बेधड़क ...बेलाग....बेबाक

इस बार भी बाबा के दर्शन नहीं कर पाएंगे भक्त, सावन में देवघर जाने पर रोक

864

पटना Live डेस्क। सावन का पवित्र महिना आज से शुरू हो गया है। कोरोना के चलते लगातार दूसरी बार भी विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला का आयोजन नहीं होगा। आमलोगों को भी बाबानगरी देवघर स्थित बाबा वैद्यनाथ मंदिर बंद होने की जानकारी दी जाएगी। सुल्तानगंज से जल लेकर देवघर जाने वाले कांवरियों को भी रोका जाएगा,ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। सावन माह के पहले से ही कांवरियों द्वारा सुल्तानगंज से जल लेकर देवघर जाने का सिलसिला शुरू हो जाता था। एक महीने तक अनवरत चलने वाले श्रावणी मेला में देश-विदेश के 50 लाख से अधिक श्रद्धालु गंगा से जल भरकर कांवर यात्रा करते थे, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते लगातार दूसरी बार कांवरिया पथ में सन्नाटा पसरा हुआ है।

सावन में कांवरिया देवघर नहीं जाए, इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा अभियान चलाया जाएगा। माइक के जरिए लोगों को बताया जाएगा कि देवघर का मंदिर बंद है। इसके अलावा रास्ते में ड्रॉप गेट बनाया जाएगा। ड्रॉप गेट पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जाएगी।

वहीं भागलपुर डीएम सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि छह अगस्त तक सभी धार्मिक स्थल आमजनों के लिए बंद रखने का आदेश दिया गया है। सार्वजनिक स्थलों पर भी किसी भी प्रकार के सरकारी या निजी आयोजन पर रोक रहेगी। सभी प्रकार के सामाजिक, राजनीतिक, मनोरंजन, खेलकूद, शैक्षणिक, सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन पर भी प्रतिबंध लगा है। इसकी जानकारी आमलोगों को दी जा रही है। सुल्तानगंज नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को माइकिंग के जरिए प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया गया है।

जिला जनसंपर्क पदाधिकारी को भी प्रचार करने की जिम्मेदारी दी गयी है। अभी तक कांवरियों के जाने की कोई सूचना नहीं है। अधिकांश लोग जान चुके हैं। अभी खुद देवघर जल लेकर जाना नहीं चाहते हैं। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए इस तरह की व्यवस्था की जा रही है। स्थानीय मंदिरों में भी भीड़ नहीं लगने दी जाएगी। सुल्तानगंज में अफसरों द्वारा अतिरिक्त निगरानी करायी जा रही है। घाटों और मंदिरों पर पुलिस के साथ मजिस्ट्रेट की तैनाती की गयी है। जानकारी मिल रही है कि झारखंड सरकार ने भी सीमा पर प्रवेश करने पर रोक लगा दी है।

देवघर के एसपी ने भी जिला प्रशासन को पत्र भेजकर कांवरियों पर रोक लगाने का आग्रह किया है। देवघर एसपी ने जानकारी दी है कि बाबा वैद्यनाथ मंदिर को राज्य सरकार के निर्देश के आलोक में बंद रखा गया है। बाबा वैद्यनाथ मंदिर देवघर में भी दर्शन-पूजन की व्यवस्था पूर्णत: अवरुद्ध है। बंद के बावजूद श्रद्धालु देवघर पहुंचकर बाबा मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए जाना चाहते हैं। मंदिर बंद रहने की स्थिति में पास में एकत्रित होकर भीड़ जैसी स्थिति उत्पन्न कर रहे हैं। इससे कोरोना संक्रमण का खतरा बना रहता है।

डीएम के आदेश के बाद भागलपुर सदर, कहलगांव और नवगछिया अनुमंडल में भी घाटों और मंदिरों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस जवानों का पहरा लगा दिया है। मंदिरों में भीड़ को रोकने की व्यवस्था की गयी है। भागलपुर सदर एसडीओ ने बरारी पुल घाट, बरारी सीढ़ी घाट, एसएम कॉलेज घाट, बूढ़ानाथ घाट और मंदिर, शिवशक्ति मंदिर, मनसकामना नाथ मंदिर नाथनगर, चम्पानदी पुल घाट एवं मंदिर, गोनूधाम मंदिर, अजगैवीनाथ मंदिर सुल्तानगंज, नई सीढ़ी घाट सुल्तानगंज और जहाज घाट सुल्तानगंज में मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की है।
सावन रविवार से शुरू हो रहा है। इस बार 29 दिन के माह में चार सोमवारी भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना की जायेगी। कोरोना के कारण शिवालय बंद होने से श्रद्धालुओं को मंदिर के गेट व अपने-अपने घरों में पूजा करनी होगी। मंदिरों में इस बात की नोटिस भी चिपका दी गयी है। भूतनाथ मंदिर के व्यवस्थापक राहुल पेचरीवाला ने बताया कि सरकारी पूजा के तहत सुबह व शाम को बाबा का अभिषेक किया जायेगा। सरकारी आदेश के कारण श्रद्धालुओं के मंदिर प्रवेश पर रोक लगी रहेगी। मंदिर के समीप इसकी नोटिस भी चिपका दी गयी है। आदमपुर स्थित शिवशक्ति मंदिर के महंत अरूण बाबा ने बताया कि सावन को लेकर सुबह व शाम में भगवान शिव की विशेष पूजा की जाएगी। इस दौरान बाहरी श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक रहेगी।

कोतवाली चौक स्थित बाबा कुपेश्वरनाथ मंदिर में शनिवार से 33 दिनों तक चलने वाली बाबा का विशेष शृंगार पूजा शुरू हो गयी है। 11 पंडितों के द्वारा बाबा का शृंगार व रुद्राभिषेक किया गया। पंडित विजयानंद शास्त्री ने कहा कि प्रतिपदा तिथि में शिववास होने के कारण शनिवार से मंदिर में सावन की पूजा शुरू हो गयी है। यहां 33 दिनों तक भगवान महादेव की विशेष पूजा होगी। इस दौरान कोरोना से निजात दिलाने की प्रार्थना की जाएगी।

Comments are closed.