BiG News (वीडियो) पटना में एटीएस ने 2 बंगलादेशी आतंकी किए गिरफ्तार, ISIS से मिलकर करना चाहते थे जेहाद
पटना Live डेस्क। बिहार पुलिस की एटीएस टीम (ATS team) को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। एटीएस की टीम ने पटना जंक्शन (Patna Junction) के एक गेस्ट हाउस से दो बांग्लादेशी लोगों को गिरफ्तार किया है। ATS ने दोनों के पास से कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए हैं। पकड़े गए दोनों संदिग्ध बांग्लादेश के प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जमीयत-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (Jamiat-ul-Mujahideen Bangladesh) और इस्लामिक स्टेट बांग्लादेश (Islamic State Bangladesh) जिसे शार्ट में आईएसबीडी (ISBD) के सक्रिय सदस्य हैं। पुलिस ने दोनों के पास से जम्मू के पुलवामा की घटना के बाद जम्मू में तैनात सुरक्षा बलों से जुड़े कागजात भी बरामद किए हैं। दोनों के पास से पुलिस की टीम ने अर्धसैनिक बलों की प्रतिनियुक्ति संबंधी रिपोर्ट की कॉपी भी मिली है।
पुलिस ने इस कार्रवाई में दोनों के पास से आईएसआईएस और अन्य आतंकवादी संगठनों के पोस्टर, आतंकवादी संगठनों के पम्पलेट की छायाप्रति भी जब्त की है। गिरफ्तारी के समय पुलिस ने दोनों से दो फर्जी भारतीय मतदाता पहचान पत्र और रेल टिकट भी जब्त किए हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम खैरुल मंडल और अबु सुल्तान बताए जा रहे हैं। पुलिस दोनों को गुप्त स्थान पर ले जाकर पूछताछ कर रही है।
पटना जंक्शन समीप गेस्ट हाउस से हुए गिरफ्तार
बता दें कि सोमवार को बिहार एटीएस को सूचना मिली थी की पटना रेलवे स्टेशन के पास, मदनी मुसाफिर खाने के पास दो संदिग्ध व्यक्ति किसी फिराक में जुटे हैं। इसके बाद एटीएस टीम ने तुरंत घेराबंदी की और बाइक स्टैंड के पास से दोनों संदिग्धों को धर दबोचा।जब दोनों की जामा तलाशी हुई तो दोनों के पास से दो फर्जी मतदाता कार्ड, पुलवामा आतंकी हमले के पोस्टर,आदेश-पत्र,तीन मोबाइल,फर्जी पैन कार्ड,रेलवे टिकट बरामद किये गये। गिरफ्तार दोनो आतंकियों से जब पूछताछ हुई तो उन्होंने बताया पहले तो काफी इधर उधर घूमाने की कोशिश की पर ज्यादा देर तक चकमा नही दे पाए। देखिये वो गेस्टहाउस जो इनका ठिकाना बना हुआ था।
खैरुन मंडल और अबु सुल्तान का सच
मिली जानकारी के अनुसार खैरुल मंडल के वालिद(Father) का नाम महाबुल मंडल है। तो दूसरे का नाम अबु सुल्तान पिता मोहम्मद अब्दुल मलिक है। दोनों बांग्लादेश (Bangladesh) के झेनौदा जिला स्थित महेशपुर थाने के चापातल्ला का रहने वाले हैं। एटीएस की माने तो इनके पास पुलवामा घटना के बाद जब जम्मू-कश्मीर में अर्धसैनिक बलों की प्रतिनियुक्ति की गयी उससे संबंधित आदेशों की फोटोकॉपी मिली है। इसके अलावा आतंकी संगठन आईएसआईएस और अन्य आतंकवादी संघटनों से जुड़े पोस्टर और पम्पलेट की फोटो कॉपी, 3 मोबाइल फोन, मेमोरी कार्ड, फर्जी पैन कार्ड, फर्जी भारतीय मतदाता पहचान पत्र भी बरामद किये गये हैं। इनके पास से यात्रा किया गया नई दिल्ली से हावड़ा और गया से पटना का रेल टिकट तथा कोलकाता से गया का महारानी एक्सप्रेस बस का टिकट भी मिला है। गिरफ्तार युवकों से एटीएस लगातार पूछताछ कर रही है। दरअसल ये दोनों भारत में रह कर जमीयत-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश संगठन के निर्देश पर पश्चिम बंगाल, दिल्ली,केरल और बिहार में घूम-घूम कर अपने संगठन से स्थानीय मुस्लिम युवकों को जोड़ने और बौद्ध धर्म से जुड़ी स्थलों पर आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के फिराक में थे। एटीएस की माने तो ये सीरिया जाकर कुख्यात आईएसआईएस के साथ मिल कर जेहाद में शामिल होना चाहते थे।
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