लिए सही नहीं है। इसलिए BMP-1 के सीनियर डीएसपी कलाकांत प्रसाद के निलंबन की अनुशंसा की जाती है।

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